
रूस: लगभग 50,000 साल पुराना जॉम्बी वायरस किया गया पुनर्जीवित, बन सकता है खतरा
क्या है खबर?
फ्रांस के वैज्ञानिकों ने रूस में जमी हुई एक झील में दबे 50,000 साल पुराने जॉम्बी वायरस को जिंदा किया है।
नेशनल सेंटर फॉर साइंटिफिक रिसर्च के माइक्रोबायोलॉजिस्ट जीन-मैरी अलेम्पिक के नेतृत्व में यह अध्ययन किया गया है, जिसका पीयर रिव्यू होना बाकी है।
इसमें लिखा गया है कि अगर पुराने अज्ञात वायरस से पौधों, पशुओं या इंसानों में कोई बीमारी फैलती है तो स्थिति बेहद खराब हो सकती है।
आइये पूरी खबर जानते हैं।
खतरा
बर्फ पिघलने से ऐसे खतरे बढ़े
इस अध्ययन में कहा गया है कि ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण स्थायी रूप से जमी जमीन से अब बर्फ पिघल रही है। इससे लाखों सालों से जमे कार्बनिक पदार्थ, जिनमें संभावित खतरनाक वायरस भी शामिल हैं, के सामने आने का खतरा बढ़ गया है।
इसमें आगे लिखा गया है कि कार्बनिक पदार्थों में पुनर्जीवित सेलुलर रोगाणुओं के साथ-साथ वायरस भी शामिल हैं, जो प्रागैतिहासिक समय से निष्क्रिय रहे हैं। इसे लेकर चेतावनी भी जारी की जा चुकी है।
जानकारी
48,500 साल पुराना निकाला पैंडोरावायरस
सबसे पुराना पैंडोरावायरस येडोमा 48,500 साल पुराना था। यह एक जमे हुए वायरस की रिकॉर्ड उम्र है। अध्ययन में 13 वायरसों का जिक्र किया गया है, जिनका अपना जीनोम है। पैंडोरावायरस रूस के याकुटिया में एक झील के तट पर मिला है।
जानकारी
2013 में मिला था 30,000 साल पुराना वायरस
इतने पुराने वायरस के बारे में जानकारी जुटाने के लिए वैज्ञानिकों को साइबेरिया में सालों से जमी जमीन से जॉम्बी वायरस को जिंदा करना पड़ा। जिस जगह पर यह पाया गया, वह 48,500 साल पुरानी है। यह अब तक मिला इतिहास का सबसे पुराना वायरस है और इसने 2013 में मिले वायरस का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
इससे पहले 2013 में साइबेरिया में ही इसी टीम ने 30,000 साल पुराने वायरस का पता लगाया था।
जानकारी
खतरा बन सकते हैं ऐसे वायरस
बर्फ के नीचे से मिले वायरसों का अध्ययन करने के बाद वैज्ञानिकों ने पाया कि ये संक्रमण फैला सकते हैं, जिससे जनस्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा हो सकता है।
उनका मानना है कि लगातार पिघल रही बर्फ के कारण सालों से जमे वायरस सामने आ सकते हैं, जिससे कोरोना वायरस जैसी अन्य महामारियों फैलने का खतरा है।
अध्ययन में कहा गया है कि ये नष्ट होकर कार्बन डाइऑक्साइड और मीथेन उत्सर्जित करते हैं, जिससे ग्रीनहाउस प्रभाव में बढ़ोतरी होती है।
जानकारी
बर्फ में दबे हो सकते हैं और ऐसे वायरस
रूस में पाया गया वायरस जमे हुए वायरसों की श्रृंखला की शुरुआत हो सकती है और बड़ी मात्रा में ऐसे वायरस सामने आ सकते हैं। जानकारों का कहना है कि इन वायरसों के संक्रमित होने का पता लगाने के लिए और शोध की जरूरत है।
महामारी
दुनिया की चिंता बढा रहे वायरस
पिछले करीब तीन साल से दुनिया कोरोना वायरस के कारण फैली महामारी से जूझ रही है। दुनियाभर में 60 करोड़ से अधिक लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं और करीब 70 लाख लोगों को इस कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है।
इसी बीच निपाह वायरस, लांग्या वायरस, एमपॉक्स, स्वाइन फ्लू आदि संक्रामक बीमारियों के मामले सामने आकर चुनौतियां पैदा कर रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि भविष्य में ऐसी बीमारियों का खतरा और बढ़ सकता है।