साबूदाना सेहत के लिए है फायदेमंद, डाइट में शामिल करने से मिलेंगे ये 5 प्रमुख लाभ
साबूदाना टैपिओका की जड़ से निकलने वाले स्टार्च से बनाया जाता है और सफेद मोतियो जैसा दिखता है। अमूमन उपवास के खाने में इसका इस्तेमाल किया जाता है। इनमें कई आवश्यक पोषक तत्व होते हैं और इन्हें डाइट में शामिल करना स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक हो सकता है। आइए आज हम आपको साबूदाना से मिलने वाले पांच प्रमुख फायदों के बारे में बताते हैं।
हृदय स्वास्थ्य में कर सकता है सुधार
साबूदाना हाई कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने में मदद करता है और इससे हृदय रोग का खतरा बहुत कम हो जाता है। चूहों पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार, साबूदाना खाने वाले चूहों में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड का स्तर कम हुआ है। इसी तरह इसमें रेस्वेराट्रोल नामक एंटी-ऑक्सीडेंट होता है, जो हार्ट अटैक के साथ स्ट्रोक का खतरा कम करने में मदद करता है।
इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक
साबूदाना विटामिन-A, मैग्नीशियम और पोटेशियम से भरपूर होता है। इसका सेवन शरीर की इम्यूनिटी को मजबूती देने में मदद कर सकता है। इसमें कैल्शियम, फाइबर, आयरन, कॉपर और फ्लेवोनोइड्स की मात्रा भी अधिक होती है, जो इसे संक्रमण से लड़ने वाले ऊतकों और कोशिकाओं के उचित विकास के लिए आवश्यक होत हैं। ऐसे में साबूदाना को डाइट में शामिल करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक साबित हो सकता है।
वजन बढ़ाने में भी मददगार
यदि आप स्वस्थ तरीके से वजन बढ़ाना चाहते हैं तो अपनी डाइट में साबूदाना जरूर शामिल करें। बता दें कि 100 ग्रम साबूदाने से लगभग 350 कैलोरी होती है, जो इसे वजन बढ़ाने के लिए उपयुक्त बनाती है। यह एक स्टार्च युक्त खाद्य पदार्थ है। ऐसे में शिशुओं और छोटे बच्चों का वजन बढ़ाने के लिए भी उन्हें यह खिलाना सुरक्षित होता है।
हड्डियों को मजबूती देने में सक्षम
साबूदाना अच्छी मात्रा में प्राकृतिक कैल्शियम से भरा होता है, जो युवा और वृद्धों की हड्डियों को मजबूती देने में मदद कर सकता है। यह स्टार्च युक्त खाद्य पदार्थ ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षणों को कम करने में भी सहायक है। इसके अलावा, साबूदाने में मैग्नीशियम और आयरन भी होता है और ये दोनों ही हड्डियों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। हालांकि, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं से ग्रस्त लोग इसका कम ही सेवन करें।
गर्भवती महिलाओं के लिए है लाभदायक
साबूदाने में विटामिन-B6 और फोलेट की भरपूर मात्रा मौजूद होती है। ये दोनों ही आवश्यक पोषक तत्व हैं, जो भ्रूण के उचित विकास और पोषण को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं। इसी तरह गर्भावस्था के दौरान साबूदाना खाने से बच्चे के मस्तिष्क का भी विकास होता है। यह स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी फायदेमंद है, क्योंकि इसमें मौजूद आयरन और कैल्शियम दूध उत्पादन को बढ़ाते हैं।