इजरायल-हमास युद्ध: अस्पताल पर हमले को लेकर इजरायल के सबूतों में विसंगतियां, रिपोर्ट्स में अलग-अलग दावे
इजरायल-हमास युद्ध के बीच गाजा के अल-अहली अल-अरब अस्पताल पर हमला हुआ था। इसमें करीब 500 लोग मारे गए थे, जिनमें से ज्यादातर मरीज थे। इजरायल ने इस हमले का आरोप गाजा के ही संगठन पर लगाया था, जबकि अरब देशों का कहना है कि इजरायल ने अस्पताल पर मिसाइल दागी। अलग-अलग देश और संगठन इस हमले की जांच कर रहे हैं। प्रारंभिक जांच में इसमें इजरायल का हाथ होने की बात सामने आ रही है।
क्या हुआ था?
17 अक्टूबर को स्थानीय समयानुसार शाम लगभग 7 बजे अल-अहली अल-अरब अस्पताल में विस्फोट हुआ था। ये पूरी घटना समाचार एजेंसी अल जजीरा के कैमरों में रिकॉर्ड हो गई थी। इसमें देखा जा सकता है कि पहले 2 बार तेज रोशनी दिखाई दी और फिर लगातार 2 धमाके हुए। अस्पताल के CCTV फुटेज में देखा जा सकता है कि पार्किंग में लगभग 2 दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और दीवारों और जमीन पर खून बिखरा हुआ था।
इजरायल ने क्या दावा किया था?
इजरायल का कहना है कि ये हमला गलती से गाजा की ओर से दागी गई मिसाइल की वजह से हुआ था। इजरायल ने इसका आरोप चरमपंथी संगठन इस्लामिक जिहाद पर लगाया है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, "इजरायली सेना की जांच में पता चला है कि गाजा में आतंकवादियों द्वारा रॉकेटों की बौछार की गई थी, जो अस्पताल के नजदीक से गुजर रहे थे। इन्हीं रॉकेट में एक का लॉन्च असफल रहा।"
अल जजीरा के जांच में क्या पता चला?
अल जजीरा के मुताबिक, वीडियो की विस्तृत समीक्षा के आधार पर ये निष्कर्ष निकला है कि इजरायल ने जिस तेज चमकती रोशनी को गलती से दागी मिसाइल बताया, दरअसल वो इजरायल की आयरन डोम मिसाइल रक्षा प्रणाली की रोशनी थी। जिस वक्त अस्पताल पर हमला हुआ, उसी वक्त हमास ने इजरायल पर रॉकेट दागा था, जिसे आयरन डोम रोक रहा था। इजरायल ने इसे इस्लामिक जिहाद द्वारा दागी मिसाइल बताया।
अन्य जांच-पड़तालों में भी इजरायल के दावे पर शक
BBC की एक जांच में इजरायली सेना के प्रवक्ता डैनियल हगारी द्वारा दी गई जानकारी के बारे में विसंगतियां सामने आई हैं। हगारी ने कहा था कि मिसाइल को एक कब्रिस्तान से दागा गया था, जो अस्पताल के बगल में ही है। हालांकि, हगारी ने मिसाइल के दागे जाने की जगह का जो नक्शा दिखाया, वो अस्पताल से काफी दूर है। BBC ने कहा कि वहां कोई कब्रिस्तान नहीं है।
घटनास्थल से गायब हुए मिसाइल के टुकड़े
अस्पताल के नजदीक जहां हमला हुआ, वहां से मिसाइल के अवशेष पूरी तरह गायब है। इन्हीं अवशेषों की जांच-पड़ताल कर कई बातें पता लगाई जा सकती थीं। अभी तक मिसाइल का कोई अवशेष बरामद नहीं हुआ है। संयुक्त राष्ट्र (UN) के मानवाधिकार कार्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि कर्मचारी जमीन पर सबूत इकट्ठा करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन इजरायल द्वारा 'पूर्ण घेराबंदी' और बमबारी के कारण काफी परेशानी आ रही थी।
न्यूजबाइट्स प्लस
7 अक्टूबर को शुरू हुए इजरायल-हमास युद्ध में अब तक मरने वालों का आंकड़ा 5,500 से ज्यादा हो गया है। हमास के हमले में इजरायल के 1,400 लोग मारे गए थे, इसके बाद इजरायल की जवाबी कार्रवाई में गाजा में 4,137 लोग मारे गए हैं। UN का कहना है कि इनमें से 70 प्रतिशत बच्चे और महिलाएं हैं। हमास ने करीब 100 लोगों को अभी भी बंधक बना रखा है, जिसमें से 2 अमेरिकी महिलाओं को कल रिहा किया है।