रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन के एयरस्पेस को सुरक्षित करने वाली MANPADS क्या है?
रूस के हमला करने के बाद से अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी ओर यूरोपीय देश यूक्रेन की लगातार मदद कर रहे हैं। इसमें विमान-रोधी और टैंक-रोधी रक्षा प्रणालियों सहित अन्य सैन्य सहायता भी शामिल है। इसी बीच बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन को 80 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त सहायता देने का ऐलान किया है। इनमें 800 स्टिंगर्स यानी मैन-पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम (MANPADS) और 2,000 जेवलिन एंटी-आर्मर सिस्टम शामिल हैं। यहां जानते हैं आखिर क्या है MANPADS
इन देशों ने यूक्रेन में भेजी है MANPADS
बता दें कि अमेरिका पहले ही अमेरिका यूक्रेन को 600 से ज्यादा स्टिंगर मिसाइल और 2,600 जेवलिन एंटी-आर्मर सिस्टम भेज चुका है। इसके अतिरिक्त उसने इस साल जनवरी में बाल्टिक राज्यों एस्टोनिया, लिथुआनिया और लातविया को भी अपने यहां मौजूद जेवलिन और स्टिंगर्स को युद्ध प्रभावित यूक्रेन में स्थानांतरित करने को कहा था। इसी तरह जर्मनी, नॉर्वे और नीदरलैंड सहित अन्य देशों ने भी यूक्रेन को स्टिंगर्स की आपूर्ति की है।
MANPADS क्या होते हैं?
अमेकिरी डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट द्वारा 2019 में कमीशन MANPADS को फायर एंड फॉरगेट रूप में चित्रित किया गया है। यह कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइले है, जिसका उपयोग विमानों और ड्रोन को मारने के लिए किया जाता है। इसे कंधे या स्टैंड पर रखने को डिजाइन किया गया है। इनमें एक इन्फ्रारेड तकनीक है जो विकिरण उत्सर्जन से लक्ष्य का पता लगाती है। रूसी Igla-S मिसाइल भी इसी तकनीक से बनी हैं।
क्या है MANPADS और जेवलिन का इस्तेमाल?
जहां MANPADS को एयरस्पेस की रक्षा के लिए तैनात किया जाता है, वहीं जेवलिन का उपयोग टैंक और कवच को नष्ट करने के लिए किया जाता है। जेवलिन भी इन्फ्रारेड सेंसर से सुसज्जित हैं और लक्ष्य को खोजने के लिए हवा के बीच समायोजन करने में सक्षम है। इसी तरह, नेक्स्ट जेनरेशन लाइट एंटी-टैंक वेपन (NLAW) भी शोल्डर-माउंटेड शॉर्ट-रेंज मिसाइल हैं। यूनाइडेट किंगडम (UK) द्वारा यूक्रेन को इसकी आपूर्ति की गई है। हालांकि, इनमें इन्फ्रारेड सेंसर नहीं है।
MANPADS ने किस प्रकार की है यूक्रेन की मदद?
विशेषज्ञों के अनुसार, MANPADS ने यूक्रेन की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाई है। इसके कारण ही रूसी सेना अभी तक उसके एयरस्पेस पर हावी नहीं हो सकी है। इसने रूसी हवाई हमलों के प्रभाव को कम किया है। कीव में नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज के मायकोला बिलीस्कोव ने कहा, "यदि इन्हें बड़ी संख्या में तैनात किया जाता है तो भले यह सभी रूसी विमान और हेलीकॉप्टर को न मार सके, लेकिन इससे रूस को बड़ा नुकसान होगा।"
यूक्रेन ने किया है रूस के 80 विमानों को मार गिराने का दावा
यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि 17 मार्च तक उसकी सेना ने MANPADS और जेवलिन के इस्तेमाल से 86 रूसी लड़ाकू विमानों और 108 हेलीकॉप्टरों को नष्ट कर दिया है। हालांकि, रूस ने अभी तक नुकसान का खुलासा नहीं किया है।
विश्लेषकों ने किया है रूस को बड़ा नुकसान होने का दावा
विश्लेषकों का कहना है कि MANPADS और जेवलिन ने रूस को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। जहां MANPADS यूक्रेन के एयरस्पेस की सुरक्षा कर रहा है, वहीं जेवलिन रूस के टैंकों को तबाह कर रहा है। विशेषज्ञों ने कहा है कि जेवलिन एंटी-आर्मर सिस्टम से टैंकों को ध्वस्त करने में मदद मिलती है। यही कारण है कि 17 मार्च तक यूक्रेन ने रूस के 444 टैंकों को नष्ट करने का दावा किया है। यह रूस के लिए बड़ा नुकसान है।
क्या युद्ध में सफलता के लिए MANPADS पर्याप्त है?
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की का मानना है कि केवल MANPADS और जेवलिन के दम पर लंबे समय तक देश की सुरक्षा नहीं की जा सकती है। जैसा कि दोनों देशों की वार्ता में अभी तक महत्वपूर्ण सफलता नहीं मिली है। ऐसे में राष्ट्रपति जेलेंस्की अमेरिका और उसके सहयोगियों से यूक्रेन पर नो फ्लाई जोन स्थापित करने की अपील कर रहे हैं। अमेरिकी कांग्रेस में अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि हथियारों की आपूर्ति उसकी थोड़ समय मदद कर सकती है।