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रूस की सरकार के खिलाफ बगावत का ऐलान करने वाले येवगेनी प्रिगोजिन कौन हैं? 
रूस में येवगेनी प्रिगोजिन ने किया बगावत का ऐलान

रूस की सरकार के खिलाफ बगावत का ऐलान करने वाले येवगेनी प्रिगोजिन कौन हैं? 

Jun 24, 2023
11:57 am

क्या है खबर?

रूस ने वागनर समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोजिन पर सशस्त्र विद्रोह बढ़ाने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी का आदेश दिया है। वहीं प्रिगोजिन ने रूस की सरकार के खिलाफ बगावत का ऐलान करते हुए सभी आवश्यक कदम उठाने की बात कही है। बता दें कि एक व्यवसायी के तौर पर पहचान बनाने वाले प्रिगोजिन यूक्रेन युद्ध के दौरान वौश्विक सुर्खियों में आए थे। आइए इनके बारे में और बातें जानते हैं।

परिचय 

कई साल तक जेल में रह चुके हैं प्रिगोजिन

प्रिगोजिन का जन्म 1961 में लेनिनग्राद (अब सेंट पीटर्सबर्ग) में हुआ था। यह शहर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भी गृहनगर है। उनको वर्ष 1979 में 18 साल की आयु में पहली बार चोरी करने के आरोप में ढाई साल जेल की सजा मिली थी। इसके 2 साल बाद उन्हें डकैती और चोरी करने के लिए 13 साल जेल की सजा सुनाई गई थी, जिसमें से उन्हें 9 साल जेल में बिताने पड़े थे।

परिचय 

प्रिगोजिन ने शुरू किया था खाने का व्यापार

प्रिगोजिन ने जेल से रिहा होने के बाद हॉट डॉग बेचने वाले स्टालों की एक श्रृंखला स्थापित की थी। इसके कुछ ही वर्षों बाद उन्होंने सेंट पीटर्सबर्ग में एक महंगा रेस्टोटरेंट खोला था, जिसके बाद उन्होंने उच्च और शक्तिशाली लोगों के साथ घुलना-मिलना शुरू कर दिया था। प्रिगोजिन की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पुतिन ने दुनिया के कई बड़े नेताओं की मेजबानी उनके रेस्टोटरेंट में भी की थी।

परिचय 

प्रिगोजिन ने हासिल किए थे कई बड़े सरकारी अनुबंध 

प्रिगोजिन ने पुतिन से अपनी करीबियों का इस्तेमाल करते हुए खानपान के अपने व्यवसाय का विस्तार करते हुए कई सरकारी अनुबंध प्राप्त किए थे। इसके बाद उन्हें 'पुतिन के शेफ' के नाम से पहचाना जाने लगा। उन्होंने स्कूलों में बच्चों और रूस की सेना की खानपान की व्यवस्था भी संभाली थी। बता दें कि विपक्ष ने प्रिगोजिन पर भ्रष्टाचार करने और गैर-कानूनी तरीकों से सरकारी अनुबंध हासिल करने का आरोप लगाया था।

परिचय 

प्रिगोजिन ने गुप्त रूप से की थी वागनर समूह की स्थापना

प्रिगोजिन ने वागनर समूह की स्थापना की थी, जिसे पहली बार 2014 में क्रीमिया पर रूस के कब्जे के बाद तैनात किया गया था। आरोप हैं कि यह निजी सेना इससे पहले सीरिया, लीबिया, माली और मध्य अफ्रीकी गणराज्य में कई क्रूर अभियानों को अंजाम दे चुकी है। उन्होंने कई वर्षों की अटकलों के बाद पिछले साल यूक्रेन युद्ध के दौरान गुप्त तौर पर भाड़े के सैनिकों के समूह की स्थापना और नेतृत्व करने की बात स्वीकार की थी।

आरोप 

प्रिगोजिन ने क्या आरोप लगाया है?

प्रिगोजिन का आरोप है कि वागनर के प्रशिक्षण कैंप पर रूसी सरकार के आदेश पर मिसाइलों से हमले किए गए। प्रिगोजिन का कहना है कि इन हमलों में उसके कई सैनिक मारे गए हैं और रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई सोइगु, रूसी सैन्य जनरलों के साथ मिलकर वागनर ग्रुप को तबाह करना चाहते हैं। इससे पहले भी प्रिगोजिन ने वीडियो साझा कर रूसी रक्षा मंत्रालय पर उनके सैनिकों को पर्याप्त हथियार और संसाधन उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया था।