अध्यात्मिक मेडिटेशन क्या है? जानिए इसके अभ्यास के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए
क्या आप शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक परिवर्तन करना चाहते हैं? अगरा हां तो नियमित रूप से कुछ मिनट आध्यात्मिक मेडिटेशन का अभ्यास करें। यह आपको शांत करने, खुद पर ध्यान केंद्रित करने और जागरूक होने में मदद करेगा। इसके अतिरिक्त, यह दुनिया की व्यस्तता से अलग होने और आपने शरीर को आराम देने समेत स्वस्थ रखने सहायक है। हालांकि, अगर आपको नहीं पता है कि आध्यात्मिक मेडिटेशन क्या है तो आइए हम इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी देते हैं।
आध्यात्मिक मेडिटेशन क्या है?
आध्यात्मिक मेडिटेशन एक तरह की ध्यान प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया में आप आनंद और शांति का अनुभव करते हैं। आध्यात्मिक मेडिटेशन आपको वर्तमान में रहने के लिए प्रेरित करती है। ऐसा माना जाता है कि आध्यात्मिक मेडिटेशन आपको अपने ईश्वर के साथ एक गहरा संबंध बनाने में मदद करती है। इसका अभ्यास करने के लिए आपको इतना सुनिश्चित करना है कि आप शांत जगह पर बैठकर अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें।
आध्यात्मिक मेडिटेशन के फायदे
आध्यात्मिक मेडिटेशन का अभ्यास हमारे विचारों और भावनाओं को मुक्त और व्यवस्थित करता है। यह तंत्रिका तंत्र को आराम देता है और आपके शरीर को तनाव से छुटकारा देने में मदद करता है। आध्यात्मिक मेडिटेशन आपको यह महसूस करने में मदद करता है कि आप वास्तव में कौन हैं। यह आपको सशक्त बनाता है और आपको आपकी उच्च चेतना तक पहुंचाने में मदद करता है। इससे ध्यान और एकाग्रता को बढ़ाने में मदद मिलती है।
आध्यात्मिक मेडिटेशन के लिए चुनें शांत जगह
आध्यात्मिक मेडिटेशन करने के लिए एक ऐसी जगह चुनें जो शोर-शराबे से मुक्त हो। अगर आप घर के किसी कमरे में मेडिटेशन करने वाले हैं तो ध्यान रखें कि वह कमरा हवादार और कम से कम लाइट वाला होना चाहिए। साथ ही कमरे में किसी तरह की बदबू नही होनी चाहिए क्योंकि इससे मेडिटेशन के दौरान आपका ध्यान भटक सकता है। इसके अलावा, मेडिटेशन के लिए हमेशा आरामदायक योगा मैट चुनें।
मन को दबाव से ना करें शांत
कई लोग आध्यात्मिक मेडिटेशन का अभ्यास करते समय जबरदस्ती अपने मन को शांत करने की कोशिश करते हैं और सोचते रहते हैं कि दिमाग में कोई भी विचार न आएं। लेकिन इस तरह से और ज्यादा विचार मन में घर करने लगते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप अपने मन और दिमाग को स्वतंत्र छोड़कर सिर्फ अपनी सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया पर ध्यान दें।
मेडिटेशन के अभ्यास को महसूस करें
अपने परिवेश के प्रति जागरूक बनें। देखें कि आध्यात्मिक मेडिटेशन करते समय आपका शरीर कैसा महसूस करता है। अपने विचारों और सांसों के प्रति चौकस रहें। वहीं, अभ्यास के दौरान पूरी तरह से अपने शरीर को ढीला रखें और शांत रहें। अपनी आंखें धीरे-धीरे खोलें और कुछ देर इसी स्थिति में बैठें। इसे अभ्यास को महसूस करें और उस हल्केपन का आनंद लें जो आपके शरीर को महसूस हो रहा है।