ग्लोबल वॉर्मिंग: खबरें
सबसे अमीर 10 प्रतिशत कर रहे दो-तिहाई ग्लोबल वार्मिंग, अध्ययन में खुलासा
ग्लोबल वार्मिंग जलवायु परिवर्तन का एक हिस्सा है, जो पृथ्वी की सतह के तापमान में बढ़ोतरी के बारे में बताता है। इससे विभिन्न क्षेत्रों में खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य और मानवीय स्थिति प्रभावित हो रही है इसलिए वैश्विक स्तर पर बढ़ती ग्लोबल वार्मिंग चिंता विषय है।
2024 में टूटे जलवायु के कई रिकॉर्ड, हुईं कई चरम मौसम की घटनाएं
पृथ्वी की जलवायु के लिए साल 2024 काफी चुनौतीपूर्ण रहा, जिसमें रिकॉर्ड तापमान और चरम मौसम की घटनाएं भी शामिल हैं। 2024 अब तक का सबसे गर्म वर्ष रहा, जिसमें औद्योगिक काल से तापमान 1.5°C अधिक हो गया।
पर्यावरण जागरूकता बढ़ाने वाली 5 बेहतरीन हिंदी किताबें, जिन्हें पढ़कर आप समझेंगे प्रकृति का महत्त्व
आज के समय में पर्यावरण का संरक्षण और जागरूकता बहुत जरूरी हो गई है। हमारे आसपास की प्रकृति को बचाने के लिए हमें सही जानकारी और प्रेरणा की जरूरत होती है।
ग्लोबल वॉर्मिंग और जलवायु परिवर्तन में क्या होता है अंतर? यहां जानिए
ग्लोबल वॉर्मिंग और जलवायु परिवर्तन को कई बार एक दूसरे के जगह पर इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन यह दोनों चीज एक दूसरे से थोड़े अलग हैं।
लद्दाख में बढ़ते तापमान की वजह से तेजी से पिघल रहे ग्लेशियर, मौसम विशेषज्ञ चिंतित
लद्दाख में ग्लोबल वॉर्मिंग का असर काफी तेजी से दिखाई दे रहा है। यहां बढ़ते तापमान की वजह से ग्लेशियर पिघल रहे हैं, जिसने मौसम विशेषज्ञों की चिंता बढ़ा दी है।
लेह में तापमान 36 डिग्री सेल्सियस के पार, बीते 4 दिन में 16 उड़ानें रद्द
ग्लोबल वॉर्मिंग का असर लेह में दिखाई दे रहा है। यहां तापमान बढ़ने के कारण उड़ानें रद्द की जा रही हैं। बुधवार को भी इंडिगो और स्पाइसजेट की 4 उड़ानें रद्द की गई हैं।
#NewsBytesExplainer: मुंबई में जनवरी के महीने में भी गर्मी क्यों पड़ रही है?
दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में जनवरी की शुरुआत से ही सर्दी अपने चरम पर है। इसके विपरीत 12 जनवरी को मुंबई में अधिकतम तापमान 35.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो पिछले 7 सालों में जनवरी में दर्ज किया गया अधिकतम तापमान है।
COP28 में ऐतिहासिक समझौता, ग्लोबल वॉर्मिंग से पीड़ित देशों की आर्थिक मदद के लिए बनेगा फंड
दुबई में चल रहे वार्षिक जलवायु शिखर सम्मेलन (COP28) की शुरुआत में ही सदस्य देशों के बीच एक ऐतिहासिक समझौते पर सहमति बनी है।
जलवायु परिवर्तन: भारत-पाकिस्तान के 2.2 अरब लोगों को करना पड़ेगा असहनीय गर्मी का सामना- शोध
ग्लोबल वॉर्मिंग को लेकर एक नए शोध में बड़ा खुलासा हुआ है। इसमें कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन के कारण भारत और पाकिस्तान समेत कई देशों के अरबों लोगों को ऐसी गर्मी का सामना करना पड़ेगा, जो इंसान की सहने की क्षमता से अधिक है।
धरती पर बीते 3 महीने अब तक के सबसे गर्म रहे, रिकॉर्ड मात्रा में पिघली बर्फ
जलवायु परिवर्तन से जुड़ी एक चिंताजनक रिपोर्ट सामने आई है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) ने कहा है कि पिछले 3 महीने धरती के इतिहास में अब तक के सबसे गर्म 3 महीने रहे हैं।
अक्षय ऊर्जा दिवस: जानिए इसका इतिहास, महत्व और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
देश में हर साल 20 अगस्त को 'अक्षय ऊर्जा दिवस' मनाया जाता है। इसे नवीकरणीय ऊर्जा दिवस के रूप में भी जाना जाता है।
नासा ने बढ़ती गर्मी पर दी चेतावनी, लगातार पांचवें साल बढ़ा जुलाई का तापमान
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने बताया है कि वर्ष 1880 के बाद से जुलाई, 2023 सबसे गर्म महीना रहा है।
जुलाई रहा अब तक का सबसे गर्म महीना, यूरोपीय संघ की जलवायु वेधशाला ने की पुष्टि
दुनियाभर के लोगों ने पिछले महीने भीषण गर्मी का सामना किया था।
मौसम से जुड़े अप्रत्याशित बदलावों से वैज्ञानिक चिंतित, बोले- इनकी गति और समय 'अभूतपूर्व'
इस साल तापमान में बढ़ोतरी, समुद्र की गर्मी और अंटार्कटिक पर पिघलती बर्फ जैसी कुछ अप्रत्याशित घटनाओं ने वैज्ञानिकों को चिंतित कर दिया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इन सब घटनाओं की गति और समय 'अभूतपूर्व' है।
पृथ्वी का 2 प्रतिशत हिस्सा सफेद पेंट करने से रोकी जा सकती है ग्लोबल वॉर्मिंग- दावा
ग्लोबल वॉर्मिंग पूरी दुनिया के लिए गंभीर मुद्दा बना हुआ है।
पाकिस्तान में बाढ़ से COP27 तक, 2022 की जलवायु परिवर्तन से जुड़ी 5 सबसे बड़ी घटनाएं
मानवता के लिए खतरा बनते जलवायु परिवर्तन के खिलाफ 2022 में भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया और इस दौरान कई ऐसी घटनाएं हुईं जिनमें साफ तौर पर जलवायु परिवर्तन का असर देखने को मिला।
UK के लिए सबसे गर्म साल रहा 2022, टूटे पुराने रिकॉर्ड
ग्लोबल वार्मिंग के कारण दुनियाभर के अलग-अलग हिस्सों में मौसम काफी तेजी से अपना रुख बदल रहा है।
ईको-एंग्जायटी क्या है? जानिए इसके कारण, लक्षण और इलाज
इंसानी गतिविधियों के कारण धरती गर्म (ग्लोबल वॉर्मिंग) हो रही है, जिससे जलवायु परिवर्तन हो रहा है।
रूस: लगभग 50,000 साल पुराना जॉम्बी वायरस किया गया पुनर्जीवित, बन सकता है खतरा
फ्रांस के वैज्ञानिकों ने रूस में जमी हुई एक झील में दबे 50,000 साल पुराने जॉम्बी वायरस को जिंदा किया है।
जलवायु परिवर्तन से जुड़े अहम समझौते कौन से हैं और उनके क्या नतीजे रहे?
पिछले कुछ दशकों से दुनियाभर की सरकारें ग्लोबल वॉर्मिंग को कम करने के लिए कदम उठाने की बात कह रही हैं। हालांकि, अनेक समझौतों और मंचों के बावजूद दुनिया जलवायु परिवर्तन को रोकने में सफल होती नजर नहीं आ रही है।
जीवाश्म ईंधन से होने वाला प्रदूषण उच्चतम स्तर पर, जीरो उत्सर्जन के राह में बड़ी चुनौती
जलवायु परिवर्तन के लिए मुख्य तौर पर जिम्मेदार जीवाश्म ईंधन से निकलने वाली कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) नए स्तर पर पहुंच गई है। वैज्ञानिकों ने बताया कि इस साल इसमें एक प्रतिशत बढ़ोतरी होगी।
जलवायु परिवर्तन: क्या है COP27 और ये क्यों महत्वपूर्ण है?
जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर मिस्र के शर्म अल-शेख शहर में COP27 शिखर सम्मेलन हो रहा है। यह सम्मेलन 18 नवंबर तक चलेगा और इसमें तमाम वैश्विक नेताओं के इकट्ठा होने की संभावना है।
उत्तरी कोलकाता के ये 5 दुर्गा पूजा पंडाल हैं बहुत मशहूर
इस साल दुर्गा पूजा 1 अक्टूबर से 5 अक्टूबर तक है और इसके लिए देशभर में उत्सव का माहौल होता है। खासतौर से कोलकाता में एक अलग ही धूम है।
अमेरिकी अरबपति ने जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए दान की 240 अरब रुपये की कंपनी
अमेरिका में बुधवार को एक ऐसा मामला सामने आया जिसे पचाना कई लोगों के लिए मुश्किल हो सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय मातृ पृथ्वी दिवस 2022: जानिए इस दिवस का इतिहास और अन्य महत्वपूर्ण बातें
दुनियाभर में हर साल 4 अप्रैल को अंतर्राष्ट्रीय मातृ पृथ्वी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
धरती बचाने में बनें सहभागी, जानें पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कैसे बनाएं करियर
पानी, हवा और सूरज की रोशनी हमें पर्यावरण से मिलती हैं और यह हमारे जीवनयापन के लिए बेहद जरूरी है। लेकिन तेजी से बढ़ते शहरीकरण और औद्योगीकरण से प्राकृतिक संतुलन प्रभावित हुआ है।
जलवायु परिवर्तन: फॉसिल फ्यूल और क्लीन एनर्जी पर कितनी सब्सिडी दे रहे बड़े देश?
जलवायु परिवर्तन इस समय दुनिया के लिए चिंता का बड़ा विषय बना हुआ है और फॉसिल फ्यूल (जीवाश्म ईंधन) का जलना ग्लोबल वॉर्मिंग का सबसे बड़ा कारण है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में क्या-क्या कहा, पढ़ें पूरा भाषण
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 74वें सत्र को संबोधित किया।
ग्लोबल वार्मिंग के कारण तेज़ी से फैलेगा डेंगू, इस मानसून सुरक्षित रहने के लिए बरतें सावधानी
डेंगू बुखार, मच्छर जनित वायरल संक्रमण है, जो दुनियाभर के ऊष्णकटिबंधीय क्षेत्रों जैसे भारत और ब्राज़ील जैसे देशों में आम है।