
अमेरिका के टैरिफ से भारत के 4,200 अरब रुपये के निर्यात पर पड़ेगा असर
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने आज संसद में बताया है कि अमेरिका द्वारा लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ से लगभग 48.2 अरब डॉलर (लगभग 4,200 अरब रुपये) मूल्य के निर्यात पर असर पड़ेगा। यह अनुमान 2024 के व्यापार मूल्य के आधार पर है। वाणिज्य राज्य मंत्री जतिन प्रसाद ने कहा कि सरकार राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और किसानों, श्रमिकों, निर्यातकों तथा उद्योग के अन्य वर्गों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
बढ़ोतरी
ट्रंप का आदेश और शुल्क में बढ़ोतरी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 6 अगस्त को भारत से आने वाले सामानों पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का आदेश जारी किया। यह कदम रूस से भारत की तेल खरीद जारी रहने के कारण उठाया गया। आदेश के अनुसार यह शुल्क 7 अगस्त से लागू हो गया है और 27 अगस्त से भारतीय वस्तुओं पर कुल शुल्क बढ़कर 50 प्रतिशत हो जाएगा। हालांकि, कुछ उत्पाद, जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स और दवाइयां, अभी भी इन शुल्कों से बाहर रखे गए हैं।
बातचीत
व्यापार समझौते की बातचीत अटकी
भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर भी असर पड़ा है। अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की 25 अगस्त को होने वाली दिल्ली यात्रा अचानक रद्द कर दी गई। इससे छठे दौर की वार्ता टल गई है, जबकि अब तक 5 दौर पूरे हो चुके थे। यह बैठक अहम मानी जा रही थी, क्योंकि अतिरिक्त अमेरिकी टैरिफ जल्द लागू होने वाले हैं। अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल नई तारीख तय नहीं है और राहत की उम्मीद कम है।
रुख
रूसी तेल खरीद पर भारत का रुख
अमेरिका के दबाव के बावजूद भारत ने रूसी तेल की खरीद जारी रखी है। अगस्त के पहले पखवाड़े में भारत ने औसतन 18 लाख बैरल प्रतिदिन तेल आयात किया, जो जुलाई से अधिक है। रूसी तेल भारत के लिए आर्थिक रूप से सस्ता है, इसलिए इसे पूरी तरह रोकना संभव नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी स्वतंत्रता दिवस के संबोधन में कहा कि किसानों और पशुपालकों के हितों से समझौता करने वाला कोई भी व्यापारिक समझौता नहीं होगा।