अर्थराइटिस के जोखिम कम करने में मदद कर सकते हैं ये 5 खाद्य पदार्थ
जब हड्डियों के जोड़ों में यूरिक एसिड जमा होने लगता है या फिर शरीर में कैल्शियम की कमी होने पर उनमें सूजन आ जाती है और जोड़ों में मौजूद टिश्यू टूटकर नष्ट होने लगते हैं तो इस अवस्था को ही अर्थराइटिस कहा जाता है। हालांकि, कई खाद्य पदार्थ ऐसे हैं, जिन्हें डाइट में शामिल करने से अर्थराइटिस के जोखिम कम करने में मदद मिल सकती है। लाभ के लिए अर्थराइटिस रोगी इन 5 खाद्य पदार्थों का सेवन जरूर करें।
अंगूर
अर्थराइटिस के रोगियों के लिए रोजाना 20-30 लाल और काले अंगूर खाना लाभदायक हो सकता है। इसका कारण है कि इनमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स, पॉलीफेनोल्स और रेस्वेराट्रॉल गुण होते हैं, जो अर्थराइटिस की सूजन सहित मांसपेशियों के दर्द को कम कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त इनमें मौजूद पोषक तत्व हड्डियों की मजबूती बढ़ाने में भी सहायक हैं। यहां जानिए लाल अंगूर के सेवन से मिलने वाले अन्य स्वास्थ्य लाभ।
अदरक
अर्थराइटिस के जोखिम कम करने में अदरक का सेवन करना भी प्रभावी साबित हो सकता है। कई अध्ययनों के मुताबिक, अर्थराइटिस की समस्या होने पर अदरक के प्रभाव की जांच की गई, जिससे पता चला है कि अदरक सूजन और दर्द को कम करने में मदद कर सकता है। लाभ के लिए रोजाना अदरक की चाय बनाकर पीएं या फिर कोई भी सब्जी बनाते समय अदरक का उपयोग जरूर करें।
पालक
पालक एक हरी पत्तेदार सब्जी है, जिसका सेवन समग्र स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक है। कई अध्ययनों के अनुसार, पालक में मौजूद गुण जोड़ों से सूजन कम करने में मदद कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त पालक में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हड्डियों के स्वास्थ्य को सुधारने में भी सहायता कर सकते हैं। यहां जानिए डाइट में पालक को शामिल करने से मिलने वाले फायदे।
अनार
हड्डियों और जोड़ों के दर्द से परेशान लोगों को आज से ही अनार का सेवन शुरू कर देना चाहिए। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण अर्थराइटिस जैसी समस्या के असर को कम कर सकते हैं। एक अध्ययन के मुताबिक, अनार के सेवन से जोड़ों में दर्द और सूजन में कमी आती है और साथ ही अर्थराइटिस के कारण बनने वाले एंजाइम भी खत्म हो सकते हैं। इन 5 रेसिपी के जरिए अनार को अपनी डाइट में शामिल करें।
अखरोट
अखरोट में ओमेगा-3 की उच्च मात्रा होती है और यह जोड़ों की समस्याओं से जुड़ी सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। इसमें एक प्रकार का ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जिसे अल्फा-लिनोलेनिक एसिड भी कहा जाता है। यह मुख्य रूप से प्लांट बेस्ड फूड्स में पाया जाता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड सूजन को कम करने और अर्थराइटिस के लक्षणों को कम करने में प्रभावी होता है।