रूस में उग्र हुआ सेना और वागनर समूह के बीच संघर्ष, जानें आज दिनभर का घटनाक्रम
रूस की सेना और वागनर समूह के बीच संघर्ष अब उग्र होता जा रहा है। दोनों ही ओर से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि देशद्रोहियों को सबक मिलेगा। जवाब में वागनर सेना ने भी आत्मसमर्पण ने इनकार कर दिया है, जिसके बाद संघर्ष और बढ़ता जा रहा है। चलिए रूस में आज सुबह से लेकर अब तक क्या-क्या हुआ, सब जानते हैं।
कैसे हुई संघर्ष की शुरुआत?
दरअसल, आज सुबह खबर आई कि रूस की सेना और वागनर समूह के बीच खींचतान बढ़ गई है और वागनर सैनिकों ने यूक्रेनी सैनिकों से हाथ मिला लिया है। इसके बाद वागनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोजिन का एक ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें वे कह रहे हैं कि वे रोस्तोव में प्रवेश कर रहे हैं और जब उनके सैनिकों ने सीमा पार की तो वहां मौजूद रूसी सैनिकों ने उन्हें गले लगाने का काम किया।
जवाब में रूस ने क्या किया?
खबर आते ही पुतिन सक्रिय हुए और मॉस्को की सड़कों पर टैंकों और बख्तरबंद गाड़ियों के वीडियो सामने आने लगे। राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन की सुरक्षा के लिए भी टैंक तैनात किए गए हैं। मॉस्को में सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया और संसद ड्यूमा के आसपास भी सुरक्षा बढ़ाई गई। मॉस्को और वोरोनिश क्षेत्रों में आतंकवाद विरोधी शासन लागू कर दिया गया। पुतिन ने प्रिगोजिन पर विद्रोह भड़काने का आरोप लगाया और उनकी गिरफ्तारी के आदेश दिए।
वोरोनिश में ऑयल डिपो पर बमबारी के बाद निकलता धुंआ
पुतिन ने राष्ट्र को संबोधित किया
इस बीच खबर आई कि वागनर सैनिकों ने रोस्तोव में रूसी सेना के मुख्यालय पर कब्जा कर लिया। इसके बाद पुतिन ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि रूस देशद्रोह का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा, "वागनर समूह का यह कदम रूसी सैना की पीठ में खंजर घोंपने जैसा है और इसकी सजा दी जाएगी। जिस किसी ने भी देश की सेना के खिलाफ हथियार उठाए हैं, वो देशद्रोही है। हम रूस को विभाजित नहीं होने देंगे।"
रूस में अभी कैसे हालात हैं?
रूस में हालात अब और बिगड़ गए हैं। वागनर समूह का दावा है कि उसने 2 रूसी शहरों में सैन्य सुविधाओं पर नियंत्रण कर लिया है। रूसी हेलिकॉप्टरों ने वोरोनिश में ऑयल डिपो पर बमबारी की है। वागनर ने दावा किया है कि उसने 2 हेलिकॉप्टर को मार गिराया है। वागनर के सैनिकों ने रोस्तोव में एंटी-टैंक माइन तैनात कर दी है और उसके सैनिक लिपेत्स्क क्षेत्र में प्रवेश कर गए हैं, जो मॉस्को से करीब 450 किलोमीटर दूर है।
रूस के हालात पर बाकी देशों का क्या कहना है?
रूस के हालात पर कई देशों ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कतर ने कहा है कि रूस की स्थिति का वैश्विक ऊर्जा और खाद्य आपूर्ति पर असर पड़ेगा। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने दोनों पक्षों से जिम्मेदारी से काम लेने और नागरिकों की रक्षा करने की अपील की है। लातविया ने रूसी सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की ने कहा कि जो गलत रास्ता अपनाता है वो अपना विनाश कर लेता है।