चीन ने शीतकालीन ओलंपिक समाप्त होने तक रूस से युद्ध न करने को कहा था- रिपोर्ट
चीन ने रूस से शीतकालीन ओलंपिक समाप्त न होने तक यूक्रेन पर आक्रमण शुरू न करने को कहा था। पश्चिमी खुफिया रिपोर्ट से जानकारी मिली है कि चीनी अधिकारियों ने फरवरी की शुरुआत में रूसी अधिकारियों से संपर्क कर बीजिंग में चल रहे शीतकालीन ओलंपिक खेलों की समाप्ति तक युद्ध न छेड़ने को कहा था। बता दें कि 20 फरवरी को ओलंपिक खेल समाप्त हुए थे और रूस ने 24 फरवरी को युद्ध की शुरुआत की थी।
चीनी अधिकारियों को थी युद्ध की थोड़ी जानकारी- रिपोर्ट
न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, रिपोर्ट में बताया गया था कि चीनी अधिकारियों को कुछ हद तक रूस के हमले को लेकर जानकारी थी। शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह से पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग के साथ मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद दोनों देशों ने बयान जारी कर कहा गया था कि उनकी साझेदारी की 'कोई सीमा नहीं' है। इसमें NATO के विस्तार की भी निंदा की गई थी।
रिपोर्ट को पुख्ता मान रहे कई अधिकारी
रूस और चीन के गोपनीय वार्तालाप की जानकारी पश्चिमी खुफिया एजेंसियों ने इकट्ठा की है और कई अधिकारी इसे पुख्ता मान रहे हैं। अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के बीच यह जानकारी साझा की गई थी, जिसके आधार पर युद्ध की संभावित शुरुआत के बारे में बातचीत हुई थी। एक अधिकारी ने बताया कि रिपोर्ट में इस बात के पक्के संकेत नहीं हैं कि पुतिन और जिनपिंग के बीच युद्ध को आगे खिसकाने से जुड़ी बातचीत हुई थी।
युद्ध की शुरुआत को संयोग नहीं मान रहे अमेरिकी अधिकारी
20 फरवरी को शीतकालीन ओलंपिक समाप्त हुआ था और अगले ही दिन पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन में विद्रोहियों के नियंत्रण वाले इलाकों में सैनिक भेजने का ऐलान कर दिया था। अमेरिकी और यूरोपीय अधिकारियों का कहना है कि यह महज संयोग नहीं हो सकता कि ओलंपिक जारी रहने तक रूस ने आक्रमण नहीं किया। 2008 में रूस ने जब बीजिंग ओलंपिक के दौरान जॉर्जिया पर हमला किया था, तब चीन उससे खासा नाराज हुआ था।
चीन ने इस पर क्या प्रतिक्रिया दी है?
जब अमेरिका स्थित चीनी दूतावास के प्रवक्ता से इस पर प्रतिक्रिया मांगी गई कि क्या चीन ने रूस को युद्ध आगे खिसकाने को कहा था तो उन्होंने जवाब दिया कि ये बेबुनियाद दावे हैं और इनका मकसद चीन की छवि को खराब करना है।
मजबूत होते जा रहे हैं चीन और रूस के संबंध
पिछले कुछ सालों से चीन और रूस के आर्थिक, कूटनीतिक और सैन्य संबंध मजबूत होते जा रहे हैं। बीजिंग में बैठक से पहले पुतिन और जिनपिंग के बीच बतौर राष्ट्राध्यक्ष 37 बार मुलाकात हो चुकी थी। फरवरी की बैठक के बाद जारी बयान में पहली बार चीन ने NATO और यूरोपीय सुरक्षा के मामले में खुद को रूस के समर्थन में खड़ा किया था। यूक्रेन युद्ध को लेकर भी चीन ने अभी तक रूस के विरोध में नहीं बोला है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण का आज आठवां दिन है। रूसी सेना ने खेरसन पर कब्जा कर लिया है और खारकीव को अपने नियंत्रण में लेने की कोशिश कर रही है। खारकीव में पिछले कुछ घंटों से लगातार हमले हो रहे हैं। यूक्रेन की राजधानी कीव में भी कई धमाके सुनाई दिए हैं। दूसरी तरफ संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस हमले को लेकर रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया है। 141 देशों ने इसके समर्थन में वोट दिया था।