
सौरमंडल के इन 2 चंद्रमाओं पर लंबे समय तक जीवित रहेंगे जीवन के संकेत
क्या है खबर?
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का अनुमान है कि सौरमंडल के चंद्रमाओं में एन्सेलेडस और यूरोपा पर लंबे समय तक जीवन के संकेत जीवित रहेंगे।
वैज्ञानिकों का कहना है कि एन्सेलेडस और यूरोपा के बर्फीले समुद्री चंद्रमाओं पर जीवन मौजूद है, तो पता लगाने योग्य ट्रेस अणु उनकी जमी हुई सतहों के ठीक नीचे जीवित होंगे।
वैज्ञानिकों ने लंबे समय से यह अनुमान जताया है कि शनि के चंद्रमा एन्सेलेडस और बृहस्पति के चंद्रमा यूरोपा दोनों पर महासागर होगा।
उम्मीद
भविष्य के मिशन में जीवन के संकेत का लगाया जा सकेगा पता
यूरोपा और एन्सेलेडस दोनों पर सूर्य से आने वाले कठोर विकिरण की बमबारी होती है जो संभावित रूप से उनकी सतहों पर जटिल कार्बनिक अणुओं को नष्ट कर सकती है।
हालांकि, कुछ नए शोध इस मोर्चे पर कुछ उम्मीद जगाते हैं कि यदि कार्बनिक अणु चंद्रमाओं के बर्फीले खोल में संरक्षित हैं, तो वे बायोसिग्नेचर वास्तव में जीवित रह सकते हैं।
ये अणु सतह के इतने करीब बैठ सकते हैं कि भविष्य के रोबोट लैंडर उन्हें खोदकर निकाल सकते हैं।
संभावना
सतह पर जीवन की संभावना कम
यूरोपा और एन्सेलाडस को अक्सर सौरमंडल में कहीं और जीवन को आश्रय देने वाली 2 सबसे संभावित दुनियाओं में से एक के रूप में बताया जाता है।
हालांकि, अब मिली जानकारी से पता चलता है कि इन चंद्रमाओं की सतह पर इस जीवन के रहने की बहुत कम संभावना है।
ऐसा इसलिए है क्योंकि न केवल वे बहुत ठंडे हैं, बल्कि वे सौरमंडल से परे सुपरनोवा जैसी शक्तिशाली घटनाओं और सूर्य के विकिरण से भी घिरे हुए हैं।