NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / टेक्नोलॉजी की खबरें / ग्लोबल वॉर्मिंग और जलवायु परिवर्तन में क्या होता है अंतर? यहां जानिए
    अगली खबर
    ग्लोबल वॉर्मिंग और जलवायु परिवर्तन में क्या होता है अंतर? यहां जानिए
    ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन में अंतर है (तस्वीर: पिक्साबे)

    ग्लोबल वॉर्मिंग और जलवायु परिवर्तन में क्या होता है अंतर? यहां जानिए

    लेखन बिश्वजीत कुमार
    Aug 16, 2024
    01:28 pm

    क्या है खबर?

    ग्लोबल वॉर्मिंग और जलवायु परिवर्तन को कई बार एक दूसरे के जगह पर इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन यह दोनों चीज एक दूसरे से थोड़े अलग हैं।

    ग्लोबल वॉर्मिंग विशेष रूप से वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैसों के निर्माण के कारण पृथ्वी की सतह के औसत तापमान में वृद्धि को बताता है।

    असल में ग्लोबल वॉर्मिंग जलवायु परिवर्तन का ही एक हिस्सा है, जो हमारे ग्रह पर होने वाले बदलावों के बारे में बताता है।

    जलवायु परिवर्तन

    जलवायु परिवर्तन क्या है? 

    जलवायु परिवर्तन समय के साथ पृथ्वी की जलवायु में होने वाली सभी परिवर्तनों की एक श्रृंखला है। इसी श्रृंखला में ग्लोबल वॉर्मिंग का नाम भी शामिल है।

    जलवायु परिवर्तन मौसम के पैटर्न, बारिश, तूफान, सूखा और बाढ़ जैसे कई मौसम की घटनाओं से जुड़ा हुआ है।

    इसमें समुद्री धाराओं में बदलाव, पारिस्थितिकी तंत्र और वन्यजीव आबादी में परिवर्तन और ग्लेशियरों के पिघलने से समुद्र का स्तर बढ़ना भी शामिल है।

    वजह

    ग्लोबल वॉर्मिंग कैसे बढ़ रही?

    ग्लोबल वॉर्मिंग पृथ्वी की सतह के तापमान में वृद्धि को कहा जाता और यह मुख्य रूप से जीवाश्म ईंधन (कोयला, तेल और गैस) को जलाने, वनों की कटाई और औद्योगिक प्रक्रियाओं जैसी गतिविधियों से बढ़ रहा है।

    वैज्ञानिकों ने देखा है कि औद्योगिक काल से पहले से पृथ्वी का औसत तापमान अब लगभग 1.2 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया है।

    पृथ्वी की सतह के तापमान बढ़ने से फूल और पौधे के विकास के समय में भी बदलाव हो रहा है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    ग्लोबल वॉर्मिंग
    जलवायु परिवर्तन

    ताज़ा खबरें

    कार खरीदते समय कौन-कौन से सुरक्षा फीचर्स पर देना चाहिए विशेष ध्यान? कार
    आपके आधार कार्ड का कोई कर रहा दुरुपयोग? जानिए कैसे लगाएं पता आधार कार्ड
    सोनू निगम मीडिया पर भड़के, कहा- सठिया गए हैं क्या, एक ही बात कितनी बार बताऊं? सोनू निगम
    टी-20 क्रिकेट: एक कैलेंडर वर्ष में इन गेंदबाजों ने झटके हैं सबसे ज्यादा विकेट  टी-20 क्रिकेट

    ग्लोबल वॉर्मिंग

    ग्लोबल वार्मिंग के कारण तेज़ी से फैलेगा डेंगू, इस मानसून सुरक्षित रहने के लिए बरतें सावधानी स्वास्थ्य
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में क्या-क्या कहा, पढ़ें पूरा भाषण इमरान खान
    जलवायु परिवर्तन: फॉसिल फ्यूल और क्लीन एनर्जी पर कितनी सब्सिडी दे रहे बड़े देश? अमेरिका
    धरती बचाने में बनें सहभागी, जानें पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कैसे बनाएं करियर पर्यावरण

    जलवायु परिवर्तन

    भारत में साल 2022 में मौसम आधारित घटनाओं में हुई 2,227 लोगों की मौत- IMD भारतीय मौसम विभाग
    थाईलैंड: ये शख्स बेच रहा खेत की ताजी हवा, एक घंटे के देने होंगे 2,500 रुपये थाईलैंड
    बिल गेट्स ने किया गाय की डकार से उत्सर्जित गैस कम करने वाली कंपनी में निवेश बिल गेट्स
    देश के नाम राष्ट्रपति मुर्मू का संबोधन, कहा- आत्मविश्वास से भरा राष्ट्र बन चुका भारत द्रौपदी मुर्मू
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025