हैप्पी हॉर्मोन सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाने के लिए अपनाएं ये 5 तरीके
सेरोटोनिन एक न्यूरोट्रांसमीटर या रासायनिक मैसेंजर है, जो अच्छी नींद, याद्दाश्त और सकारात्मक भावनाओं को बढ़ाने के लिए जाना जाता है। डॉक्टर्स बताते हैं कि सेरोटोनिन की कमी से डिप्रेशन, पाचन संबंधी समस्याएं, भूख न लगना, तनाव, बेचैनी और खुद को शारीरिक तौर पर नुकसान पहुंचाना आदि खतरे बढ़ जाते हैं। आइए आज पांच तरीके जानते हैं जिनकी मदद से आप सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ा सकते हैं।
ज्यादा एक्सरसाइज करें
नियमित एक्सरसाइज करने से सेरोटोनिन हार्मोन को बढ़ाया जा सकता है। दरअसल, एक्सरसाइज करने से ट्रिप्टोफैन का उत्पादन शुरू होता है। यह एक ऐसा एमिनो एसिड है जो मस्तिष्क में जाकर सेरोटोनिन में बदल जाता है। ऐसा माना जाता है कि सभी शारीरिक एक्सरसाइज में एरोबिक्स से सबसे ज्यादा सेरोटोनिन बनता है। सेरोटोनिन रिलीज को बढ़ावा देने के लिए आप साइकिलिंग, स्विमिंग, जॉगिंग, तेजी से चलना और लंबी पैदल यात्रा आदि एक्सरसाइज भी कर सकते हैं।
15 मिनट तक धूप जरूर लें
धूप सेंकने से शरीर में विटामिन डी की कमी पूरी होती है। इसके साथ ही सेरोटोनिन हार्मोन का स्तर भी ठीक रहता है। दरअसल, सूरज की रोशनी से मूड तरोताजा होता है, जिससे सेरोटोनिन रिलीज होता है। इस वजह से डॉक्टर्स भी धूप में कम से कम 10 से 15 मिनट बैठने की सलाह देते हैं। कई शोध से पता चला है कि सर्दियों के दौरान सेरोटोनिन का स्तर कम होता है, वहीं गर्मियों के दौरान ज्यादा होता है।
भावनाओं और तनाव को मैनेज करें
भावनाएं और तनाव शरीर में सेरोटोनिन के कम स्तर का कारण बनते हैं, इसलिए सेरोटोनिन उत्पादन को बढ़ाने के लिए आपको सकारात्मक सोच को बढ़ावा देना चाहिए। इसके लिए आप योग, मेडिटेशन, गाना सुनना, गरम पानी से स्नान करना, मालिश करवाना, अरोमाथेरेपी, दोस्तों से बात करना और गहरी सांस लेने वाली एक्सरसाइज आदि करें। ऐसा करने से आपका तनाव कम होगा और आपका मूड भी अच्छा रहेगा, जिसकी वजह से सेरोटोनिन हार्मोन बढ़ाने में मदद मिलेगी।
डाइट में इन चीजों को करें शामिल
अपनी डाइट में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करें जो सेरोटोनिन का उत्पादन करने में शरीर की मदद कर सकते हैं। इसके लिए आप टोफू, मक्का, कद्दू के बीज, सूरजमुखी के बीज, अखरोट, मूंगफली, दूध, पनीर और ओट्स का सेवन ज्यादा कर सकते हैं। इसके अलावा सरसों का तेल, अलसी के बीज, गेहूं, राजमा, मेथी, सोयाबीन और हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें। इससे सेरोटोनिन के स्तर में वृद्धि होती है।
अपनों के साथ ज्यादा समय बिताएं
मस्तिष्क के अमिगडाला में कमियों का कारण ट्रिप्टोफैन और सेरोटोनिन का कम स्तर होता है। दोस्तों या परिवार के साथ समय बिताने से आपको प्यार, एकजुटता और आत्मविश्वास का अनुभव होता है, जो अमिगडाला की डर की प्रतिक्रिया को निष्क्रिय करता है और सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाता है। अमिगडाला मस्तिष्क का एक ऐसा पार्ट होता है जो कोई भी सेंसरी इनपुट मिलने से एक्टिव हो जाता है और फिर हम स्ट्रेस या डर जैसा महसूस करने लगते हैं।