ऑस्टियोपोरोसिस: जानिए हड्डियों से जुड़ी इस बीमारी के कारण, लक्षण और इससे बचाव के उपाय
क्या है खबर?
ऑस्टियोपोरोसिस हड्डियों से जुड़ी एक ऐसी बीमारी है जिसके कारण हड्डियां इतनी कमजोर हो जाती हैं कि एक सामान्य छींक आने से कूल्हे, रीढ़ और कलाई में फ्रैक्चर हो सकता है।
इस समस्या से ग्रस्त मरीज की हड्डियों के कई छेद हो जाते हैं। ऐसे में जरूरी है आपको इस गंभीर बीमारी के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें पता होनी चाहिए ताकि वक्त रहते इसका इलाज किया जा सके।
चलिए ऑस्टियोपोरोसिस से जुड़ी ऐसी ही कुछ महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।
कारण
ऑस्टियोपोरोसिस के कारण
अगर आपके परिवार में किसी को ऑस्टियोपोरोसिस रहा हो तो आपके इससे ग्रसित होने की संभावना बनी रहती है। कुछ विशेष प्रकार की दवाइयों के सेवन से भी ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या हो सकती है।
इसके अलावा आहार में अपर्याप्त पोषण, योग और एक्सरसाइज जैसे शारीरिक गतिविधियों का अभाव भी हड्डियों को कमजोर कर सकता है।
इसी के साथ अत्याधिक सूजन, हार्मोन से संबंधित स्थितियां और कुअवशोषण जैसी शारीरिक समस्याओं के कारण भी ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है।
लक्षण
ऑस्टियोपोरोसिस से जुड़े लक्षण
किसी चीज को पकड़ने की क्षमता में कमी आना या फिर कंधों का झुक जाना ऑस्टियोपोरोसिस के सामान्य लक्षण हैं।
इसके अलावा पीठ का झुक जाना, पीठ में दर्द का बना रहना, पीठ पर कूबड़ का निकल आना और पीठ को सीधा करके उठाने में समस्या होना भी ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षण हो सकते हैं।
छींक या खांसने के कारण रीढ़, गर्दन या कूल्हे की हड्डी में फ्रैक्चर होना भी ऑस्टियोपोरोसिस का एक मुख्य लक्षण है।
निदान
ऑस्टियोपोरोसिस का कैसे पता लगाया जा सकता है?
ऑस्टियोपोरोसिस का पता लगाने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें ताकि वह शारीरिक जांच और टेस्ट के बाद आपको इस समस्या के बारे में बता सके।
इसके लिए डॉक्टर आपको DEXA स्कैन कराने का निर्देश दे सकते हैं। यह एक विशेष प्रकार का एक्स-रे है जो हड्डियों के घनत्व को मापता है।
इसके अलावा डॉक्टर आपको अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह भी दे सकते हैं जिससे ऑस्टियोपोरोसिस के शुरुआती लक्षणों का पता लगाने में आसानी हो सकती है।
बचने के उपाय
ऑस्टियोपोरोसिस से बचने के उपाय
अगर आप ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या से बचकर रहना चाहते हैं तो अपने शरीर खासकर हड्डियों के प्रति सचेत रहें।
बेहतर होगा कि आप अपनी डाइट में पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें और जंक फूड, अल्कोहल और ध्रूमपान आदि से दूरी बना लें क्योंकि इनसे ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या को बढ़ावा मिलता है।
इसके अलावा नियमित तौर पर कुछ एक्सरसाइज और योगासनों का अभ्यास करें।