NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / गीता प्रेस को लेकर आमने-सामने हुई भाजपा और कांग्रेस, क्या है मामला और किसने क्या कहा?   
    अगली खबर
    गीता प्रेस को लेकर आमने-सामने हुई भाजपा और कांग्रेस, क्या है मामला और किसने क्या कहा?   
    आज गीता प्रेस के शताब्दी समारोह के समापन कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी शामिल हुए

    गीता प्रेस को लेकर आमने-सामने हुई भाजपा और कांग्रेस, क्या है मामला और किसने क्या कहा?   

    लेखन नवीन
    Jul 07, 2023
    07:40 pm

    क्या है खबर?

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में गीता प्रेस के शताब्दी समारोह के समापन कार्यक्रम में शामिल हुए।

    इसमें अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने इशारों-इशारों में कांग्रेस पर निशाना साधा।

    प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "गीता प्रकाशन समूह किसी मंदिर से कम नहीं है। कभी-कभी संत रास्ता दिखाते हैं, कभी-कभी गीता प्रेस जैसी संस्थाएं।"

    इससे पहले कांग्रेस ने गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार से नवाजे जाने के फैसले पर सवाल खड़े किये थे।

    मामला

    क्या है मामला?

    भाजपा की सत्तारूढ़ केंद्र सरकार ने 2021 के गांधी शांति पुरस्कार के लिए गोरखपुर की गीता प्रेस को चुना है।

    संस्कृति मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए कहा था, "गांधी शांति पुरस्कार, 2021 मानवता के सामूहिक उत्थान में योगदान देने में गीता प्रेस के महत्वपूर्ण और अद्वितीय योगदान को मान्यता देता है, जो सच्चे अर्थों में गांधीवादी जीवन का प्रतीक है।"

    कांग्रेस ने पुरस्कार का चयन करने वाली प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली समिति के निर्णय पर सवाल खड़े किये थे।

    प्रधानमंत्री 

    प्रधानमंत्री ने क्या कहा?

    प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि गीता प्रेस अपने काम के माध्यम से मानवता का मार्गदर्शन कर रही है।

    उन्होंने दावा किया कि महात्मा गांधी का गीता प्रेस के साथ भावनात्मक रिश्ता था और इसकी मासिक पत्रिका 'कल्याण' में वह नियमित रूप से लिखा करते थे।

    उन्होंने कहा कि गीता प्रेस आज भी कल्याण पत्रिका में महात्मा गांधी की विज्ञापन न प्रकाशित करने की सलाह का पालन कर रही है।

    प्रधानमंत्री

    प्रधानमंत्री ने की गीता प्रेस के योगदान की सराहना 

    प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "प्रेस के नाम में ही गीता है, जहां गीता होती है वहां भगवान कृष्ण स्वयं मौजूद होते हैं। गीता प्रेस कई सालों से देश को एकजुट करने और देशवासियों में राष्ट्रीय चेतना को विकसित करने में मदद कर रही है। यह 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' को दर्शाता है।"

    प्रधानमंत्री ने गंगा नदी को स्वच्छ रखने के लिए जागरूकता फैलाने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने में गीता प्रेस के काम की विशेष रूप से प्रशंसा की।

    कांग्रेस

    गीता प्रेस को लेकर कांग्रेस ने क्या कहा?

    कांग्रेस नेता जयराम ने कहा था कि गीता प्रेस को पुरस्कार देने का निर्णय सावरकर और गोडसे को पुरस्कार देने जैसा है।

    उन्होंने कहा था, "2021 का गांधी शांति पुरस्कार गोरखपुर की गीता प्रेस को प्रदान किया गया है। इस संगठन की 2015 में अक्षय मुकुल द्वारा लिखित एक बहुत ही बेहतरीन बायोग्राफी है, जिसमें उन्होंने महात्मा गांधी के साथ इसके तूफानी संबंधों और उनके राजनीतिक, धार्मिक और सामाजिक एजेंडे के खिलाफ इसकी मुहिम का खुलासा किया है।"

    जानकारी

    गीता प्रेस ने पुरस्कार की नकद राशि लेने से किया था इनकार

    गीता प्रेस ने गांधी शांति पुरस्कार का 1 करोड़ रुपये नकद पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया था। उसने कहा था कि वह केवल प्रशस्ति पत्र स्वीकार करेगी और सरकार को यह राशि कहीं दूसरी जगह खर्च करनी चाहिए।

    पुरस्कार

    क्या है गांधी शांति पुरस्कार? 

    गांधी शांति पुरस्कार एक वार्षिक पुरस्कार है, जिसकी शुरुआत भारत सरकार ने 1995 में महात्मा गांधी की 125वीं जयंती के अवसर पर गांधी के आदर्शों को सम्मान देने के लिए की थी।

    संस्कृति मंत्रालय के अनुसार, यह पुरस्कार किसी भी व्यक्ति को दिया जा सकता है, चाहे उसकी राष्ट्रीयता, नस्ल, भाषा, जाति, पंथ या लिंग कोई भी हो।

    मंत्रालय ने कहा कि पुरस्कार में 1 करोड़ रुपये, एक प्रशस्ति पत्र, एक पट्टिका और एक उत्कृष्ट पारंपरिक हस्तकला/हथकरघा वस्तु शामिल है।

    गीता प्रेस

    क्या है गीता प्रेस?

    उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में साल 1923 में गीता प्रेस की शुरुआत हुई थी।

    गीता प्रेस को दुनिया के सबसे बड़े प्रकाशकों में से एक माना जाता है, जिसने 14 भाषाओं में 41.7 करोड़ पुस्तकें प्रकाशित की हैं। इन पुस्तकों में श्रीमद्‍भगवद्‍गीता की 16.21 करोड़ प्रतियां भी शामिल हैं।

    इस संस्था ने कभी भी अपना राजस्व बढ़ाने के लिए अपने प्रकाशनों में विज्ञापन पर भरोसा नहीं किया।

    गीता प्रेस ने इसी साल अपनी स्थापना का शताब्दी वर्ष मनाया है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    नरेंद्र मोदी
    भाजपा समाचार
    कांग्रेस समाचार

    ताज़ा खबरें

    दीपिका पादुकोण की शर्तों से तंग आ गए संदीप रेड्डी वांगा, कर दिया 'स्पिरिट' से बाहर? दीपिका पादुकोण
    महाराष्ट्र और गोवा समेत कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना, राजस्थान और पंजाब में तपिश भारतीय मौसम विभाग
    'कौन बनेगा करोड़पति' छोड़ रहे अमिताभ बच्चन, सलमान खान ले सकते हैं जगह  सलमान खान
    IPL 2025: दिल्ली कैपिटल्स के तेज गेंदबाज मुकेश कुमार पर लगा बड़ा जुर्माना, जानिए कारण  IPL 2025

    नरेंद्र मोदी

    मणिपुर हिंसा: भाजपा विधायकों ने अपनी ही सरकार के खिलाफ प्रधानमंत्री को लिखा पत्र, फिर मुकरे मणिपुर
    प्रधानमंत्री मोदी ने UN मुख्यालय में 180 देशों के 8,000 लोगों के साथ किया योग अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
    मानवाधिकार पर बात हो सकती है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी को व्याख्यान नहीं देंगे बाइडन- व्हाइट हाउस जो बाइडन
    प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में UN मुख्यालय पर बना योग का विश्व रिकॉर्ड  गिनीज बुक

    भाजपा समाचार

    भाजपा और शिवसेना साथ मिलकर लड़ेंगे लोकसभा और विधानसभा चुनाव, एकनाथ शिंदे ने किया ऐलान महाराष्ट्र
    तमिलनाडु: भाजपा कार्यकर्ता पर लगा लिफ्ट देने के बहाने नाबालिग लड़के से छेड़छाड़ का आरोप, गिरफ्तार तमिलनाडु
    #NewsBytesExplainer: क्या है कर्नाटक का गोहत्या विरोधी कानून, जिस पर गरमाई हुई है राज्य की सियासत? कांग्रेस समाचार
    शरद पवार बोले- देश में भाजपा विरोधी लहर, लोग बदलाव चाहते हैं शरद पवार

    कांग्रेस समाचार

    राजस्थान: अशोक गहलोत से "सुलह" के बावजूद अपनी 3 प्रमुख मांगों पर अडिग सचिन पायलट- रिपोर्ट सचिन पायलट
    #NewsBytesExplainer: कौन हैं कथावाचक ऋचा गोस्वामी, जो मध्य प्रदेश में कांग्रेस की हिंदू विरोधी छवि बदलेंगी?  मध्य प्रदेश
    विपक्षी पार्टियों की अहम बैठक से पहले कांग्रेस और TMC के बीच विवाद क्यों? तृणमूल कांग्रेस
    राहुल गांधी अमेरिका में बोले- 2024 लोकसभा चुनाव के नतीजे करेंगे आश्चर्यचकित, विपक्ष भाजपा को हराएगा  राहुल गांधी
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025