अविश्वास प्रस्ताव: प्रधानमंत्री मोदी बोले- मणिपुर में उगेगा शांति का सूरज; जानें भाषण की प्रमुख बातें
क्या है खबर?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लोकसभा में विपक्ष द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर अपना जवाब दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2018 में भी हमारे खिलाफ विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लेकर आया था, जो 2019 के लोकसभा चुनाव में हमारे लिए शुभ साबित हुआ।
उन्होंने कहा कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में NDA और भाजपा सारे रिकॉर्ड तोड़कर भव्य बहुमत के साथ सरकार में वापस आएगी।
बयान
विपक्ष की रगों में घमंड और अविश्वास- प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अविश्वास और घमंड विपक्ष की रगों में जम गया है और वो जनता के विश्वास को देख नहीं पाते हैं। उन्होंने कहा कि आज देश का जो मंगल हो रहा है, देश की जय-जयकार हो रही है, विपक्ष ने काले कपड़ों में आकर उस पर काला टीका लगाया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "विपक्ष ने मेरे लिए तरह-तरह के अपशब्दों का इस्तेमाल किया है, लेकिन मैं उसका टॉनिक बनाकर पी लेता हूं।"
निशाना
प्रधानमंत्री बोले- विपक्ष को देश की चिंता नहीं
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में अपने भाषण के दौरान कहा कि विपक्षी पार्टियों को देश की चिंता नहीं है। उन्होंने कहा, "विपक्ष को सिर्फ सत्ता की भूख है। विपक्ष ने देश को निराशा के अलावा कुछ नहीं दिया है। जिनके बहीखाते खुद बिगड़े हुए हैं, वे आज हम से हिसाब मांग रहे हैं।"
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मैंने 2018 में कहा था कि आपको 2023 में अविश्वास प्रस्ताव लाने का मौका मिलेगा, लेकिन फिर भी तैयारी नहीं की।"
बयान
कांग्रेस ने किया अधीर रंजन चौधरी का अपमान- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस बार-बार अपनी पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी का अपमान करती है।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस ने अधीर रंजन चौधरी को सदन में बोलने का मौका नहीं दिया। शायद इसके लिए पश्चिम बंगाल से कोई फोन आया होगा।"
मोदी ने कहा, "चौधरी का नाम बोलने वालों की सूची में नहीं था। अमित भाई के कहने पर उनको आज मौक़ा दिया गया, लेकिन वह गुड़ का गोबर करने में माहिर हैं।"
भाषण
प्रधानमंत्री बोले- 21वीं सदी का कालखंड भारत के लिए महत्वपूर्ण
प्रधानमंत्री ने कहा कि किसी देश के जीवन में एक समय ऐसा आता है, जब वह पुरानी जंजीरों को तोड़कर आगे बढ़ने के लिए कदम उठाता है और 21वीं सदी का यह कालखंड भारत के हर सपने को सिद्ध करेगा।
उन्होंने कहा कि 21वीं सदी का यह कालखंड भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है और भारत के 140 करोड़ लोग अपने पुरुषार्थ से जो करेंगे, उससे 1,000 साल की नींव रखी जाएगी।
बयान
'विपक्ष जिसका बुरा चाहता है, उसका शुभ हो जाता है'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विपक्ष जिसका बुरा चाहता है, उसका शुभ हो जाता है।
उन्होंने इसे लेकर 3 उदाहरण देते हुए कहा, "विपक्ष ने बैंकिंग सेक्टर के बारे में बुरा-भला कहा, लेकिन यह सेक्टर लगातार मजबूत हो रहा है। विपक्ष ने कहा कि हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) बर्बाद हो गया, लेकिन आज वह देश की शान है। भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के बारे में क्या कुछ नहीं कहा गया, लेकिन वह आज लगातार मजबूत हो रही है।"
भाषण
कई राज्यों में कांग्रेस के प्रति अविश्वास- प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के कई राज्यों में कांग्रेस दशकों से जीत नहीं दर्ज कर पाई और उसके प्रति अविश्वास है।
उन्होंने कहा, "कांग्रेस ने तमिलनाडु में आखिरी बार 1962 में जीत दर्ज की थी, तमिलनाडु के लोगों के बीच कांग्रेस के लेकर अविश्वास है। पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, त्रिपुरा, ओडिशा और नागालैंड में रहने वाले लोग वर्षों से कह रहे हैं 'कांग्रेस नो-कॉन्फिडेंस'। कांग्रेस को यह बात समझ नहीं आती।"
निशाना
प्रधानमंत्री बोले- कुछ दिन पहले UPA का हुआ क्रिया-क्रम
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष के गठबंधन INDIA पर कड़ा निशाना साधा। उन्होंने कहा, "विपक्ष ने कुछ दिन पहले बेंगलुरू में UPA का क्रिया-कर्म किया और मैं इसके लिए विपक्ष के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।"
उन्होंने कहा, "खुद को जिंदा करने के लिए इन्हें हमारे NDA का ही सहारा लेना पड़ा है, लेकिन आदत के मुताबिक घमंड के 2 'I' NDA में जोड़ दिए। उन्होंने कहा कि पहला 'I' 26 पार्टियों का घमंड, जबकि दूसरा 'I' कांग्रेस का घमंड।"
मणिपुर
देश के लोग मणिपुर के साथ- प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश के लोग मणिपुर के साथ हैं। उन्होंने कहा कि मणिपुर में महिलाओं के साथ जो अपराध हुआ, वो अक्षम्य है। उन्होंने कहा कि मणिपुर में शांति का सूरज जरूर उगेगा और मणिपुर विकास के रास्ते पर आगे बढ़ता रहेगा।
उन्होंने कहा कि मणिपुर में शांति स्थापित करने के लिए सही प्रयास किए जा रहे हैं और मणिपुर फिर से विकास के रास्ते पर आगे बढ़े, इसके प्रयास में कोई कमी नहीं रहेगी।
चर्चा
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में आज कौन-कौन शामिल हुआ?
अविश्वास प्रस्ताव पर तीसरे और अंतिम दिन की चर्चा के दौरान विपक्ष और सत्ता पक्ष के कई सांसदों ने हिस्सा लिया।
विपक्ष की तरफ से कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी, तृणमूल कांग्रेस (TMC) की महुआ मोइत्रा और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी समेत अन्य कई सांसदों ने प्रस्ताव के पक्ष में बोलते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा।
केंद्र सरकार की तरफ से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, ज्योतिरादित्य सिंधिया, लॉकेट चर्टजी और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने अपनी बात रखी।
जानकारी
विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव लोकसभा में गिरा
लोकसभा में विपक्ष द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से गिर गया है। दरअसल, प्रस्ताव पर मतदान से पहले ही विपक्ष के सभी सांसदों ने सदन से वॉकआउट कर दिया था। विपक्ष मणिपुर हिंसा को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ यह प्रस्ताव लाया था।