त्रिपुरा विधानसभा में हंगामें के बाद विपक्ष के 5 विधायक हुए निलंबित, जानें पूरा मामला
क्या है खबर?
त्रिपुरा की विधानसभा में शुक्रवार को बजट सत्र के पहले दिन जमकर हंगामा हुआ।
विपक्ष के विधायकों ने भाजपा के विधायक जादब लाल नाथ के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए वेल में आकर नारेबाजी की। कुछ विधायक मेज पर भी चढ़ गए, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने 5 विधायकों को सदन से निलंबित कर दिया।
कांग्रेस, टिपरा मोथा पार्टी समेत अन्य पार्टियों के विधायकों ने निलंबन के फैसले के खिलाफ सदन से वॉकआउट कर दिया।
बयान
बजट पेश करने के दौरान शुरू हुई थी नारेबाजी
त्रिपुरा विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष निमेष देबबर्मा ने भाजपा विधायक के मामले पर चर्चा करने के लिए प्रस्ताव लाए थे, जिसे विधानसभा अध्यक्ष ने खारिज कर दिया था।
उन्होंने भाजपा विधायक पर कार्रवाई करने की मांग भी की थी।
इसके बाद राज्य के वित्त मंत्री मंत्री प्रणजीत सिंघा रॉय के वित्त वर्ष 2023-24 के लिए वार्षिक बजट पेश करना शुरू करते ही विपक्ष के विधायकों ने सदन में नारेबाजी शुरू कर दी।
घटना
विधानसभा में पोर्न देखते हुए पाए गए थे भाजपा विधायक
त्रिपुरा की बागबासा विधानसभा सीट से भाजपा विधायक जादब लाल नाथ 30 मार्च को विधानसभा सत्र के दौरान कथित तौर पर पोर्न देखते हुए पाया गया था।
इसकी वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी, जिसके बाद भाजपा विधायक की काफी आलोचना हुई थी।
मामले के तूल पकड़ने के बाद त्रिपुरा भाजपा के अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य ने कहा था कि विधायक को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
जानकारी
भाजपा विधायक ने मामले को लेकर क्या कहा था?
भाजपा विधायक ने कहा था, "मुझे पता है कि विधानसभा सत्र के दौरान मोबाइल फोन प्रतिबंधित हैं। सत्र के दौरान मेरे मोबाइल फोन पर एक कॉल आई और कॉल उठाते ही फोन पर अश्लील वीडियो चलने लगे। हालांकि, मैंने तुरंत बंद इन्हें कर दिया था।"
कार्रवाई
टिपरा मोथा पार्टी के 3 विधायक हुए निलंबित
त्रिपुरा विधानसभा के अध्यक्ष विश्वबंध सेन ने सदन में हंगामा करने के लिए भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के विधायक नयन सरकार और कांग्रेस के सुदीप रॉय बर्मन को सदन से निलंबित कर दिया।
टिपरा मोथा पार्टी के 3 विधायकों बृस्वकेतु देबबर्मा, नंदिता रियांग और रंजीत देबबर्मा को भी सदन की कार्यवाही से निलंबित किया गया।
NDTV के मुताबिक, निलंबन के फैसले को रद्द कर दिया गया है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
बयान
मुख्यमंत्री साहा ने प्रदर्शन को बताया अनुचित
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने विधानसभा में हुए हंगामे पर अपनी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "आज बजट सत्र के पहले दिन विधानसभा में जो कुछ भी हुआ वह अविश्वसनीय और अनुचित था। विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर और पवित्र स्थान होता है। उन्होंने जिस तरह से अपना विरोध प्रदर्शित किया, वह एक पाप है।"
त्रिपुरा भाजपा ने ट्ववीट कर कहा कि विपक्षी विधायकों ने विधानसभा की गरिमा को भंग कर दिया है।