पेट की गर्मी दूर करने में मदद कर सकते हैं ये 5 खाद्य पदार्थ
गर्मियों में मसालेदार और तली चीजों का सेवन, डिहाइड्रेशन, ओवरईटिंग, तनाव और संक्रमण आदि के कारण पेट में गर्मी पैदा हो सकती है। इसके कारण व्यक्ति को सीने में जलन, गैस, मतली, पेट में दर्द, डायरिया और ब्लोटिंग की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। यह कष्टदायक समस्या आपको असहज महसूस करा सकती है। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बताते हैं, जिनका सेवन पेट को ठंडक देने में मदद कर सकता है।
तरबूज
तरबूज गर्मियों में आने वाले सबसे स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक फलों में से एक है। पानी से भरपूर यह फल पाचन क्रिया को न सिर्फ ठंडक प्रदान कर सकता है, बल्कि शरीर को हाइड्रेट रखने में भी कारगर है। तरबूज का सेवन खाने को ढंग से पचाने और अपच, गैस, कब्ज और डायरिया जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में भी मदद कर सकता है। यहां जानिए तरबूज से मिलने वाले अन्य स्वास्थ्य लाभ।
खीरा
पेट की गर्मी को दूर करने में खीरे का सेवन भी मदद कर सकता है। इसका कारण है कि पानी से भरपूर यह सब्जी पेट को ठंडा रखती है और कब्ज जैसी कई पेट संबंधित समस्याओं से राहत दिला सकती है। इसमें पानी की मात्रा ज्यादा होती है, जो डिहाइड्रेशन के कारण पेट में होने वाली सूजन को रोकने में मदद कर सकता है। यहां जानिए खीरे के सेवन से मिलने वाले अन्य फायदे।
नारियल पानी
नारियल पानी का सेवन भी पेट को ठंडक दे सकता है। यह प्राकृतिक पेय पोटैशियम, मैंगनीज और अमीनो एसिड जैसे खनिजों और इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होता है, जो शरीर में पानी की कमी को पूरा करते हैं। इसमें कैलोरी कम और पोषक तत्वों की मात्रा अधिक होती है, इसलिए यह शरीर को तुरंत एनर्जी देने और कई स्वास्थ्य लाभ देने में सहायक होता है। यहां जानिए रोजाना सुबह खाली पेट नारियल पानी पीने के फायदे।
सत्तू
सत्तू का सेवन भी पाचन से जुड़ी समस्याओं को दूर कर सकता है। इसमें मौजूद फाइबर भोजन को अच्छे से पचाने में मदद कर सकता है। यह खनिज नियमित मल त्याग को बढ़ावा देता है और कब्ज जैसी पाचन संबंधी समस्याओं को रोकता है। इसके अतिरिक्त यह स्वस्थ आंत माइक्रोबायोम को बनाए रखने में भी मदद करता है। लाभ के लिए सत्तू का शरबत बनाकर पीएं। यहां जानिए सत्तू के अन्य व्यंजनों की रेसिपी।
ग्रीक योगर्ट
ग्रीक योगर्ट भी पेट को ठंडक दे सकता है। इसके अतिरिक्त इसमें प्रोबायोटिक्स की अधिक मात्रा मौजूद होती है, जो इसे पाचन के लिए आदर्श बनाती है। प्रोबायोटिक्स कब्ज से सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं और इसमें मौजूद अच्छे बैक्टीरिया पाचन को शांत रखने में सहायक हैं। अगर ग्रीक योगर्ट न मिले तो इसकी जगह दही का सेवन भी किया जा सकता है। यहां जानिए योगर्ट और दही में अंतर।