किडनी को स्वस्थ रखने में बेहद मददगार साबित हो सकते हैं ये 5 फल
अगर किसी भी कारणवश किडनी कमजोर होती हैं तो इससे शरीर के कई कार्य प्रभावित होने लगते हैं। साथ ही किडनी स्टोन जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं। शरीर की कई प्रक्रियाओं में किडनी का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। ऐसे में किडनी के स्वास्थ्य पर अतिरिक्त ध्यान देना जरूरी है। किडनी को स्वस्थ रखने में कुछ फलों का सेवन काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। चलिए फिर आज किडनी को स्वस्थ रखने वाले पांच फलों के बारे में जानते हैं।
स्ट्रॉबेरी
स्ट्रॉबेरी में दो प्रकार के फिनोल (एंथोसायनिन और एलागिटैनिन) होते हैं, जो किडनी के स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं। यह एंटी-ऑक्सिडेंट गुण से भी भरपूर होती है, जो शरीर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाने में मदद कर सकते हैं। स्ट्रॉबेरी को विटामिन-C, मैंगनीज और फाइबर का भी अच्छा स्रोत माना जाता है, जो कई तरह के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े लाभ देने में मदद कर सकते हैं।
सेब
एक मध्यम आकार के सेब में लगभग 195 मिलीग्राम पोटेशियम और 20 मिलीग्राम फॉस्फोरस होता है, जो किडनी को स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। ये दोनों पोषक तत्व खराब कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड शुगर के स्तर को कम करने और कब्ज से राहत दिलाने में भी मदद कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, सेब में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण और उच्च फाइबर मिलकर किडनी की कार्यक्षमता को सुधारने में सहायक हो सकते हैं।
ब्लूबेरीज
ब्लूबेरीज का सेवन करना भी किडनी के लिए फायदेमंद हो सकता है। ये एंथोसायनिन फ्लेवोनोइड और पॉलीफेनोल गुणों से भरपूर होती हैं, जो एंटी-ऑक्सीडेंट की तरह कार्य करते हैं। इसके साथ ही इसमें विटामिन-C और अन्य जरूरी पोषक तत्व भी मौजूद होते हैं। ये सभी पोषक तत्व किडनी को स्वस्थ रखने, ब्रेन फंक्शन को सुधारने, हड्डियों को मजबूत करने और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं।
अनानास
अनानास (पाइनेपल) एक खट्टा-मीठा फल है, जो विटामिन-A, विटामिन-C समेत फाइबर से भरपूर होता है। इसके अलावा इसमें कैरोटेनॉयड्स भी मौजूद होते हैं। ये सभी पोषक तत्व किडनी के स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक माने जाते हैं। इसमें पॉलीफेनोल्स नामक पोषक गुण भी मौजूद होता है, जो शरीर से फ्री रेडिकल्स और फैट टिश्यू को कम करके किडनी को रोगों से दूर रखने में मदद कर सकता है।
क्रैनबेरी
रोजाना क्रैनबेरी का सेवन करने से भी किडनी को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है। यह किडनी में मौजूद कीटाणु और विषाक्त पदार्थों को दूर करने में सहायक हो सकती है। इसमें कई जरूरी विटामिन्स के साथ-साथ एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भी शामिल होते हैं, जो किडनी को डिटॉक्स करने समेत कई बीमारियों से सुरक्षित रखने में मदद कर सकते हैं।