COP28 में ऐतिहासिक समझौता, ग्लोबल वॉर्मिंग से पीड़ित देशों की आर्थिक मदद के लिए बनेगा फंड
क्या है खबर?
दुबई में चल रहे वार्षिक जलवायु शिखर सम्मेलन (COP28) की शुरुआत में ही सदस्य देशों के बीच एक ऐतिहासिक समझौते पर सहमति बनी है।
लगभग 200 देशों ने ग्लोबल वॉर्मिंग से जूझ रहे देशों की आर्थिक मदद के लिए फंड बनाने का फैसला लिया है। इसे 'हानि और क्षति फंड' नाम दिया गया है।
बता दें कि दुबई में 30 नवंबर से 12 दिसंबर तक इस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
सहमति
फंड में 2,800 करोड़ देने पर सहमत हुए देश
इस फंड के लिए सदस्य देश 2,800 करोड़ रुपये की राशि जारी करने के लिए सहमत हुए हैं। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने इसमें 833 करोड़ रुपये और यूरोपीय संघ (EU) ने 2,000 करोड़ देने का ऐलान किया है।
संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन के कार्यकारी सचिव साइमन स्टिल ने इस घोषणा पर खुशी जताते हुए कहा, "नुकसान और क्षति फंड पर आज की इस खबर ने सम्मेलन को एक अच्छी शुरुआत दी है।"
मुद्दे
इन मुद्दों पर भी बन सकती है सहमति
सम्मेलन के दौरान 2030 तक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को 3 गुना करने और ऊर्जा दक्षता सुधार की गति को दोगुना करने के लिए एक समझौते पर सहमति बन सकती है। मीथेन गैस के उत्सर्जन में कटौती के लिए भी सदस्य देश एक समझौते पर पहुंच सकते हैं।
रॉयटर्स के मुताबिक, अपने संबोधन में ब्रिटेन के राजा चार्ल्स जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के बारे में संकेतों की अनदेखी के गंभीर परिणामों का भी जिक्र कर सकते हैं।
मोदी
सम्मलेन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री मोदी दुबई पहुंचे
सम्मेलन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी दुबई पहुंच चुके हैं। यहां भारतीय समुदाय ने उनका जोरदार स्वागत किया।
दुबई के लिए निकलने से पहले उन्होंने कहा, "G-20 की अध्यक्षता के दौरान जलवायु परिवर्तन हमारी प्राथमिकता में सबसे ऊपर था। 'नई दिल्ली घोषणा' में जलवायु कार्रवाई और सतत विकास पर कई ठोस कदम शामिल हैं। मैं COP28 में इन मुद्दों पर आम सहमति को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हूं।"
आलोचना
सम्मलेन की हो रही आलोचना
सम्मेलन में दुनिया के 2 सबसे ज्यादा प्रदूषण फैलाने वाले देश, अमेरिका और चीन के राष्ट्राध्यक्ष, भाग नहीं ले रहे हैं। पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन शामिल होने वाले थे, लेकिन बाद में उन्होंने इनकार कर दिया।
इसी तरह सम्मेलन की अध्यक्षता दुबई कर रहा है, जो जीवाष्म ईंधन का बड़े पैमाने पर उत्पादन करता है। दुबई ने सुल्तान अहमद अल जाबर को अध्यक्ष नियुक्त किया है, जो ऑयल कंपनियों से जुड़े रहे हैं।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
COP का मतलब होता है कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज। ये जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC) का प्राथमिक निर्णय लेने वाला निकाय है। इसमें 197 देश शामिल हैं।
चूंकि ये सम्मेलन का 28वां संस्करण है, इसलिए इसे COP28 कहा जा रहा है। COP की पहली बैठक 1995 में जर्मनी में आयोजित की गई थी।
इसमें जलवायु परिवर्तन, वैश्विक तापमान में वृद्धि, जीवाश्म ईंधन और नवीनीकरणीय ऊर्जा जैसे कई मुद्दों पर चर्चा होती है।