हार्ट अटैक से बचे रहने के लिए इन पांच आदतों को अपनाने की करें कोशिश
सोनाली फोगाट, केके और सिद्धार्थ शुक्ला के निधन ने सभी को हिलाकर रख दिया है, जिसके बाद हर कोई जानना चाहता है कि इससे सुरक्षित रहने के लिए किया जाए। विशेषज्ञों के अनुसार, हार्ट अटैक का सीधा संबंध हमारी जीवनशैली से होता है, इसलिए इसे ठीक रखना सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसी आदतों के बारे में बताते हैं जिन्हें अपनाकर आप अपने हृदय को स्वस्थ रखने के साथ-साथ हार्ट अटैक से बचे रह सकते हैं।
हार्ट अटैक आने के कारण
हार्ट अटैक आने के मामलों में वृद्धि के कारण हर व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं। हालांकि, इसके प्रमुख कारण की बात करें तो खराब जीवनशैली और आदतें हैं। तनाव भी हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। हार्ट अटैक आने के बड़े जोखिम कारकों में टाइप 2 मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्तचाप, स्क्रीन समय में वृद्धि, कम शारीरिक गतिविधि, हृदय रोगों से जुड़ा पारिवारिक इतिहास, मोटापा आदि भी शामिल हैं।
रोजाना एक्सरसाइज करना है जरूरी, लेकिन ज्यादा नहीं
बात चाहें हार्ट अटैक से बचे रहने की हो या फिर समग्र स्वास्थ्य की, रोजाना एक्सरसाइज करना महत्वपूर्ण है, लेकिन ज्यादा देर तक नहीं। रोजाना ज्यादा से ज्यादा 30 से 60 मिनट तक एक्सरसाइज करना काफी है। इससे शरीर के वजन को नियंत्रित करने के साथ-साथ ऐसी स्थिति विकसित होने की संभावना भी कम हो जाती हैं, जो उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह और हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाती हैं।
स्वास्थ्यवर्धक होनी चाहिए डाइट
स्वस्थ हृदय के लिए स्वास्थ्यवर्धक खान-पान को डाइट में शामिल करना भी बहुत जरूरी है। इसलिए सब्जियों और फलों का अधिक सेवन करें। अगर आप मांसाहारी हैं तो लीन मीट जैसे मछली और चिकन खाएं। हालांकि, रेड मीट, अत्यधिक नमक और अधिक चीनी का सेवन करने से बचें। जितना हो सके प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट, स्मोकिंग और अल्कोहल से भी दूरी बनाएं।
पर्याप्त नींद लें
आजकल यही देखने में आता है कि भागदौड़ भरी जिंदगी और व्यस्तता के कारण लोग अपनी नींद से समझौता कर लेते हैं, लेकिन उनकी यही गलती उन्हें कई गंभीर बीमारियों से घेर सकती हैं जैसे हार्ट अटैक भी। समग्र स्वास्थ्य के लिए जरूरी है कि हर व्यक्ति रोजाना कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूर लें। इससे न सिर्फ आपके दिमाग को आराम मिलेगा बल्कि उच्च रक्तचाप, मधुमेह, तनाव और हार्ट अटैक के विकास की संभावना भी कम होगी।
तनाव को खुद से दूर रखने की करें कोशिश
तनाव को खुद से दूर रखना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह अपने आप में ऐसा जोखिम कारक है, जो शरीर को कई तरह की गंभीर बीमारियों का घर बना सकता है। हार्ट अटैक और अन्य हृदय रोगों के लिए भी तनाव सबसे ज्यादा जिम्मेदार हो सकता है। तनाव को खुद से दूर रखने के लिए रोजाना कुछ मिनट मेडिटेशन, योगासन और विश्राम तकनीकों का अभ्यास करें। इसके साथ ही नियमित स्वास्थ्य जांच भी बहुत महत्वपूर्ण है।
उच्च रक्तचाप और मधुमेह की समय-समय पर करवाते रहें जांच
उच्च रक्तचाप और मधुमेह भी ऐसी बीमारियां हैं, जो हार्ट अटैक लाने की मुख्य वजह बन सकती हैं। इसलिए आपको समय-समय पर अपने रक्तचाप की जांच करनी चाहिए। निगरानी 18 साल की उम्र से शुरू होनी चाहिए। वहीं, अगर आपका मधुमेह से जुड़ा पारिवारिक इतिहास है तो किसी को कम उम्र में ही इसकी जांच शुरू करवा देनी चाहिए। अगर ऐसा कोई इतिहास नहीं है तो मध्यम आयु में मधुमेह की जांच शुरू की जा सकती है।