PCOS के संबंधित समस्याएं कम करने के लिए जीवनशैली में करें ये 5 बदलाव
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन के कारण होने वाली स्थिति है। इससे ग्रस्त महिला के शरीर में पुरुष हार्मोन एण्ड्रोजन का स्तर जरूरत से ज्यादा हो जाता है और अंडाशय पर पुटी बनने लगती हैं। इसके कारण अनियमित मासिक धर्म, चेहरे पर अत्यधिक बाल उगना और वजन संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। आइए आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताते हैं, जिन्हें अपनाकर आप इस स्थिति को सुधार सकते हैं।
डाइट में शामिल करें स्वाथ्यवर्धक खाद्य पदार्थ
संतुलित और पौष्टिक आहार अपनाने से हार्मोन्स को नियंत्रित करने समेत वजन घटाने और इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने में मदद मिल सकती है, जिनका अक्सर PCOS से पीड़ित महिलाओं को सामना करना पड़ता है। लाभ के लिए फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और स्वस्थ वसा युक्त खाद्य पदार्थ आदि को अपनी डाइट में शामिल करें। साथ ही प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ, शर्करा और रिफाइंड कार्ब्स वाली चीजों से परहेज करें।
एक्सरसाइज करें
स्वस्थ वजन बनाए रखने, इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने और PCOS से जुड़ी हृदय संबंधी जटिलताओं के जोखिमों को कम करने के लिए रोजाना एक्सरसाइज करना जरूरी है। लाभ के लिए हफ्ते में 2 बार एरोबिक एक्सरसाइज और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग एक्सरसाइज करें। इसके अतिरिक्त रोजाना कुछ मिनट ब्रिस्क वॉक करें क्योंकि यह उम्र से संबंधित समस्याओं और मांसपेशियों के नुकसान से भी बचाती है। साथ ही यह हृदय के लिए भी अच्छी एक्सरसाइज है।
मन लगाकर और सीमित मात्रा में खाएं खाना
मन लगाकर खाने से व्यवहार को बदलने और वजन को कम करने में मदद मिल सकती है। ध्यान लगाकर खाना बेहतर पाचन को बढ़ावा देता है और आपको कुछ भी खाने से बचा सकता है। इसके अलावा अधिक खाने से बचने और वजन बढ़ने से रोकने के लिए अपने छोटे आकार की प्लेट लें,. ताकि आप उसमें सीमित मात्रा में खाना डालकर खाएं। इसके साथ ही खाना खाते समय टीवी या फिर मोबाइल में न लगें।
तनाव को नियंत्रित करने में है कारगर
अधिक तनाव PCOS के लक्षणों को बढ़ा सकता है और हार्मोनल संतुलन को प्रभावित कर सकता है। लाभ के लिए मेडिटेशन, योग या फिर अपनी अन्य पसंदीदा गतिविधियों को तनाव कम करने के लिए अपनाएं। इसके अतिरिक्त हर रात पर्याप्त नींद लेने को प्राथमिकता दें क्योंकि अपर्याप्त नींद हार्मोन के स्तर, मेटाबॉलिज्म और समग्र स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल सकती है। हर रात 7 से 9 घंटे की गुणवत्तापूर्ण नींद का लक्ष्य रखें।
कैफीन, अल्कोहल और धूम्रपान से बनाएं दूरी
कैफीन और अल्कोहल का अत्यधिक सेवन हार्मोन के स्तर को बाधित कर सकता है और PCOS के लक्षणों को बढ़ा सकता है, इसलिए इन पेय के सेवन को सीमित करें या इनसे दूरी बनाएं। इसके अतिरिक्त धूम्रपान करना इंसुलिन प्रतिरोध को खराब कर सकता है और PCOS से जुड़ी हृदय जटिलताओं को बढ़ा सकता है। इनसे बचाव के लिए धूम्रपान छोड़ने पर विचार करें। यहां जानिए धूम्रपान की तलब बढ़ाने वाले इन खाद्य पदार्थ।