
#NewsBytesExplainer: NDA की बैठक में कौन-सी पार्टियां शामिल होंगी और किन मुद्दों पर होगी चर्चा?
क्या है खबर?
2024 लोकसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक पार्टियां शक्ति प्रदर्शन और गुणा-भाग में जुट गई हैं। इसी सिलसिले में 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरू में विपक्षी पार्टियों की बैठक हो रही है।
दूसरी ओर भाजपा ने भी 18 जुलाई को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की पार्टियों की दिल्ली में बैठक बुलाई है। अशोका होटल में होने वाली इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।
आइए समझते हैं कि इस बैठक में कौन-सी पार्टियां शामिल हो रही हैं।
पार्टीयां
सबसे पहले जानिए NDA में कितनी पार्टियां हैं?
NDA में पहले से ही 24 पार्टियां हैं।
इनमें शिवसेना (शिंदे गुट), ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK), नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP), नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP), जननायक जनता पार्टी (JJP), सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM), बिहार पीपुल्स पार्टी (BPP), इंडिया मक्कल कलवी मुनेत्र कड़गम (IMKMK), इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (IPFT), ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन, मिजो नेशनल फ्रंट (MNF), तमिल मनीला कांग्रेस, पट्टली मक्कल काची (PMK) और अपना दल (सोनेलाल) शामिल हैं।
नई पार्टी
NDA में शामिल हुई 6 नई पार्टियां
इनके अलावा असम गण परिषद, निषाद पार्टी, यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल, अखिल भारतीय एन रंगास्वामी कांग्रेस, अकाली दल (ढ़ीडसा), भारतीय रिपब्लिकन पार्टी (RPI) और जनसेना भी NDA का पहले से ही हिस्सा हैं।
हाल ही में 6 नई पार्टियां भी NDA में शामिल हुई हैं। इनमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजीत गुट), लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तान आवाम मोर्चा, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, विकासशील इंसान पार्टी (VIP) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) शामिल हैं।
शामिल
बैठक में कौन-कौन शामिल होगा?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कम से कम 19 पार्टियां बैठक में शामिल होने की पुष्टि कर चुकी हैं। इन्हें खुद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने न्योता भेजा है।
हालांकि, भाजपा की ओर से शिरोमणि अकाली दल (SAD), तेलुगु देशम पार्टी (TDP) और हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को आमंत्रित नहीं किया है।
पंजाब में SAD की जगह अकाली दल (ढ़ीडसा) को आमंत्रित किया गया है। इन पार्टियों को न बुलाने के पीछे अलग-अलग वजह बताई जा रही हैं।
मुद्दे
बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा हो सकती है?
विशेषज्ञों की मुताबिक, बैठक में आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति को लेकर चर्चा हो सकती है। सभी पार्टियों के बीच समन्वय और नए सहयोगियों के NDA में समावेश पर भी चर्चा हो सकती है।
हालांकि, कई विशेषज्ञ इस बैठक का सांकेतिक महत्व भी मान रहे हैं। उनके मुताबिक, लोकसभा चुनाव की तैयारी और विपक्षी पार्टियों की एकजुटता के विरोध के प्रतीक के तौर पर इस बैठक का काफी सांकेतिक महत्व है।
दूरी
किन पार्टियों ने दोनों धड़ों से बनाई दूरी?
अभी भी कई ऐसी पार्टियां हैं, जिन्होंने न तो विपक्ष की बैठक और न NDA में शामिल होने की बात कही है।
इनमें बीजू जनता दल (BJD), युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (YSRCP), जनता दल (सेक्युलर), बहुजन समाजवादी पार्टी (BSP), अकाली दल, TDP और भारत राष्ट्र समिति (BRS) शामिल हैं।
हालांकि, इनमें से BRS को छोड़कर बाकी 6 पार्टियां नई संसद के उद्घाटन समारोह में भाजपा का साथ दे चुकी हैं।
नड्डा
बैठक से पहले नड्डा ने साधा विपक्ष पर निशाना
बैठक से पहले नड्डा ने दावा किया कि NDA की बैठक में 38 पार्टियां शामिल होंगी।
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले 9 सालों में NDA का जो विकास का एजेंडा है, योजनाएं हैं, नीतियां हैं, इसमें सभी दलों ने रूचि दिखाई है। पार्टियां उत्साह के साथ NDA से जुड़ रही हैं। हमारा गठबंधन सत्ता के लिए नहीं है, सेवा के लिए है। UPA के पास न नेता हैं, न नीति है। इनमें कोई ताकत नहीं है।"