#NewsBytesExplainer: एक्सरसाइज और ब्लड प्रेशर का क्या संबंध है?
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित कई शोधों की मानें तो एक्सरसाइज करने से ब्लड प्रेशर कम होता है। हालांकि, अगर आप एक्सरसाइज करने से पहले, इसके दौरान और बाद में अपने ब्लड प्रेशर की जांच करते हैं तो आप पाएंगे कि ब्लड प्रेशर स्थिर नहीं रहता है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि यदि आपको हाई या लो ब्लड प्रेशर की शिकायत है तो क्या आपको एक्सरसाइज करनी चाहिए या नहीं। आइए जानते हैं।
सामान्य ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए?
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (AHA) के अनुसार, सामान्य ब्लड प्रेशर 120 (सिस्टोलिक) Hg mm और 80 (डायस्टोलिक) Hg mm होता है। बता दें कि 130/80 Hg mm ब्लड प्रेशर को हाई माना जाता है।
सिस्टोलिक और डायस्टोलिक क्या होता है?
सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर: यह दर्शाता है कि आपका दिल काम करते वक्त आपकी धमनी की दीवारों पर कितना दबाव डाल रहा है। डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर: इससे पता चलता है कि आपका दिल आराम की स्थिति में आपकी धमनी की दीवारों पर कितना दबाव डाल रहा है। विशेषज्ञों की मानें तो सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर का अधिक महत्व होता है और इसके बढ़ने पर हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग होने की संभावना बढ़ जाती है।
एक्सरसाइज का ब्लड प्रेशर पर प्रभाव
एक्सरसाइज करने से व्यक्ति का ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि एक्सरसाइज के समय मांसपेशियों को अधिक ऑक्सीजन की जरूरत होती है और इसकी पूर्ति के लिए दिल को तेजी से खून पंप करना होता है। ऐसा होना सामान्य है और एक्सरसाइज के कारण ब्लड प्रेशर अस्थायी रूप से बढ़ता है। एक्सरसाइज के बाद ब्लड प्रेशर को सामान्य स्तर पर लौटने में कुछ घंटों का समय लग सकता है।
ब्लड प्रेशर को सामान्य होने में कितना समय लगता है?
एक्सरसाइज के बाद लगभग 2 घंटे तक ब्लड प्रेशर हाई रह सकता है, इसलिए कम से कम इतना लंबा इंतजार करना महत्वपूर्ण है। अपने ब्लड प्रेशर की रीडिंग को समझने और तुलना करने के लिए एक्सरसाइज शुरू करने से पहले अपने ब्लड प्रेशर की जांच करें। इसके बाद एक्सरसाइज के दौरान फिर से अपने ब्लड प्रेशर की जांच करें और अंत में एक्सरसाइज के 2 से 3 घंटे के बाद एक रीडिंग लें।
हाई ब्लड प्रेशर से ग्रस्त लोगों के लिए सुरक्षित एक्सरसाइज
अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर यानी हाइपरटेंशन है तो आपको अपनी दिनचर्या में डॉक्टरी परामर्श के बाद ही एक्सरसाइज करनी चाहिए। हाइपरटेंशन से ग्रस्त लोगों के लिए ब्रिस्क वॉक, साइकिलिंग, स्विमिंग, लाइट वेट ट्रेनिंग और रेजिस्टेंस बैंड जैसी एक्सरसाइज सुरक्षित मानी जाती हैं। इसके अतिरिक्त स्प्रिंटिंग, हाई-इंटेंस वर्कआउट, हैवी वेट लिफ्टिंग, स्ट्रेंथ ट्रेनिंग, आउटडोर स्पोर्ट्स और एडवेंचर स्पोर्ट्स जैसी गतिविधियां हाइपरटेंशन के रोगियों की स्थिति को बिगाड़ सकती हैं।
क्या एक्सरसाइज करने से लो ब्लड प्रेशर हो सकता है?
कुछ मामलों में एक्सरसाइज के कारण ब्लड प्रेशर में गिरावट भी देखी गई। दरअसल, एक्सरसाइज करते समय मांसपेशियां सिकुड़ जाती हैं और खून को वापस दिल की तरफ भेजती हैं। हालांकि, कम प्रेशर होने के कारण कई बार ये खून दिल तक नहीं पहुंच पाता और वहां चला जाता है, जहां खून कम हो। इससे दिल के पास खून कम हो जाता है और उसकी गतिविधि धीमी हो जाती है। यो लो ब्लड प्रेशर से पीड़ित लोगों में होता है।
ब्लड प्रेशर के जोखिम से बचने के लिए अपनाएं ये सावधानियां
AHA के मुताबिक, अगर आप एक्सरसाइज के कारण होने वाले ब्लड प्रेशर के जोखिम से सुरक्षित रहना चाहते हैं तो वर्कआउट से पहले हमेशा 10 मिनट का वार्म-अप करें। अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार ही एक्सराइज करें। एक्सरसाइज से पहले और इसके बाद तैलीय खाद्य पदार्थों और कार्बोनेटेड ड्रिंक्स का सेवन करने से बचें। इसके अतिरिक्त वर्कआउट के लिए ढीले-ढाले और आरामदायक कपड़ों को पहनें।