रूस के खिलाफ युद्ध में किन-किन हथियारों का इस्तेमाल कर रहा है यूक्रेन?
क्या है खबर?
रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध लगातार भयावह होता जा रहा है। रूसी सेना ने राजधानी कीव पर कब्जा करने के लिए तीन ओर से हमले करना शुरू कर दिया है।
हालांकि, उन्नत हथियारों के दम पर यूक्रेन की सेना द्वारा किए जा रहे कड़े प्रतिरोध के कारण रूसी सेना अभी तक भी कीव पर कब्जा नहीं कर पाई है।
आइये जानते हैं रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन की सेना किन हथियारों का इस्तेमाल कर रही है।
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अमेरिका ने किया यूक्रेन को 80 करोड़ डॉलर के हथियार देने का ऐलान
गत बुधवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की के अमेरीकी कांग्रेस में दिए गए अपने संबोधन में अतिरिक्त सैन्य मदद करने की अपील करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने 80 करोड़ डॉलर के हथियार देने का ऐलान किया है।
इनमें 800 स्टिंगर्स यानी मैन-पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम (MANPADS), 2,000 जेवलिन एंटी-आर्मर सिस्टम, 100 टेक्टिकल ड्रोन, दो करोड़ राउंड गोलियां और बॉडी आर्मर के 25,000 से अधिक सेट शामिल हैं।
जानकारी
ये देश भी कर चुके हैं यूक्रेन की मदद
अमेरिका के अलावा जर्मनी, फ्रांस, स्पेन, नॉर्वे, टर्की और नीदरलैंड सहित यूरोपीय संघ के देशों ने भी ड्रोन और स्टींगर्स सहित कई तरह के उन्नत हथियार भेजकर यूक्रेन की मदद की है, लेकिन अमेरिका की यह घोषणा इन सबके अतिरिक्त है।
#1
S-300 मिसाइल सुरक्षा प्रणाली से मिल रहा सहयोग
एक अमेरिकी सैन्य सूत्र की माने तो यूक्रेन की सेना रूस के खिलाफ जारी युद्ध में S-300 मिसाइल सुरक्षा प्रणाली का इस्तेमाल कर रही है। यह कुछ यूरोपीय नाटो सदस्यों के स्वामित्व वाली रूसी डिजाइन की एक परिष्कृत मिसाइल है।
इसके लंबी दूरी तक मार करने वाली लड़ाकू विमान रोधी मिसाइल के रूप में देखा जाता है। इसके इस्तेमाल से यूक्रेन की सेना को रूसी विमानों पर काबू पाने में काफी मदद मिल रही है।
#2
स्विचब्लेड 'कामिकाजे' ड्रोन भी निभा रहा अहम भूमिका
अमेरिका ने यूक्रेन को 100 स्विचब्लेड 'कामिकाजे' ड्रोन भी दिए हैं। यह एक तरह का रोबोटिक बम है जो सटीक और समय पर लक्ष्य को भेदने में सक्षम है।
यह एक तरह से निर्देशित क्रूज मिसाइल और अनमैन्ड एरियल व्हीकल (UAV) का मिश्रण है। इसके दो वेरिएंट स्विचब्लेड 300 और स्विचब्लेड 600 है। इनकी लंबाई 1.3 मीटर है।
दोनों को जमीन, हवा या समुद्र से लॉन्च किया जा सकता है, लेकिन बड़े वेरिएंट की रेंज 50 मील है।
#3
स्टिंगर्स मैन-पोर्टेबल एंटी एयर डिफेंस सिस्टम
अमेरिका ने यूक्रेन को 800 स्टिंगर्स मैन-पोर्टेबल एंटी एयर डिफेंस सिस्टम (MANPADS) भी दिए हैं।
यह कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइले है, जिसका उपयोग विमानों और ड्रोन को मारने के लिए किया जाता है। इसे कंधे या स्टैंड पर रखने को डिजाइन किया गया है।
इनमें एक इन्फ्रारेड तकनीक है जो विकिरण उत्सर्जन से लक्ष्य का पता लगाती है। रूसी Igla-S मिसाइल भी इसी तकनीक से बनी हैं।
#4
रूस के टैंकों के लिए काल बन रहा जेवलिन एंटी-आर्मर सिस्टम
यूक्रेन की सेना अमेरिका की ओर से दिए गए जेवलिन एंटी-आर्मर सिस्टम का रूस के टैंकों को रोकने में भरपूर इस्तेमाल कर रही है।
जेवलिन इन्फ्रारेड सेंसर से सुसज्जित हैं और लक्ष्य को खोजने के लिए हवा के बीच थर्मल इमेजिंग का उपयोग करती है। यही कारण है कि इसके कारण रूस को भारी नुकसान हुआ है।
यूक्रेन ने इसके जरिए रूस के 444 टैंकों को नष्ट करने का दावा किया है। ऐसे में यह बड़ी ताकत बनकर उभरा है।
जानकारी
यूक्रेन ने किया है रूस के 80 विमानों को मार गिराने का दावा
बता दें कि यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि 17 मार्च तक उसकी सेना ने MANPADS के इस्तेमाल से 86 रूसी लड़ाकू विमानों और 108 हेलीकॉप्टरों को नष्ट कर दिया है। हालांकि, रूस ने अभी तक नुकसान का खुलासा नहीं किया है।
#5
नेक्स्ट जेनरेशन हल्के टैंक रोधी हथियारों से भी मिल रही मदद
यूनाइटेड किंगडम (UK) ने यूक्रेन को 3,615 नेक्स्ट जेनरेशन हल्के टैंक रोधी हथियारों की भी आपूर्ति की है। यह एक शोल्डर-माउंटेड शॉर्ट-रेंज मिसाइल हैं।
हालांकि, इसमें इन्फ्रारेड सेंसर नहीं है, लेकिन उसके बाद भी यह रूस के लिए यह बेहद घातक साबित हो रही है।
यूक्रेन के सैनिक इसे अपने कंधे पर रखकर रूसी टैंकों के पास जाकर उन्हें अपना निशाना बना रहे हैं। इसके चलते उन्हें बड़ी आसानी से ध्वस्त किया जा रहा है।
#6
स्टारस्ट्रेक विमान भेदी हथियार भी है दमदार
UK ने यूक्रेन को तेज गति वाले स्टारस्ट्रेक विमान भेदी हथियार देने का भी वादा किया है और इनमें कई हथियारों के आपूर्ति भी की जा चुकी है।
इसे दुनिया में सबसे तेज कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों में से एक माना जाता है। इसमें लक्ष्य को भेदने की संभावना बढ़ाने के लिए इन्फ्रारेड सेंसर प्रणाली का इस्तेमाल किया गया है।
UK ने अब पोलैंड में भी इन्हें तैनात करने का निर्णय किया है।
#7
बायरक्टर TB2 ड्रोन भी दे रहा है महत्वपूर्ण सहयोग
यूक्रेन के सेना के पास 20 तुर्की लड़ाकू ड्रोन बायरक्टर TB2 भी मौजूद हैं। फॉरेन पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट के एरोन स्टीन के अनुसार, ये संख्या में अपेक्षाकृत कम हैं, लेकिन यूक्रेनी सेना मनोबल के लिए महत्वपूर्ण हैं। इससे वह रूसी विमानों को अपने एयरस्पेस में पहुंचने से रोकती है।
TB2 6.5 मीटर लंबा और US रीपर के वजन का आधा है। इसमें चार इन्फ्रारेड सेंसर हैं। यह 27 घंटे तक 25,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ सकता है।