क्या है सुक्कू कापी? जानिए इसके सेवन से मिलने वाले फायदे
सुक्कू कापी एक पारंपरिक दक्षिण भारतीय पेय है, जिसे चुक्कू कापी भी कहा जाता है। यह पेय कुछ सूखे मसालों का मिश्रण है, जो मानसून से संबंधित समस्याओं का प्राकृतिक इलाज करने में काफी मदद कर सकता है। इसलिए दक्षिण भारतीय लोग इसे मानसून के मौसम के लिए एक आदर्श विकल्प मानते हैं। आइए जानें कि डाइट में सुक्कू कापी को शामिल करने से क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं।
सुक्कू कापी बनाने का तरीका
सबसे पहले धनिये के बीजों को सुनहरा भूरा होने तक एक फ्लैट पैन पर सूखा भून लें, फिर जीरा और काली मिर्च के दानों को भी सूखा भूनें। अब इन मसालों को कमरे के तापमान पर ठंडा करके मिक्सी में बारीक पीसें। इसके बाद मसाले के पाउडर में थोड़ा अदरक का पाउडर मिलाएं। इस तरह से सुक्कू कापी का मिश्रण तैयार है। इसका सेवन करने के लिए तैयार पाउडर की थोड़ी मात्रा को गर्म पानी में मिलाकर पिएं।
इम्यूनिटी को बढ़ाने में हो सकता है सहायक
मानसून के दौरान बढ़ते बैक्टीरिया और नमी का स्तर इम्यूनिटी पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है और इससे सर्दी-खांसी और कई तरह के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में रोजाना एक कप सुक्कू कापी पीने से इम्यूनिटी को मजबूती मिल सकती है क्योंकि इसके लिए इस्तेमाल की जाने वाली सामग्रियां एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती हैं। साथ ही इससे पूरे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन भी सुधर सकता है।
पाचन क्रिया है लाभदायक
सुक्कू कापी में मौजूद थर्मोजेनिक गुण पाचन क्रिया को मजबूत करने के साथ-साथ वसा को कम करने का काम भी करता है। वहीं इसके लिए इस्तेमाल की जाने वाली अदरक में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो शरीर में लैक्टिक एसिड का उत्पादन बढ़ाकर पाचन शक्ति को बेहतर करने का काम करता है। पाचन क्रिया को बेहतर करने के लिए नियमित तौर पर सुक्कू कापी का सेवन करना सुनिश्चित करें।
मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने में है प्रभावी
शरीर की रासायनिक प्रतिक्रियाओं को मेटाबॉलिज्म कहा जाता है और यह खाने को ऊर्जा में बदलने का काम करता है, जिससे शरीर को सुचारू रूप से चलाने में मदद मिलती है। अगर मेटाबॉलिज्म तेज होगा तो न सिर्फ जल्दी कैलोरी खपत होगी, बल्कि इससे बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में भी मदद मिलेगी। मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने में भी सुक्कू कापी मदद कर सकता है क्योंकि यह बीटा-कैरोटीन, फाइबर और कई वेट लॉस गुणों से समृद्ध होता है।
सांस से जुड़ी समस्याओं का जोखिम कर सकता है कम
सुक्कू कापी का सेवन सांस से संबंधित कई समस्याओं से राहत दिलाने में काफी मदद कर सकता है। एक शोध के अनुसार, यह पेय एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से समृद्ध होता है, जो ब्रोंकाइटिस, अस्थमा और इओसिनोफिलिक लंग्स डिजीज (फेफड़े से जुड़ी बीमारी) आदि बीमारियों के जोखिम को कम कर सकते हैं। इसलिए सांस की बीमारियों से ग्रस्त लोगों के लिए इसका सेवन करना बेहतरीन है।
स्टेमिना बढ़ाने में है कारगर
सुक्कू कापी का सेवन स्टेमिना बढ़ाने में भी काफी मदद कर सकता है। अगर आप रोजाना कसरत करने वाले लोगों में से एक हैं तो आपके लिए सुक्कू कापी का सेवन करना लाभदायक हो सकता है। एक शोध के अनुसार, इसमें कैफीन की अच्छी मात्रा पाई जाती है और इसलिए इसके सेवन से शरीर का स्टेमिना बढ़ाने में मदद मिल सकती है। साथ ही यह भरपूर ऊर्जा प्रदान करने में भी सहायक है।