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अमेरिका का दावा- मिस्र ने दी थी 'कुछ बड़ा' होने की चेतावनी, इजरायल ने नजरअंदाज की
मिस्त्र ने इजरायल को संभावित हमले की चेतावनी दी थी

अमेरिका का दावा- मिस्र ने दी थी 'कुछ बड़ा' होने की चेतावनी, इजरायल ने नजरअंदाज की

लेखन आबिद खान
Oct 12, 2023
01:47 pm

क्या है खबर?

फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास के हमले से 3 दिन पहले मिस्त्र ने इजरायल को संभावित खतरे की चेतावनी दी थी। हालांकि, इजरायल ने इस चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया और उसे इसका खामियाजा उठाना पड़ा। अमेरिकी कांग्रेस की एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। दूसरी ओर, इजरायल ने इस बात का खंडन किया है। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस तरह की रिपोर्ट को पूरी तरह गलत बताया है।

अमेरिका

अमेरिका ने क्या कहा?

अमेरिका की प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति के प्रमुख माइकल मैककॉल ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा, "हम जानते हैं कि मिस्र ने हमले से 3 दिन पहले इजरायलियों को चेतावनी दी थी कि इस तरह की घटना हो सकती है। मैं ज्यादा गोपनीय बातों में नहीं जाना चाहता, लेकिन एक चेतावनी दी गई थी। हालांकि, सवाल ये है कि ये चेतावनी कितने गंभीर स्तर की थी।"

मिस्र

मिस्र ने भी कही थी चेतावनी दिए जाने की बात

इससे पहले मिस्र के एक खुफिया अधिकारी ने खुलासा किया था कि इजरायल को हमले के बारे में चेतावनी दी गई थी। समाचार एजेंसी AP से बात करते हुए उक्त अधिकारी ने कहा, "हमने उन्हें चेतावनी दी थी कि 'कुछ बड़ा' होने वाला है और यह बहुत जल्द होगा, लेकिन उन्होंने ऐसी चेतावनियों को कम करके आंका। इजरायल का ध्यान वेस्ट बैंक पर था और उन्होंने गाजा से खतरे को नजरअंदाज किया।"

ब्लिंकन

अमेरिकी विदेश सचिव आज इजरायल आएंगे

अमेरिका के विदेश सचिव एंटनी ब्लिंकन आज इजरायल आएंगे। वे इजरायल के प्रति अपना समर्थन देने पहुंचेंगे। इसके अलावा वे फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से भी मुलाकात करेंगे। फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन की कार्यकारी समिति के महासचिव हुसैन अल-शेख ने इस बात की पुष्टि की है। इजरायल में अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों से भी ब्लिंकन की मुलाकात होगी। ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका इजराइल को अपनी रक्षा के लिए सबकुछ मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है।

सरकार

इजरायल में हुआ आपातकालीन सरकार का गठन

युद्ध के हालातों के बीच इजरायल में आपातकालीन एकता सरकार का गठन किया गया है। एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री और मध्यमार्गी विपक्षी दल के नेता बेनी गैंट्ज एक युद्ध कैबिनेट बनाने और पूरी तरह से संघर्ष पर ध्यान केंद्रित करने पर सहमत हुए हैं। इस कैबिनेट में नेतन्याहू, गैंट्ज और इजरायल के रक्षा मंत्री योवाव गैलेंट शामिल हैं। आपातकालीन सरकार युद्ध के संबंध में नीति और कानून बनाएगी।

प्लस

न्यूजबाइट्स प्लस 

7 अक्टूबर को गाजा पट्टी से हमास के लड़ाकों ने 5,000 से ज्यादा रॉकेट इजरायल की ओर दागे। इसके बाद ये लड़ाके इजरायल के सीमावर्ती शहरों में घुस गए और कई लोगों को बंधक बनाकर गाजा ले आए। करीब 150 लोगों को अभी भी हमास ने बंधक बना रखा है। दूसरी ओर, इजरायल भी गाजा पर लगातार हमले कर रहा है। इस युद्ध में अब तक 2,400 लोगों की मौत हो गई है।