रीढ़ की हड्डी में लचीलापन लाने के लिए इन योगासन का करें अभ्यास, जल्द मिलेगा फायदा
आजकल लोग पूरा दिन स्मार्टफोन चलाते हुए या लैपटॉप पर बहुत देर तक झुककर काम करते हुए निकाल देते हैं। इस तरह से लंबे समय तक गलत मुद्रा पर बैठने से रीढ़ की हड्डी की स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस समस्या को दूर करने के लिए कुछ योग का अभ्यास किया जा सकता है। चलिए रीढ़ की हड्डी की स्थिति और बैठने की मुद्रा में सुधार करने के लिए 5 योगासन जानते हैं।
उष्ट्रासन
उष्ट्रासन करने के लिए सबसे पहले योगा मैट बिछाकर उस पर घुटनों के बल बैठ जाएं और फिर घुटनों के बल ही सीधे खड़े हो जाएं। अब सामान्य रूप से सांस लेते हुए पीछे की ओर झुकें और दाईं हथेली को दाईं एड़ी पर और बाईं हथेली को बाईं एड़ी पर रखने की कोशिश करें। इस मुद्रा में कम से कम 1-2 मिनट तक बने रहें। इसके बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं और कुछ मिनट आराम करें।
चक्रवकासन
सबसे पहले घुटनों के बाल खड़े हो जाएं और फिर आगे की तरफ झुकते हुए दोनों हथेलियों को जमीन पर रखें। इस दौरान दोनों हथेलियों को ठीक कंधे के नीचे रखें। अब रीढ़ की हड्डी को सीधा रखते हुए गहरी सांस लें। अब सांस छोड़ते हुए रीढ़ की हड्डी को ऊपर की तरफ मोड़ें और नीचे देखें। ऐसे ही फिर सांस लेते हुए हड्डी को नीचे की तरफ मोड़ें और सामने देखें। इससे रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आएगा।
ताड़ासन
ताड़ासन के लिए सबसे पहले योगा मैट पर सावधान मुद्रा में खड़े हो जाएं। अब दोनों हाथों को आसमान की ओर सीधा उठाकर उंगलियों को आपस में फंसा लें। अब धीरे-धीरे सांस लेते हुए दोनों एड़ियों को ऊपर उठाते हुए शरीर को ऊपर की ओर खीचने की कोशिश करें। जब शरीर पूरी तरह तन जाए तो इस मुद्रा में कुछ देर बने रहें और सांस लेते रहें। अंत में सांस को धीरे-धीरे छोड़ते हुए सामान्य स्थिति में आ जाएं।
धनुरासन
धनुरासन के लिए सबसे पहले योगा मैट पर पेट के बल लेट जाएं। अब दोनों घुटनों को पीठ की तरफ से मोड़ें और हाथों से टखनों को पकड़ लें। इसके बाद सांस लेते हुए पूरे शरीर को इस प्रकार ऊपर उठाने की कोशिश करें कि शरीर का आकार धनुष जैसे लगने लगे। अब क्षमता के अनुसार इस मुद्रा में बने रहें और धीरे-धीरे सांस लेते और छोड़ते रहें। ऐसा करने के कुछ सेकंड बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं।
भुजंगासन
भुजंगासन के लिए योगा मैट पर दोनों हाथों को कंधों के बराबर रखकर पेट के बल लेट जाएं। अब शरीर का वजन दोनों हाथेलियों पर डालते हुए सिर को उठाकर पीठ की तरफ खींचें। इस दौरान अपने सिर को पीछे की तरफ खीचें और छाती को आगे की तरफ निकालें। सांस की गति सामान्य रखें और फिर 30 सेकंड के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। यह योगासन रीढ़ की हड्डी में सुधार लाने में मदद करेगा।