अमेरिका और यूरोप में फैल रहा नया 'आलसी बुखार', जानिए इसके लक्षण और उपचार के उपाय
दुनियाभर में बढ़ रहे एमपॉक्स के मामलों के बीच अब अमेरिका में एक नए वायरस ने दस्तक दे दी है। इस बीमारी का नाम स्लोथ फीवर है, जिसे आलसी बुखार के नाम से भी जाना जाता है। आलसी बुखार एक कीट जनित बीमारी है, जो संक्रमित मिज नामक मक्खी या मच्छर के काटने से फैलती है। इस संक्रमण का पहला मामला 1950 में दर्ज हुआ था। हालांकि, इस साल इसके मामले अमेरिका और यूरोप में तेजी से बढ़ रहे हैं।
ब्राजील और क्यूबा जैसे देशों से फैलना शुरू हुआ है बुखार
आलसी बुखार को आधिकारिक तौर पर ओरोपोचे बुखार कहा जाता है, जो संक्रमित मक्खी या मच्छर के काटने से फैलता है। इस संक्रमण में जुखाम जैसे लक्षण नजर आते हैं, जो आम तौर पर 2-7 दिनों तक रहते हैं। ब्राजील, बोलीविया, पेरू, कोलंबिया और क्यूबा में आलसी बुखार के 8,000 से अधिक मामले सामने आए हैं। इन प्रभावित देशों से लौटने वाले यात्रियों ने न्यूयॉर्क और फ्लोरिडा में भी इस बीमारी को फैला दिया है।
जानिए कैसे फैलता है आलसी बुखार
जब कोई मक्खी या मच्छर आलसी बुखार से संक्रमित व्यक्ति को काटता है, तो वह भी इस बीमारी से संक्रमित हो जाता है। इसके बाद जब वह कीट किसी अन्य व्यक्ति को काट लेता है, तब यह बीमारी उसके शरीर में भी प्रवेश कर जाती है। यह वायरस जंगली इलाकों में कीड़ों, पक्षियों और स्लोथ के बीच फैलना शुरू होता है और धीरे-धीरे मनुष्यों तक पहुंच जाता है। जानिए एमपॉक्स बीमारी होने के कारण, लक्षण और इसके इलाज के तरीके।
आलसी बुखार होने पर दिखाई देते हैं ये लक्षण
संक्रमित मक्खी या मच्छर के काटने के 7-10 दिनों के अंदर आपको आलसी बुखार के लक्षण दिखाई देने शुरू हो जाएंगे। इनमें बुखार, सिरदर्द, मतली आना, जी मिचलाना और दस्त लगना शामिल हैं। इनके अलावा, इस संक्रमण के कारण आपको थकावट महसूस हो सकती है, पेट व जोड़ों में दर्द हो सकता है और शरीर पर लाल चकत्ते हो सकते हैं। इसके लक्षण 7 दिन में ठीक हो जाते हैं, लेकिन 70 प्रतिशत मरीजों को यह दोबारा झेलने पड़े हैं।
आलसी बुखार से बचाव के तरीके
आलसी बुखार से बचने का सबसे अच्छा तरीका है खुद को कीड़ों के काटने से बचाना। स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि लोगों को शरीर ढकने वाले कपड़े पहनने चाहिए और मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे का उपयोग करना चाहिए। इसके अलावा, लोगों को अपने घर के अंदर मच्छरदानी और मच्छर भगाने वाली मशीन का इस्तेमाल करना चाहिए। आलसी बुखार के बढ़ते मामलों के बीच गंदे पानी से भरे इलाकों से दूर रहने की सलाह दी जाती है।
आलसी बुखार की कोई वैक्सीन या दवा नहीं है उपलब्ध
आलसी बुखार के इलाज के लिए अब तक कोई टीका या दवाई नहीं बनाई गई है। इसके उपचार के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, आराम करना और बुखार व दर्द को दूर करना शामिल होता है। इसके ज्यादातर लक्षण आम तौर पर हल्के होते हैं और एक सप्ताह के भीतर ठीक हो जाते हैं। हालांकि, अगर आपको लगातार गंभीर लक्षणों का अनुभव हो रहा है, तो उचित निदान के लिए तुरंत अपने डॉक्टर से मिलें।