ल्यूपस है एक बेहद खतरनाक बीमारी, वैज्ञानिकों ने खोज निकाली इसके होने की वजह और इलाज
क्या है खबर?
हाल ही में नॉर्थवेस्टर्न ब्रिघम मेडिसिन और महिला अस्पताल के वैज्ञानिकों की एक टीम ने एक आणविक दोष की पहचान की है, जो ल्यूपस बीमारी की पैथोलॉजिकल प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया में योगदान देता है।
नेचर में प्रकाशित अध्ययन से पता चलता है कि इस खोज के जरिए इस बीमारी का सफल इलाज किया जा सकता है।
ल्यूपस अमेरिका में 15 लाख से अधिक लोगों को प्रभावित करता है, जिससे गुर्दे, मस्तिष्क और हृदय सहित कई अंगों को जीवन-घातक क्षति होती है।
ल्यूपस
जानिए क्या होती है ल्यूपस बीमारी
ल्यूपस एक बेहद खतरनाक सूजन संबंधी बीमारी है, जो तब होती है जब प्रतिरक्षा प्रणाली अपने ही ऊतकों पर हमला करने लगती है।
यह बीमारी जोड़ों, त्वचा, गुर्दे, रक्त कोशिकाओं, मस्तिष्क, हृदय और फेफड़ों को प्रभावित कर सकती है। इसके लक्षण सभी रोगियों में अलग-अलग होते हैं, लेकिन इनमें थकान, जोड़ों का दर्द, दाने और बुखार शामिल हो सकते हैं।
ये समय-समय पर उभर सकते हैं और फिर अपने आप ही सुधर सकते हैं।
वर्तमान उपचार
वर्तमान उपचारों के होते हैं अधिक नकारात्मक प्रभाव
ल्यूपस के वर्तमान उपचार अक्सर इस बीमारी को नियंत्रित करने में विफल होते हैं और इनके कई नकारात्मक प्रभाव होते हैं।
इन उपचारों से मरीजों की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है।
नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन में डर्मेटोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर और अध्ययन के सह-लेखक जेह्युक चोई के अनुसार, सभी मौजूदा ल्यूपस थेरेपी शरीर की संक्रमण से लड़ने की क्षमता को कमजोर कर रही हैं।
अब बीमारी का कारण ढूंढने से वर्तमान उपचारों के दुष्प्रभावों के बिना ल्यूपस का इलाज हो सकेगा।
प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाएं
अध्ययन के जरिए सामने आई ये महत्वपूर्ण जानकारी
शोधकर्ताओं ने ल्यूपस रोगियों की प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं में असंतुलन की पहचान की। साथ ही उन्होंने कुछ मध्यस्थों की भी पहचान की, जो पैथोलॉजिकल ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया को कम करके इस असंतुलन को ठीक कर सकते हैं।
अध्ययन ने इस बीमारी को बढ़ाने वाले एक नए कारक की खोज की, जिससे रोगियों के खून के अणुओं में परिवर्तन होते हैं।
इनके कारण AHR द्वारा नियंत्रित मार्ग सक्रीय होते हैं, जो प्रदूषकों या बैक्टीरिया के प्रति कोशिकाओं की प्रतिक्रिया को नियंत्रित करते हैं।
संभावित इलाज
वैज्ञानिकों ने बताया ल्यूपस का संभावित इलाज
AHR के अपर्याप्त सक्रियण से रोग को बढ़ावा देने वाली कोशिकाओं की वृद्धि होती है, जो रोग पैदा करने वाले ऑटोएंटीबॉडी के उत्पादन को बढ़ावा देते हैं।
ल्यूपस रोगियों के रक्त के नमूनों में एरिल हाइड्रोकार्बन रिसेप्टर-सक्रिय अणुओं को दूर करने से इन रोग पैदा करने वाली कोशिकाओं को Th22 कोशिकाओं में बदला जा सकता है।
ये Th22 कोशिकाएं इस ऑटोइम्यून बीमारी से होने वाले नुकसान से हुए घावों को भरने में मदद कर सकती हैं।
नए उपचार
चोई ने साझा किया ल्यूपस का नया इलाज
चोई ने बताया कि उनके निष्कर्षों से पता चलता है कि AHR मार्ग को छोटे अणु सक्रियकर्ताओं के साथ सक्रिय करने या रक्त में अत्यधिक इंटरफेरॉन को सीमित करने से रोग पैदा करने वाली कोशिकाओं की संख्या कम हो सकती है।
चोई और उनके सहयोगियों का लक्ष्य ल्यूपस रोगियों के लिए नए उपचार विकसित करना है। वह वर्तमान में इन अणुओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए सुरक्षित और प्रभावी तरीके खोजने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।