सायनाइड से भी ज्यादा जहरीली है यह मछली, फिर भी खाना पसंद करते हैं लोग
क्या है खबर?
हम सभी को अच्छा भोजन खाना पसंद होता है, लेकिन अगर भोजन को सही तरीके से न पकाया जाये तो इससे स्वास्थ्य पर बुरा असर भी पड़ सकता है।
फुगु नामक एक गोल आकार की मछली भी कुछ ऐसी ही है। इसे 'दुनिया के सबसे जहरीले खाद्य पदार्थों' में से एक माना गया है।
कहते हैं कि अगर इस मछली को ठीक से न पकाया जाये तो इसे खाने वाले व्यक्ति की मृत्यु तक हो जाती है।
मामला
मछली को बनाने के लिए लेना पड़ता है प्रशिक्षण
फुगु मछली को 'पफरफिश' या 'ब्लोफिश' के नाम से भी जाना जाता है।
इस खतरनाक मछली को बनाने के लिए भी शेफ को कम-से-कम 3 सालों तक प्रशिक्षण की जरूरत होती है, ताकि वह इसे ठीक तरह से पकाकर ग्राहकों को परोस सके।
दरअसल, इस मछली में टेट्रोडोटॉक्सिन नाम का बेहद खतरनाक जहर होता है, जो मछली के जिगर, अंडाशय, आंखों और त्वचा में पाया जाता है। यह जहर सायनाइड से 10,000 गुना ज्यादा जहरीला माना जाता है।
दिक्कत
मछली के जहरीले हिस्से को खाने से होती हैं ये दिक्कतें
जानकारी के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति इस जहर को गलती से खा ले तो उसे तीव्र और हिंसक बीमारी हो सकती है।
इससे व्यक्ति की मांसपेशियों को लक्वा मारा जाता है और फिर उसे सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। इसके बाद दम घुटने से व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।
इस कारण मछली के विषाक्त हिस्सों को ठीक से हटाना और उसके मांस को सावधानी से पकाया जाना चाहिए।
देश
इन देशों के रेस्टोरेंट में परोसी जाती है यह मछली
फुगु के बारे में जानकर यकीनन आपके मन में एक सवाल जरूर आ रहा होगा कि आखिर इतनी खतरनाक मछली कौन खाना पसंद करेगा? आप विश्वास करें या न करें, लेकिन बहुत से लोग इस घातक मछली को खाना चाहते हैं।
इसे जापान, चीन और दक्षिण कोरिया के रेस्टोरेंट में परोसा जाता है, लेकिन इसे परोसने को लेकर सख्य नियम भी हैं, जिनका पालन करना जरूरी है। इसे सिर्फ प्रशिक्षित शेफ ही बना सकते हैं।
प्रतिबंध
इन जगहों पर लगा है प्रतिबंध
फुगु मछली के जहरीले पदार्थ के कारण कुछ देशों ने इस पर प्रतिबंध भी लगाया हुआ है। यह यूनाइटेड किंगडम (UK), अमेरिका और यूरोप में प्रतिबंधित है।
इस मछली को बनाना भी बहुत मुश्किल है। पहले इसकी त्वचा को हटाकर इसे धोया जाता है और फिर इसकी रीढ़ और आंखें निकाल ली जाती हैं।
इसके बाद मछली के जहर वाले हिस्से को निकालकर पहले विशेषज्ञ इसे खाकर चेक करते हैं। फिर इसे बहुत ही सावधानी से पकाया जाता है।