PCOS के प्रभाव को कम करने में प्रभावी हैं ये 5 हर्बल चाय
पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) कोई समस्या नहीं है, बल्कि महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन के कारण होने वाली स्थिति है। इससे ग्रस्त महिला के शरीर में पुरुष हार्मोन एण्ड्रोजन का स्तर जरूरत से ज्यादा हो जाता है और अंडाशय पर पुटी बनने लगते हैं। इसके कारण अनियमित मासिक धर्म, चेहरे पर अत्यधिक बाल उगना और वजन संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। आइए आज हम आपको कुछ हर्बल चाय के बारे में बताते हैं, जो PCOS प्रबंधन में प्रभावी मानी जाती हैं।
पहाड़ी पुदीने की चाय
पहाड़ी पुदीने की चाय का सेवन PCOS के जोखिम कम करने में काफी मदद कर सकता है। इसे बनाने के लिए पहले एक पैन में 2 कप पानी उबालें, फिर इसमें 10 से 15 पहाड़ी पुदीने की पत्तियां डालें और पानी को थोड़ी देर तक उबालें। कुछ सेकंड बाद गैस बंद करके पानी को ढक दें, फिर कुछ मिनट बाद इस चाय को छानकर इसका सेवन करें। आप चाहें तो इस चाय में भी स्वादानुसार शहद मिला सकते हैं।
ग्रीन टी
PCOS से ग्रस्त महिलाओं के लिए सुबह के समय भारतीय चाय की जगह एक कप ग्रीन टी लेना सबसे अच्छा है। इस चाय को बनाने के लिए सबसे पहले पानी को गर्म करें, फिर पानी को एक कप में डालकर उसमें ग्रीन टी बैग को डालें। 2 से 3 मिनट बाद इस हर्बल चाय का सेवन करें। आप चाहें तो इसमें स्वादानुसार शहद या मेपल सिरप मिला सकते हैं। यहां जानिए ग्रीन टी पीने के फायदे।
कैमोमाइल टी
कैमोमाइल टी का सेवन भी PCOS के प्रभाव को कम करने में कारगर है औक यह हृदय स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। इस चाय को बनाने के लिए सबसे पहले गर्म पानी में सूखे कैमोमाइल के फूल डालकर उबालें और जब पानी आधा हो जाए तो गैस बंद करके चाय को छानकर कप में डालें। इसके बाद चाय में स्वादानुसार शहद मिलाकर इसका सेवन करें। यहां जानिए कैमोमाइल टी के फायदे।
मुलेठी की चाय
मुलेठी से बनी स्वास्थ्यवर्धक चाय तुरंत ऊर्जा प्रदान करने के साथ ही PCOS के जोखिम कम करने में सहायक है। इसे बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में पानी उबालकर उसमें चायपत्ती के साथ मुलेठी और थोड़ी कूटी हुई अदरक डालें, फिर कुछ मिनट तक इसे उबालें। अब इसमें दूध और शहद डालकर चाय का रंग आने तक इसे उबालें। अब आपकी मुलेठी वाली गर्मागर्म चाय बनकर तैयार है।
दालचीनी की चाय
PCOS का जोखिम कम करने में दालचीनी प्रभावी रूप से काम करती है। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने और इंसुलिन प्रतिरोध को कम करने में भी मददगार है।अध्ययनों के अनुसार, यह गर्भाशय फाइब्रॉएड को संबोधित करके महिलाओं में प्रजनन क्षमता में सुधार करता है। इसके लिए एक कप गर्म पानी में दालचीनी टी बैग को डुबोएं, फिर उसे निकालकर चाय का सेवन करें। आप चाहें तो इसमें स्वादानुसार शहद मिला सकते हैं।