NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    #NewsBytesExclusive
    NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout


    देश राजनीति दुनिया बिज़नेस खेलकूद मनोरंजन टेक्नोलॉजी करियर अजब-गजब लाइफस्टाइल ऑटो एक्सक्लूसिव विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
     
    होम / खबरें / एक्सक्लूसिव खबरें / #NewsBytesExclusive: बच्चों के वैक्सीनेशन में सरकार का झोल, नहीं लगा रही पूरी वैक्सीन
    एक्सक्लूसिव

    #NewsBytesExclusive: बच्चों के वैक्सीनेशन में सरकार का झोल, नहीं लगा रही पूरी वैक्सीन

    #NewsBytesExclusive: बच्चों के वैक्सीनेशन में सरकार का झोल, नहीं लगा रही पूरी वैक्सीन
    लेखन अंजली
    Feb 24, 2023, 10:39 am 1 मिनट में पढ़ें
    #NewsBytesExclusive: बच्चों के वैक्सीनेशन में सरकार का झोल, नहीं लगा रही पूरी वैक्सीन
    बच्चों के वैक्सीनेशन में सरकार का भेदभाव

    बच्चों को विभिन्न रोग और संक्रमण से बचाने के लिए सरकार की ओर से चलाए जा रहे वैक्सीनेशन अभियान में भेदभाव हो रहा है। बच्चों को बीमारियों से बचाने के लिए 15-16 वैक्सीन लगानी होती हैं, लेकिन वैक्सीनेशन अभियान में महज छह वैक्सीन ही लगाई जा रही हैं। ऐसे में लोगों को शेष वैक्सीन जेब ढीली कर लगवानी पड़ रही है या फिर बिना वैक्सीन के रहना पड़ रहा है। इससे बच्चों पर घातक रोगों का खतरा मंडरा रहा है।

    बच्चों के लिए क्यों जरूरी है वैक्सीनेशन?

    वैक्सीनेशन बच्चों की जान बचाने में प्रभावी होता है। हालांकि, वैक्सीन लगने की वजह से थोड़ा दर्द, बुखार और इंजेक्शन वाली जगह पर लालिमा या सूजन आ सकती है, लेकिन ये बीमारियों के गंभीर परिणामों के आगे सामान्य है। इसके अतिरिक्त वैक्सीनेशन भविष्य की पीढ़ी के लिए एक सुरक्षा कवच की तरह काम करता है। इनसे कई घातक बीमारियों का कारण आनुवांशिकता नहीं बन पाती है और उन सभी बीमारियों का इलाज संभव हो सकता है।

    बच्चों के लिए कौन-कौनसी वैक्सीन जरूरी हैं?

    बच्चों को देश में फैलने वाली सभी तरह की बीमारियों से बचाने के लिए बैसिलस कैलमेट-गुएरिन (BCG), पेंटावैलेंट, डिप्थीरिया-टिटनेस-काली खांसी (DTaP), पोलियो, न्यूमोकोकल कंजुगेट, रोटा वायरस, रूबेला, खसरा, हेपेटाइटिस B, विटामिन-A, जापानी इन्सेफेलाइटिस, पेपिलोमा वायरस, पीलिया, चिकनपॉक्स, इन्फ्लुएंजा, टाइफाइड और मेनिंगोकोकल वैक्सीन का लगाया जाना जरूरी है। हालांकि, सरकार की ओर से साल 1978 में शुरू किए गए राष्ट्रीय वैक्सीनेशन अभियान के तहत अभी ये सभी वैक्सीन नहीं लगाई जाती है।

    सरकारी अस्पतालों में कौनसी वैक्सीन मुफ्त लगाई जाती हैं?

    राष्ट्रीय वैक्सीनेशन अभियान के तहत वर्तमान में सरकारी अस्पतालों में बैसिलस कैलमेट-गुएरिन (BCG), पेंटावैलेंट, डिप्थीरिया-टिटनेस-काली खांसी (DTaP), पोलियो, न्यूमोकोकल कंजुगेट, रोटा वायरस, रूबेला, खसरा, हेपेटाइटिस B, विटामिन-A और जापानी इन्सेफेलाइटिस (JE) वैक्सीन ही मुफ्त में लगाई जा रही हैं। इसमें भी बड़ी बात यह है कि JE वैक्सीन को अभी तक कुछ ही राज्यों के चुनिंदा जिलों में शुरू किया गया है। ऐसे में यह भी सभी जगह उपलब्ध नहीं है।

    निजी अस्पतालों में कौनसी वैक्सीन अतिरिक्त लगाई जाती हैं?

    राष्ट्रीय वैक्सीनेशन अभियान के तहत लगाई जाने वाली वैक्सीन के अलावा निजी अस्पतालों में पीलिया, चिकनपॉक्स, इन्फ्लुएंजा, टाइफाइड, मेनिंगोकोकल और ह्ययूमन पेपिलोमावायरस के लिए वैक्सीन लगाई जाती हैं। इससे बच्चों को इन बीमारियों से बचाना आसान हो जाता है, लेकिन ये वैक्सीन काफी महंगी पड़ती है। इन वैक्सीन को लगाने के लिए लोगों को 1,800 से 5,000 रुपये प्रति वैक्सीन खर्च करने पड़ते हैं। ऐसे में हर किसी के लिए इन्हें लगवाना आसान नहीं है।

    किस उम्र के बच्चों को कौन सी वैक्सीन जरूरी?

    चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, नवजात से 18 महीने की उम्र के बच्चों को हेपेटाइटिस-B, रोटा वायरस, DTaP, न्यूमोकोकल, पोलियो, खसरा, चिकनपॉक्स और हेपेटाइटिस-A वैक्सीन आवश्यक रूप से लगवाई जानी चाहिए। इसी तरह 4 से 6 साल की आयु वाले बच्चों को DTaP की दूसरी खुराक, पोलियो की खुराक, खसरा की दूसरी और तीसरी खुराक के साथ चिकनपॉक्स की दूसरी और तीसरी खुराक भी लगनी चाहिए। इसी तरह 10 और 16 साल में डिप्थीरिया-टिटनेस की तीसरी और बूस्टर खुराक लगनी चाहिए।

    सरकारी अस्पतालों में क्यों नहीं लगाई जाती है पूरी वैक्सीन?

    सरकार का उद्देश्य बच्चों को सबसे पहले उन बीमारियों से बचाना है, जिनके फैलने की संभावना अधिक होती है और जिनकी मृत्यु दर अधिक होती है। ऐसे में वर्तमान में सरकारी अस्पताल में हेपेटाइटिस-B, ट्यूबरकुलोसिस, DTaP, पोलियो, रोटावायरस, रूबेला और खसरा की वैक्सीन लगाई जा रही हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में इन बीमारियों से होने वाली मृत्यु दर अधिक है। ऐसे में सरकार का कम मृत्यु दर वाली बीमारियों पर ध्यान नहीं है।

    क्या है हकीकत?

    कई अध्ययनों के मुताबिक, सरकारी अस्पताल में पीलिया, टाइफाइड और मेनिंगोकोकल की वैक्सीन नहीं लगाई जा रही हैं। इसके चलते इन रोगों के कारण हर साल लगभग लाखों नवजात बच्चों की मौत हो रही है और हजारों की संख्या में विकलांगता के मामले भी सामने आते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़ों के मुताबिक, दुनियाभर में हर साल टाइफाइड से 1.28 लाख से 1.61 लाख मौतें होती हैं। ऐसे में इन बीमारियों की वैक्सीन न लगाना बड़ा खतरा है।

    सरकार की अनदेखी से क्या आ रही है समस्या?

    सरकारी अस्पताल में बच्चों के लिए जो वैक्सीन नहीं हैं उनके लिए गरीब चाहकर भी निजी अस्पताल की ओर नहीं जा सकते हैं। इसका कारण है कि निजी अस्पतालों में लगने वाली वैक्सीन का खर्च काफी ज्यादा होता है। ऐसे में गरीब तबके के लोगों के लिए यह किसी चुनौती से कम नहीं है। वह चाहकर भी अपने बच्चों को पूरी वैक्सीन नहीं लगवा पाते हैं। इसका खामियाजा आगे चलकर उन्हें और बच्चों को उठाना पड़ता है।

    "अधिक मृत्यु दर वाली बीमारियों पर है सरकार का ध्यान"

    राजस्थान के जयपुर में बच्चों के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल जेके लॉन में पेट, लीवर और आंत रोग की वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉ प्रीति विजय ने न्यूजबाइट्स हिंदी से कहा कि निजी अस्पतालों में केवल 5-6 वैक्सीन अतिरिक्त लगाई जाती है। वो उन बीमारियों की है, जिनकी मृत्यु दर बहुत कम है। उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान गंभीर और अधिक मृत्यु दर वाली बीमारियों पर है। ऐसे में राष्ट्रीय वैक्सीनेशन अभियान में उन बीमारियों के खिलाफ वैक्सीन लगाई जाती हैं।

    अन्य वैक्सीनों को भी शामिल करने के जारी हैं प्रयास- डॉ प्रीति

    डॉ प्रीति ने कहा कि सरकार अन्य वैक्सीनों को भी वैक्सीनेशन अभियान में शामिल करने पर विचार कर रही है। यही कारण है कि पिछले 2-3 सालों में इस अभियान में बच्चों के लिए रोटावायरस और न्यूमोकोकल वैक्सीनों को शामिल किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार अन्य बीमारियों के प्रसार और खतरों का लगातार आंकलन कर रही है और आने वाले समय में उनकी वैक्सीन को भी अभियान में शामिल किया जा सकता है।

    इस खबर को शेयर करें
    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    ताज़ा खबरें
    बच्चों की देखभाल
    लाइफस्टाइल
    केंद्र सरकार
    वैक्सीनेशन अभियान

    ताज़ा खबरें

    दक्षिण अफ्रीका बनाम नीदरलैंड: टेंबा बावुमा ने खेली 90 रनों की शानदार पारी दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम
    दूसरा वनडे: दक्षिण अफ्रीका ने नीदरलैंड को 8 विकेट से हराया, मैच में बने ये रिकॉर्ड्स  दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम
    IPL 2023: तुषार देशपांडे बने पहले इम्पैक्ट प्लेयर, गुजरात में विलियमसन की जगह आए सुदर्शन  इंडियन प्रीमियर लीग
    IPL 2023: रुतुराज गायकवाड़ ने GT के खिलाफ बनाए 92 रन, हासिल की ये बड़ी उपलब्धियां रुतुराज गायकवाड़

    बच्चों की देखभाल

    ट्रिपलेट ने बनाया सबसे अधिक समय से पहले जन्म और सबसे कम वजन के लिए रिकॉर्ड  यूनाइटेड किंगडम (UK)
    होली 2023: बच्चों के लिए त्योहार को सुरक्षित बनाने के लिए अपनाएं ये 5 तरीके होली
    ऑफिस के काम और पेरेंट्स की जिम्मेदारियों के बीच संतुलन के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स बच्चों की देखभाल
    बच्चों का मन पढ़ाई में लगाने के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स बच्चों की देखभाल

    लाइफस्टाइल

    गर्मियों में शरीर की दुर्गंध दूर करने के लिए अपनाएं ये घरेलू नुस्खे गर्मियों के टिप्स
    गर्मियों में घूमने के लिए इन 5 भारतीय जगहों का करें चयन, जरूर मिलेगी राहत पर्यटन
    क्रेडल कैप बनाम ड्राई स्कैल्प: जानिए इनके बीच का अंतर बालों की समस्या
    गर्मियों के दौरान बालों की देखभाल करने के लिए अपनाएं ये 5 तरीके बालों की देखभाल

    केंद्र सरकार

    केंद्रीय कर्मचारियों के 9.79 लाख पद खाली, सरकार की एक साल में भरने की योजना सरकारी नौकरी
    हर साल कितनी खाली रह जाती हैं मेडिकल सीटें? सरकार ने साझा की जानकारी NEET
    पश्चिम बंगाल: ममता बनर्जी ने दिखाई 'भाजपा वाशिंग मशीन'; काले कपड़े डाले, सफेद निकाले पश्चिम बंगाल
    केंद्र सरकार के कथित भेदभाव के खिलाफ 2 दिन के धरने पर बैठीं ममता बनर्जी  ममता बनर्जी

    वैक्सीनेशन अभियान

    विवेक अग्निहोत्री ने पूरी की 'द वैक्सीन वॉर' की शूटिंग, जानिए कब रिलीज होगी फिल्म विवेक अग्निहोत्री
    चीन में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों से बाकी दुनिया को डरना चाहिए? कोरोना वायरस
    TB की नई वैक्सीन का ट्रायल जल्द होगा- CSIR के पूर्व महानिदेशक महाराष्ट्र
    कोरोना वायरस: नाक से दी जाने वाली कोरोना वैक्सीन की ऑनलाइन अपॉइंटमेंट कैसे बुक करें? भारत बायोटेक

    एक्सक्लूसिव की खबरें पसंद हैं?

    नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

    Exclusive Thumbnail
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स क्रिप्टोकरेंसी भाजपा समाचार कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive कोरोना वायरस वैक्सीन ट्रैवल टिप्स यूक्रेन युद्ध मंकीपॉक्स द्रौपदी मुर्मू IPL 2023
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2023