रूस का वैगनर समूह हिजबुल्लाह को दे सकता है घातक मिसाइल सिस्टम, अमेरिका का दावा
इजरायल-हमास युद्ध में तीसरे मोर्चे के खुलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। खबर है कि रूस की निजी सेना 'वागनर' लेबनान के आतंकवादी संगठन हिज्बुल्लाह को आधुनिक मिसाइलें दे सकता है। अमेरिकी खूफिया अधिकारियों ने इस बात की चिंता जताई है और मामले की निगरानी कर रहे हैं। अखबार वॉल स्ट्रीट जनरल ने एक रिपोर्ट में इस बात का दावा किया है। बता दें कि हिज्बुल्लाह पहले से ही इजरायल पर रॉकेट दाग रहा है।
स्थिति की निगरानी कर रहे अमेरिकी अधिकारी
अमेरिका का कहना है कि अभी तक हिज्बुल्लाह को मिसाइल सिस्टम मिलने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अधिकारी वागनर और हिज्बुल्लाह के बीच बातचीत पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इस कथित सौदे को लेकर हिजबुल्लाह और वागनर से जुड़े कुछ लोग सीरिया में मौजूद हैं। बता दें कि सीरिया में गृहयुद्ध के दौरान बशर अल-असद का समर्थन के लिए वागनर लड़ाकों को तैनात किया गया था।
SA-22 मिसाइल सिस्टम हिज्बुल्लाह को दे सकता है वैगनर
रिपोर्ट के मुताबिक, वागनर हिज्बुल्लाह को SA-22 मिसाइल सिस्टम दे सकता है। इसे पंतशीर नाम से भी जाना जाता है। ये ट्रक पर लगा हुआ मिसाइल डिफेंस सिस्टम है, जो विमान, हेलिकॉप्टर, बैलिस्टिक मिसाइलों और क्रूज मिसाइलों को मार गिराने में सक्षम है। माना जाता है कि इस तरह के कई सिस्टम पहले से ही सीरिया में तैनात हैं और कुछ कथित तौर पर पिछले वर्षों में इजरायल के हमलों में नष्ट भी हो गए हैं।
मध्य-पूर्व में हस्तक्षेप बढ़ाना चाहता है रूस
कहा जा रहा है कि हिजबुल्लाह को मिसाइल सिस्टम देना रूस-ईरान के बीच बढ़ते संबंध को दर्शाता है। रूस और ईरान के बीच संबंध काफी अच्छे माने जाते हैं। ईरान रूस को ड्रोन की सप्लाय करता है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन युद्ध शुरू होने के बाद से इजरायल की तीखी आलोचना कर रहे हैं। हाल ही में रूस ने सीरिया पर इजरायली हवाई हमले को 'अस्वीकार्य' बताते हुए कहा था कि युद्ध व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष में बदल सकता है।
अमेरिका ने पूर्वी भूमध्य सागर में तैनात किए विमान अवरोधक
इजरायल पर हिज्बुल्लाह के हमलों की आशंका के बीच अमेरिका ने पूर्वी भूमध्य सागर में विमान अवरोधक तैनात किए हैं। ये हिज्बुल्लाह की ओर से दागे जाने वाले रॉकेट को रोकने में सक्षम है। बता दें कि पहले भी कई बार हिज्बुल्लाह ने इजरायल पर रॉकेट हमले किए हैं। इजरायल ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए हिज्बुल्लाह के ठिकानों को निशाना बनाया है। इस बीच हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह युद्ध शुरू होने के बाद आज पहला सार्वजनिक भाषण देंगे।
न्यूजबाइट्स प्लस
हिजबुल्लाह लेबनान का एक कट्टर आतंकवादी समूह है। 1982 में इजरायल ने जब दक्षिणी लेबनान पर आक्रमण किया था, तब हिजबुल्लाह समूह अस्तित्व में आया था। हालांकि, इस समूह की आधिकारिक रूप से स्थापना 1985 में हुई थी। ये समूह समय-समय पर इजरायल पर हमला करता रहता है, जो हमास की तुलना में कहीं ज्यादा खतरनाक और मजबूत है। साल 2006 में हिजबुल्लाह और इजरायल के बीच करीब एक महीने तक युद्ध चला था।