दिन में 20 मिनट की झपकी लेने से स्वास्थ्य को मिल सकते हैं ये 5 फायदे
क्या है खबर?
दिनभर काम करने से कई लोग थकान और कमजोरी महसूस करने लगते हैं, जिसका सेहत पर बुरा असर पड़ता है।
इससे बचाव के लिए आप दोपहर में 10 से 20 मिनट की झपकी (पावर नेप) ले सकते हैं।
इससे आपको न सिर्फ आराम और ताजगी महसूस होती है, बल्कि यह आपके काम के तरीके और परफॉर्मेंस को भी बढ़ाने में मदद करता है।
आइए आज दिन के समय कुछ मिनट झपकी लेने से स्वास्थ्य को होने वाले फायदे जानते हैं।
#1
याददाश्त सुधारने में मददगार
झपकी लेने के सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभों में से एक यह है कि यह आपको चीजों को याद रखने में मदद करता है।
कई अध्ययनों से यह पता चला है कि दिन के समय कुछ मिनट की झपकी लेने से दिमाग शांत रहता है, जिससे आपके स्मरण शक्ति पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
यदि कोई इंसान किसी नई जानकारी को सीखने के बाद झपकी लेता है तो उस व्यक्ति की याद करने की संभावना अधिक हो जाती है।
#2
काम की परफॉर्मेंस बढ़ाने में कारगर
जब आप अपने ऑफिस में घंटों तक लगातार काम करते हैं तो आपको शारीरिक और मानसिक थकावट का अनुभव होना सामान्य बात है।
हालांकि, इस थकावट के बचने और खुद को प्रोडक्टिव बनाए रखने के लिए काम के बीच कुछ मिनट की झपकी लेने से आपको काफी आराम मिल सकता है।
जापान जैसे कई देशों में तो ऑफिस के काम के बीच झपकी लेना एक नियम है, जिसका पालन करना जरूरी होता है।
#3
आपके मूड को बेहतर बनाने सहायक
यदि आप दोपहर में सुस्त और आलसी जैसा महसूस कर रहे हैं और एक छोटी सी झपकी आपके एनर्जी लेवल को बढ़ा सकती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि झपकी लेना, आराम करना या बस थोड़ी देर के लिए लेटे रहने से आपका मूड बेहतर हो सकता है।
इसके अलावा इससे आपके तनाव को दूर करने, अपने मन को शांत करने और चिंता को कम करने में मदद मिलती है।
#4
सतर्कता बढ़ाने में है प्रभावी
झपकी लेना मन की सतर्कता और सहजता बढ़ाने के लिए एक बेहतरीन अभ्यास माना गया है।
यदि आप दोपहर के खाने के बाद अक्सर अपने आप को कुछ गतिविधियों के साथ बनाए रखने में संघर्ष करते हैं तो आपको उस वक्त एक झपकी जरूर लेनी चाहिए।
यह आपको भारी पलकों से राहत दिलाएगी। इससे काम के प्रति आपके ध्यान को बढ़ाने में मदद कर सकती है।
#5
रचनात्मकता को बढ़ाने में कारगर
साइंस एडवांसेज नामक एक पत्रिका में छपे अध्ययन के मुताबिक, पेरिस ब्रेन इंस्टीट्यूट के विशेषज्ञों ने प्रदर्शित किया था कि जब लोग हल्की नींद में जाने के तुरंत बाद या गहरी नींद में आने से पहले जग जाते हैं तो उनकी रचनात्मकता बढ़ जाती है।
इसके अलावा दुनिया के सबसे सफल अन्वेषकों में से एक थॉमस एडिसन भी बेहतर विचार उत्पन्न करने के लिए काम के बीच कुछ मिनट की एक झपकी लिया करते थे।