सौरमंडल: खबरें
आप भी ढूंढ सकते हैं एक्सोप्लैनेट, नासा इस तरह दे रही आम जनता को मौका
नासा अपने अंतरिक्ष और पृथ्वी पर मौजूद कई टेलीस्कोपों का उपयोग करके लंबे समय से हमारे सौरमंडल के बाहर के ग्रहों को ढूंढ रही है।
क्या होता है सौर तूफान और पृथ्वी पर कैसे पड़ता है इसका प्रभाव?
सौर तूफान सूर्य पर होने वाली एक गतिविधि है, जो पूरे सौरमंडल को प्रभावित कर सकती है। सौर तूफान को भू-चुंबकीय तूफान के रूप में भी जाना जाता है। यह तब होता है, जब बड़े पैमाने पर सूर्य में चुंबकीय विस्फोट हो।
शनि ग्रह ने एक धूमकेतु को 10,800 किमी/घंटा की गति से सौरमंडल से फेंका बाहर
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने एक ऐसे धूमकेतु की खोज की है, जो शनि के संपर्क में आने के बाद सौरमंडल से बाहर चला गया। इस धूमकेतु को A117uUD नाम दिया गया गया है।
नासा के जेम्स वेब टेलीस्कोप ने ढूंढा सौरमंडल का एक रहस्यमय महासागर
अंतरिक्ष एजेंसी नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप (JWST) ने हाल ही में ऐसा डाटा इकट्ठा किया है, जिससे पता चलता है कि यूरेनस (अरुण ग्रह) के 5 चंद्रमाओं में से एक एरियल पर एक संभावित भूमिगत महासागर हो सकता है।
बुध ग्रह के भीतर है हीरे की कई किलोमीटर मोटी परत, ऐसे हुआ निर्माण
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के लिए सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह बुध लंबे समय से एक रहस्य बना हुआ है, क्योंकि इसकी सतह अंधेरी और उच्च कोर घनत्व अधिक है।
सौरमंडल के इन 2 चंद्रमाओं पर लंबे समय तक जीवित रहेंगे जीवन के संकेत
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का अनुमान है कि सौरमंडल के चंद्रमाओं में एन्सेलेडस और यूरोपा पर लंबे समय तक जीवन के संकेत जीवित रहेंगे।
नासा ने ढूंढे 6 नए ग्रह, कुल संख्या हुई 5,500 के पार
अंतरिक्ष एजेंसी नासा और उसके साथ मिलकर काम करने वाले अंतरिक्ष वैज्ञानिक लगातार नए ग्रहों की खोज कर रहे हैं। नासा के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने 6 नए एक्सोप्लैनेट की खोज की घोषणा की है, जिससे यह संख्या बढ़कर 5,502 हो गई।
पृथ्वी के करीब मौजूद 60 प्रतिशत वस्तुएं हैं डार्क धूमकेतु, अध्ययन में हुआ खुलासा
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन में एस्ट्रोयड और धूमकेतु को लेकर हाल ही में एक नई जानकारी हासिल की है।
पृथ्वी पर पहली बार कैसे आया पानी? वैज्ञानिकों ने ऐसे लगाया पता
अंतरिक्ष के वैज्ञानिक लंबे समय से पृथ्वी जैसे किसी अन्य ग्रहों की तलाश कर रहे हैं जहां पानी मौजूद हो। अब वैज्ञानिकों ने हाल ही में यह पता लगाया है कि आग के गोले जैसी दिखने वाली पृथ्वी को शुरुआती दिनों में पानी का पहला स्त्रोत कैसे मिला।
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने खोजी 2 दुर्लभ आकाशगंगाए, दोनों हो रही एक दूसरे में विलीन
अंतरिक्ष के वैज्ञानिकों ने दुर्लभ आकाशगंगाओं की खोज की है।
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को मिला दुर्लभ तारा, आकाशगंगा के सबसे पुराने तारों में से है एक
अंतरिक्ष के वैज्ञानिकों ने हाल ही में एक दुर्लभ प्रकार के छोटे तारे को आकाशगंगा में देखा है।
सूर्य के चुंबकीय ध्रुवों में होने वाला है परिवर्तन, क्या होगा पृथ्वी पर असर?
सौरमंडल में सूर्य अपने चुंबकीय ध्रुवों को पलटकर जल्द ही बहुत बड़े परिवर्तन से गुजरने वाला है।
वैज्ञानिकों ने बनाया दुनिया का सबसे बड़ा कैमरा, 3,200MP का है लेंस
वैज्ञानिकों ने ब्रह्मांड को समझने के लिए एक कार के आकार का डिजिटल कैमरा बनाया है।
#NewsBytesExplainer: नासा एस्ट्रोयड से इकट्ठा कर लाए गए सैंपल का क्या करेगी?
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपना पहला सैंपल रिटर्न मिशन पूरा किया है। इस मिशन में एक एस्ट्रोयड से धरती पर सैंपल लाया गया है।
आदित्य-L1: ISRO के इस मिशन के बजट से लेकर इसके कार्यकाल तक, जानें रोचक बातें
भारत के पहले सौर आधारित अंतरिक्ष मिशन आदित्य-L1 को 2 सितंबर, 2023 को लॉन्च किया जाएगा। 1 सितंबर, 2023 से दोपहर 12:10 बजे से इसके लॉन्चिंग की 23 घंटे 40 मिनट की उलटी गिनती शुरू हो गई है।
सौरमंडल में छिपा हो सकता है पृथ्वी जैसा ग्रह- रिपोर्ट
सौरमंडल का एक धुंधला क्षेत्र है जिसके बारे में अभी तक अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को कोई विशेष जानकारी नहीं मिल सकी है।
आदित्य-L1 सितंबर में लॉन्च के लिए तैयार, जानें क्या है ISRO का यह अगला मिशन
भारत की अंतरिक्ष एजेंसी चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद अब सूर्य से जुड़े एक मिशन को लॉन्च करने की तैयारी में है।
#NewsBytesExplainer: सूर्य का अध्ययन करने वाला भारत का पहला सौर मिशन आदित्य L-1 क्या है?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का चांद मिशन चंद्रयान-3 चांद की सतह पर उतरने के करीब पहुंच रहा है। इस बीच ISRO ने एक अन्य मिशन आदित्य-L1 से जुड़ा अपडेट भी दिया है।
सूर्य का बाहरी वातावरण क्यों है इतना गर्म? वैज्ञानिकों ने वजह का लगाया पता
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने अब संभवत यह पता लगा लिया है कि सूर्य का बाहरी वातावरण इतना गर्म क्यों है।
देश के पहले उल्का वैज्ञानिक अश्विन शेखर के नाम पर रखा गया एस्ट्रोयड का नाम
भारत के पहले मिटियॉर या उल्का वैज्ञानिक अश्विन शेखर को IIT में पढ़ने या नासा में काम करने का अवसर नहीं मिला, लेकिन उनके नाम पर एक छोटे ग्रह यानी एस्ट्रोयड का नाम रखा गया है।
शनि के चांद पर वैज्ञानिकों को जीवन की संभावना, इस तत्व की खोज ने बढ़ाई उम्मीद
अंतरिक्ष से जुड़े वैज्ञानिक सालों से पृथ्वी से परे दूसरे ग्रहों पर जीवन तलाश रहे हैं। उनकी इस खोज में शनि ग्रह का चंद्रमा एन्सेलाडस सबसे ज्यादा प्रभावशाली साबित हुआ है।
पृथ्वी जैसे एक ग्रह से रहस्यमय रेडियो सिग्नल को किया गया डिक्टेक्ट, जानिए इसका अर्थ
वैज्ञानिकों ने सौरमंडल में पृथ्वी जैसे एक ग्रह से रहस्यमय रेडियो सिग्नल को डिक्टेक्ट किया है, जो चुंबकीय क्षेत्र का प्रमाण देता है।
ESA ने सफलतापूर्वक लॉन्च किया ज्यूपिटर जूस मिशन, जानें बड़ी बातें
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) ने अपना जूस या ज्यूपिटर आइसी मून्स एक्सप्लोरर नाम का मिशन लॉन्च कर दिया है। यह ग्रह के साथ-साथ इसके बर्फीले चंद्रमा, कैलिस्टो और यूरोपा आदि का अवलोकन करेगा।
नासा के हबल स्पेस टेलीस्कोप ने सुपरमैसिव ब्लैक होल का लगाया पता
अंतरिक्ष एजेंसी नासा के हबल स्पेस टेलीस्कोप ने किसी मॉन्स्टर जैसे एक सुपरमैसिव ब्लैक होल का पता लगाया है।
नासा के शोधकर्ताओं को पृथ्वी जैसे अन्य ग्रहों पर नहीं मिला वायुमंडल का कोई सबूत
अंतरिक्ष एजेंसी नासा की अगुआई वाली टीम ने 40 प्रकाश वर्ष दूर ट्रैपिस्ट सिस्टम में मौजूद ग्रहों पर कोई वायुमंडल मौजूद नहीं होने की सूचना दी है।
नासा ने जारी किया अलर्ट, इमारत के आकार का एस्ट्रोयड बढ़ रहा पृथ्वी की तरफ
अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अनुसार, किसी इमारत के आकार का लगभग 170 फीट चौड़ा एस्ट्रोयड 2023 DX2 नामक एस्ट्रोयड आज पृथ्वी के काफी करीब से गुजर सकता है।
पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा 170 फीट चौड़ा एस्ट्रोयड, अलर्ट पर अंतरिक्ष एजेंसियां
अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एस्ट्रोयड 2023 DZ2 नामक एस्ट्रोयड को लेकर अलर्ट जारी किया है।
पृथ्वी की तरफ 47,605 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा 64 फीट चौड़ा एस्ट्रोयड
एस्ट्रोयड 2023 EV2 नामक एस्ट्रोयड को लेकर अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अलर्ट जारी किया है।
पृथ्वी की तरफ आया G2-श्रेणी का सौर तूफान, रेडियो सेवाएं हो सकती हैं बाधित
सूर्य पर बीते दिन सनस्पॉट में विस्फोट होने के कारण कोरोनल मास इजेक्शन (CME) अंतरिक्ष में फैल गया।
नासा ने जारी किया रेड अलर्ट, पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा 200 फीट चौड़ा एस्ट्रोयड
अंतरिक्ष एजेंसी नासा के प्लेनेटरी डिफेंस ऑफिस ने एस्ट्रोयड 2023 DM नामक एक एस्ट्रोयड को लेकर अलर्ट जारी किया है।
बस के आकार का एस्ट्रोयड आज पृथ्वी के करीब से गुजरेगा, नासा अलर्ट पर
नासा के प्लैनेटरी डिफेंस कोऑर्डिनेशन ऑफिस ने एस्ट्रोयड 2020 FQ को लेकर अलर्ट जारी किया है।
नासा ने जारी की चेतावनी, पृथ्वी की तरफ तेजी से बढ़ रहा 570 फीट चौड़ा एस्टेरॉयड
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एस्टेरॉयड 2023 DQ नामक एक एस्टेरॉयड को लेकर अलर्ट जारी किया है।
अपोलो समूह का एस्ट्रोयड तेजी से बढ़ रहा पृथ्वी की ओर, जानिए रफ्तार और आकार
नासा ने एस्ट्रोयड 2023 CG1 को लेकर अलर्ट जारी किया है। यह एस्ट्रोयड फिलहाल लगभग 23,328 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है और आज (25 फरवरी) को लगभग 58 लाख किलोमीटर की दूरी पर पृथ्वी के काफी करीब पहुंच जाएगा।
बृहस्पति और शुक्र इस दिन होंगे एक दूसरे के बेहद करीब, ऐसे देख सकते हैं नजारा
अंतरिक्ष में मौजूद दो सबसे चमकीले ग्रह, बृहस्पति और शुक्र, एक दूसरे के बेहद करीब आने वाले हैं।
पृथ्वी की तरफ 32,924 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा 96 फीट चौड़ा एस्ट्रोयड
अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एस्ट्रोयड 2023 CS1 को लेकर अलर्ट जारी किया है।
पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा गगनचुंबी इमारत के आकार का एस्ट्रोयड, अलर्ट जारी
एस्ट्रोयड 2023 AA2 लगभग 36,523 किलोमीटर की तेज रफ्तार से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है, इसको लेकर अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अलर्ट जारी किया है।
पृथ्वी की तरफ आ रहा 1,500 फीट चौड़ा एस्ट्रोयड, अलर्ट पर अंतरिक्ष एजेंसियां
नासा ने एक ऐसे एस्ट्रोयड को लेकर अलर्ट जारी किया है, जिसका आकार लगभग 1,500 फीट चौड़ा है और यह काफी तेजी से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है।
वैज्ञानिकों को मिला पहला सबूत, ब्लैक होल हैं डार्क एनर्जी के स्रोत
आकाशगंगा में मौजूद ब्लैक होल डार्क एनर्जी के स्त्रोत हैं। इस बात का खुलासा द एस्ट्रोफिजिकल जर्नल में प्रकाशित अध्ययन से हुआ है।
प्लूटो के चंद्रमा पर हो सकता है महासागर, शोधकर्ताओं ने लगाया ये अनुमान
अंतरिक्ष से जुड़ी नई खोज और घटनाएं खगोल वैज्ञानिकों के शोधकार्यों को आगे बढ़ाने में मददगार होती हैं। हाल ही में सूर्य का टुकड़ा टूटने की घटना ने वैज्ञानिकों को चौंका दिया था।
शक्तिशाली X-क्लास सोलर फ्लेयर का असर, दक्षिणी अमेरिका में ब्लैकआउट
अंतरिक्ष में कई तरह की गतिविधियां होती रहती हैं। कई बार सामान्य घटनाएं होती हैं और कुछ बार ये घटनाएं असामान्य होती हैं।