ग्रीन और ब्लैक टी से भी ज्यादा फायदेमंद है येलो टी, जानिए इसके फायदे
येलो टी एक अनोखी सुगंध वाली हर्बल चाय है, जिसे ग्रीन और ब्लैक टी से भी ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है। यह चाय एंटी-ऑक्सीडेंट गुण समेत पॉलीफेनोल और अन्य कई महत्वपूर्ण तत्वों से भरी होती है, जो आपके स्वास्थ्य को विभिन्न लाभ देने में सक्षम हैं। यह चाय कैमेलिया साइनेंसिस पौधे की पत्तियों से बनाई जाती है। आइए जानते हैं कि इस चाय के नियमित सेवन से क्या-क्या फायदे होते हैं।
दिल को स्वस्थ रखने में है सहायक
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, येलो टी में पॉलीफेनोल्स होते हैं, जो दिल को रोगों से सुरक्षित ररखने में काफी मदद कर सकते हैं। NCBI की एक अन्य शोध के मुताबिक, पॉलीफेनोल्स एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण की तरह काम करके दिल को मजबूती देने में भी सक्षम होते हैं। इसके अलावा सूजन से संबंधित हृदय रोग जैसे कोरोनरी हृदय रोग और मायोकार्डियल इंफार्क्शन आदि से भी बचाए रखते हैं।
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से सुरक्षित रखने में है मददगार
NCBI की शोध के अनुसार, येलो टी में कई बायोएक्टिव यौगिक होते हैं, जो कैंसर विरोधी गुणों की तरह काम करते हैं। ये यौगिक ऑक्सीकरण और सूजन से लड़ते हैं, जिससे कैंसर का खतरा कम होता है। वहीं, एक अन्य शोध की मानें तो येलो टी में मौजूद पॉलीफेनोल्स भी कैंसर के खिलाफ सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं। ये न केवल एंटी-ऑक्सिडेंट के रूप में काम करते हैं, बल्कि विभिन्न सेलुलर तंत्रों को भी स्वास्थवर्धक प्रभाव डालते हैं।
मधुमेह के इलाज में भी है सक्षम
NCBI शोध के मुताबिक, येलो टी का सेवन टाइप 2 मधुमेह से जुड़े लक्षणों को कम करने में भी सक्षम है। इसके अतिरिक्त इसमें एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक एजेंट होते हैं, जो शरीर में शुगर के स्तर को नियंत्रित कर मधुमेह के जोखिम कम करने में सहायक साबित हो सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, येलो टी शरीर में इंसुलिन का स्तर बनाए रखने में मदद करती है। जिससे ब्लड में शुगर नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
बेहतर पाचन क्रिया के लिए भी है लाभदायक
NCBI शोध के अनुसार, येलो टी के पॉलीफेनोल्स कई गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं के इलाज में भी अहम भूमिका अदा कर सकते हैं। एक अन्य शोध के मुताबिक, येलो टी में मौजूद एंटी-ऑक्सिडेंट सूजन के कारण होने वाली गैस्ट्रिक समस्याओं के उपचार में भी मदद करते हैं। इसके साथ ही यह कब्ज, डायरिया, अपच और गैस जैसी समस्याओं से निजात दिलाने का भी काम कर सकते हैं। इसके लिए रोजाना एक कप येलो टी का सेवन अवश्य करना चाहिए।
वजन नियंत्रित करने में भी कारगर है येलो टी
बढ़ते वजन को आम समस्या समझना बिल्कुल गलत है, क्योंकि बढ़ता वजन अपने साथ-साथ कई बीमारियों से शरीर को घेर लेता है। ऐसे में इसे नियंत्रित करने के लिए येलो टी का सेवन लाभप्रद हो सकता है। यह शरीर में चर्बी की मात्रा कम कर सकती है और लिपिड मेटाबोलिज्म में सुधार करके वजन को कम कर सकती है। इसके साथ ही इसमें एंटी-ओबेसिटी गुण मौजूद होता है, जो वजन कम करने का एक और कारण हो सकता है।