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सौर तूफान से 2.8 दिनों में टकरा जाएंगे उपग्रह, नए शोध में किया दावा 
पृथ्वी की निचली कक्षा में उपग्रहों की बढ़ती संख्या के साथ टकराने के खतरे भी पैदा हो रहे हैं

सौर तूफान से 2.8 दिनों में टकरा जाएंगे उपग्रह, नए शोध में किया दावा 

Dec 16, 2025
07:27 pm

क्या है खबर?

तीव्र सौर तूफान की स्थिति में मौजूदा विशाल उपग्रह सिस्टम कुछ ही दिनों में ध्वस्त हो सकता है। एक नए शोध पत्र में यह दावा किया गया है। पृथ्वी की निचली कक्षा में कई उपग्रह कार्यरत हैं, जिससे यह बेहद भीड़-भाड़ वाली स्थिति है। वैज्ञानिक पृथ्वी से इन उपग्रहों को नियंत्रित करते हैं, ताकि उनके बीच टकराव न हो। प्रिंसटन विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कहा है कि कुछ विशेष परस्थितियां इन उपग्रहों के टकराने का कारण बन सकती हैं।

कारण 

इस वजह से हो सकता है टकराव 

आंकड़ों के अनुसार, हर 22 सेकेंड में 2 उपग्रह एक-दूसरे के बहुत करीब से गुजरते हैं, यानि एक किलोमीटर से भी कम दूरी से एक-दूसरे के पास से निकलते हैं। शोध में पाया कि सौर तूफान उपग्रहों पर घर्षण बल बढ़ा सकते हैं और उन्हें एक-दूसरे से टकराने की स्थिति में ला सकते हैं। इससे बचने के लिए उपग्रहों को उपाय करने पड़ते हैं, लेकिन तूफान नेविगेशन और संचार सिस्टम्स को प्रभावित कर इन उपायों को मुश्किल बना सकता है।

समय 

उपग्रहों को टकराने में कितना लगेगा समय?

वैज्ञानिक उपग्रहों पर नियंत्रण खो देते हैं और उन्हें स्थानांतरित करने में असमर्थ हो जाते हैं तो सौर तूफान के कारण उत्पन्न घर्षण उन्हें खतरनाक स्थिति में डाल देगा और तत्काल एक भीषण आपदा को जन्म देगा। शोधकर्ताओं ने एक मापक- टक्कर प्राप्ति और महत्वपूर्ण क्षति (CRASH) घड़ी का उपयोग करते हुए गणना की है कि अगर, संचालक बचाव अभ्यास के लिए आदेश भेजने में असमर्थ होते हैं तो लगभग 2.8 दिनों में उपग्रहों में एक विनाशकारी टक्कर होगी।

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