पोहा बनाम इडली: कौन-सा व्यंजन ब्लड शुगर में वृद्धि को रोकने के लिए बेहतर है?
खान-पान ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभा सकता है। दिन का सबसे पहला भोजन सुबह के समय होता है, जिसमें पोषण विशेषज्ञ मधुमेह के रोगियों को प्रोटीन, स्वस्थ वसा, फाइबर और कॉम्प्लेक्स कार्ब युक्त चीजों का सेवन करने की सलाह देते हैं, ताकि पूरे दिन ब्लड शुगर नियंत्रित रहे। इसके लिए पोहा और इडली सबसे लोकप्रिय विकल्प हैं, लेकिन इनमें से किसका सेवन मधुमेह रोगियों के लिए ज्यादा फायदेमंद है, आइए जानते हैं।
पोहा के फायदे
पोहा को चपटा चावल भी कहा जाता है और इसे राई, मूंगफली, करी पत्ता के छोंक सहित भुनी मूंगफली, सूखे मसालों, नींबू और धनिया से बनाया जाता है। इसके लिए इस्तेमाल की जाने वाली सामग्रियां स्वास्थ्यवर्धक होती हैं, इसलिए पोहे को पौष्टिक नाश्ता माना जाता है। यह वजन घटाने, हृदय संबंधी बीमारियों के जोखिम कम करने, पाचन क्रिया को बढ़ावा देने, उच्च कोलेस्ट्रॉल को कम करने और उच्च ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
क्या मधुमेह रोगियों के लिए अच्छा है पोहा?
सफेद चावलों की तुलना में पोहा मधुमेह रोगियों के लिए एक अच्छा नाश्ता विकल्प है क्योंकि इसमें मौजूद फाइबर ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित कर सकता है। यह कार्ब्स और अच्छे वसा का भी बेहतरीन स्त्रोत है। इसके अतिरिक्त इससे आंत के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा मिलता है, जिससे पाचन क्रिया और मेटाबॉलिज्म को भी मजबूती मिलती है। इसमें कैलोरी भी कम होती है, जिस वजह से भी यह मधुमेह रोगियों के लिए बेहतरीन नाश्ता है।
इडली स्वास्थ्य के लिए कितनी लाभदायक है?
इडली को सूजी, उड़द की दाल और मेथी के दानों के मिश्रण से बनाया जाता है। यह खाना पकाने के तेल के इस्तेमाल के बिना भाप में पकाई जाती है, जो इसे किसी भी आयु वर्ग के लोगों के लिए नाश्ते का स्वास्थ्यवर्धक विकल्प बनाते हैं। इसके अतिरिक्त इडली बनाने के लिए किसी मसाले की भी जरूरत नहीं होती, जिस वजह से इसे हृदय रोगियों के लिए भी लाभदायक माना जाता है।
क्या इडली का सेवन मधुमेह रोगी भी कर सकते हैं?
इडली प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और आवश्यक विटामिन्स का एक अच्छा स्त्रोत है, जो आपके स्वास्थ्य को कई लाभ प्रदान कर सकते हैं। हालांकि, पारंपरिक इडली की मुख्य सामग्रियां सफेद चावल और काली उड़द की दाल होते हैं, जो ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकते हैं। यह खून में ग्लूकोज को तेजी से जारी कर सकती है, जो मधुमेह रोगियों के लिए चिंता का विषय है।
मधुमेह रोगियों को पोहा और इडली में से किसे चुनना चाहिए?
पोहा और चावल की इडली के बीच मधुमेह रोगियों के लिए पोहा बेहतर है। हालांकि, अगर आप चावल की इडली की जगह रागी, बाजरा या फिर दाल की इडली को अपने नाश्ते में शामिल करते हैं तो ये ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं। इसलिए मधुमेह रोगी सही सामग्रियों का इस्तेमाल करके इडली का भी सेवन कर सकते हैं। यहां जानिए 5 तरह की इडली की रेसिपी।