
SIP और FD में से किसमें निवेश करना ज्यादा बेहतर? जानिए दोनों में फर्क
क्या है खबर?
अधिकांश लोग निवेश के लिए सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) और फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) विकल्पों में से किसी एक पर विचार करते हैं। दोनों ही अपने-अपने फायदे और सीमाओं के साथ आते हैं। निवेशक जोखिम और रिटर्न के आधार पर इनमें से किसी एक विकल्प का चयन करते हैं। आप भी निवेश करने का विचार बना रहे हैं और किसी एक विकल्प को चुनने को लेकर संशय में है तो हम आपको बता रहे हैं कि इनमें क्या फर्क है।
अंतर
दोनों में क्या है अंतर?
SIP एक ऐसा तरीका है, जिसमें आप हर महीने छोटी-छोटी राशि म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते हैं। यह शेयर बाजार से जुड़ा होता है और लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न देने की क्षमता रखता है। SIP शेयर बाजार में निवेश करता है, इसलिए कुछ हद तक जोखिम होता है। दूसरी तरफ FD सुरक्षित निवेश विकल्प है। इसमें निवेश की गई राशि पर निश्चित ब्याज दर मिलती है और यह तय अवधि तक बाजार जोखिम से पूरी तरह मुक्त होता है।
फायदा
क्या है दोनों निवेश विकल्पों के फायदे?
अगर आप बिना जोखिम सुरक्षित और स्थिर रिटर्न चाहते हैं तो फिक्स्ड डिपॉजिट एक विश्वसनीय विकल्प है, लेकिन लंबी अवधि में धन जमा करना चाहते हैं और बाजार के उतार-चढ़ाव को संभाल सकते हैं तो SIP बेहतर साबित होते हैं। एकमुश्त राशि निवेश करना चाहते हैं और लक्ष्य केवल पूंजी बचाना है तो FD में निवेश सही कदम हाेगा। नियमित अंतराल पर छोटी-छोटी रकम निवेश करने और अच्छा रिटर्न पाने के लिए SIP चुनना सही रहेगा।