
इस्तांबुल शांति वार्ता: रूस ने यूक्रेन के साथ बिना शर्त युद्ध विराम से किया इनकार
क्या है खबर?
रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता का दूसरा दौर सोमवार को इस्तांबुल में शुरू हुआ, लेकिन यह बैठक महज एक घंटे में ही खत्म हो गई।
यह वार्ता रूस के परमाणु-सक्षम सामरिक बमवर्षक लड़ाकू विमानों पर यूक्रेनी की ओर से किए गए ड्रोन के बड़े हमले के एक दिन बाद हुई।
यूक्रेन के विदेश मामलों के प्रथम उपमंत्री सर्जी किस्लित्स्या ने बताया कि रूप ने वार्ता में बिना शर्त युद्ध विराम करने से इनकार कर दिया।
बयान
यूक्रेन के उपमंत्री ने जारी किया बयान
न्यूज18 के अनुसार, शांति वार्ता के समाप्त होने बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में यूक्रेन के उपमंत्री किस्लित्स्या ने कहा, "रूसी पक्ष ने बिना शर्त युद्ध विराम के प्रस्ताव को अस्वीकार करना जारी रखा है।"
यह बयान दोनों देशों के बीच फिर से संघर्ष बढ़ने का संकेत है।
इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने कहा कि दोनों देश नए कैदियों की अदला-बदली पर काम कर रहे हैं, जैसा कि वार्ता के दौरान निर्णय लिया गया था।
ज्ञापन
रूस ने पूर्ण युद्ध विराम के लिए सौंपा विस्तृत ज्ञापन
रूस के मुख्य वार्ताकार व्लादिमीर मेडिंस्की ने कहा उन्होंने यूक्रेनी समकक्षों को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा है जिसमें पूर्ण युद्ध विराम के लिए रूस की प्रमुख शर्तें थीं। इसके अलावा, उन्होंने 2-3 दिन तक चलने वाले सीमित युद्ध विराम का प्रस्ताव भी रखा है, जिससे कमांडर अपने सैनिकों के शव एकत्र कर सकें।
इसी तरह यूक्रेनी रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव ने कहा, "हमने रूसी पक्ष को 20 से 30 जून तक एक और बैठक आयोजित करने का प्रस्ताव दिया है।"
वार्ता
पहली शांति वार्ता में क्या हुआ था?
तुर्की के अधिकारियों की मेजबानी में दूसरे दौर की वार्ता 16 मई को हुई पहली वार्ता के बाद हुई है। वह वार्ता करीब 2 घंटे तक चली थी।
उस दौरान दोनों देशों के प्रतिनिधियों ने बड़े पैमाने पर कैदियों की अदला-बदली करने का समझौता किया था, लेकिन युद्ध को समाप्त करने की दिशा में कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं हुई थी।
ऐसे में दूसरी वार्ता में कुछ परिणाम की उम्मीद थी, लेकिन इस बार भी सफलता नहीं मिली।
आह्वान
युद्ध ब्लॉगरों ने किया जवाबी हमले का आह्वान
इस्तांबुल में दूसरे दौर की वार्ता शुरू होते ही रूस में माहौल गरमा गया क्योंकि रूस के प्रभावशाली युद्ध ब्लॉगरों ने सरकार से यूक्रेन के खिलाफ सख्त जवाबी हमला करने का आह्वान किया था।
उनका कहना था कि वार्ता से पहले यूक्रेन ने अब तक का सबसे बड़ा हमला करते हुए रूस के 40 बमवर्षक लड़ाकू विमानों को तबाह कर दिया।
यूक्रेन ने करीब 7,000 किलोमीटर दूर आर्कटिक, साइबेरिया और सुदूर पूर्व स्थित ठिकानों को निशाना बनाया था।
बयान
यूक्रेन के सांसद ने दिया बड़ा बयान
यूक्रेनी सांसद किरा रुडिक ने हमले को लेकर कहा, "40 रूसी लड़ाकू विमानों का नष्ट होना कोई संयोग नहीं है। रूस हम पर 500 ड्रोन और मिसाइलें दागता रहता है। यह केवल समय की बात है कि कब उनकी तरफ से चीजें बदलनी शुरू होंगी।"
उन्होंने दावा किया कि यूक्रेन के हमले से रूस को करीब 2 अरब डॉलर (लगभक 16,800 करोड़ रुपये) से अधिक का नुकसान हुआ है। यह यूक्रेन की ओर से किया गया सबसे बड़ा हमला है।