भारत-चीन विवाद: चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने सेना को दिया युद्ध के लिए तैयार रहने का निर्देश
क्या है खबर?
लद्दाख में भारत और चीन के बीच मई 2020 से चला आ रहा तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। गत 24 जनवरी को दोनों सेनाओं के बीच हुई कमांडर स्तर की नौवें दौर की वार्ता में भी कोई नतीजा नहीं निकला। उसके बाद से तनाव का स्तर जस का तस बना हुआ है।
इसी बीच चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) को चीनी नववर्ष की छुट्टियों के दौरान युद्ध के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।
पृष्ठभूमि
पिछले साल अप्रैल से जारी है भारत और चीन के बीच तनाव
गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच अप्रैल से LAC पर तनाव बना हुआ है और अभी चार जगहों पर दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने हैं।
इनमें देपसांग, गोगरा, पैंगोंग झील का फिंगर्स एरिया और चुशूल सब-सेक्टर शामिल हैं। पहले तीन इलाकों में चीन ने LAC पार करके भारतीय इलाके पर कब्जा कर रखा है।
अभी दोनों देशों के लगभग 60,000-60,000 सैनिक LAC पर तैनात हैं और कुछ जगह उनके बीच मात्र कुछ सौ मीटर का फासला है।
वार्ता
नौवें दौर की वार्ता में भी नहीं निकला कोई हल
भारत और चीन के बीच कमांडर स्तर की नौवें दौर की वार्ता गत 24 जनवरी को हुई थी।
मोल्डो में करीब 15 घंटे तक इस इस बैठक में भारत की ओर से 14 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन और चीन की तरफ से दक्षिणी शिनजियांग मिलिट्री रीजन कमांडर मेजर जनरल लियू लिन ने हिस्सा लिया था।
हालांकि, लंबी बैठक के बाद भी कोई समाधान नहीं निकला। चीन अप्रैल से पहले की स्थिति लाने पर तैयार नहीं हो रहा है।
जानकारी
बैठक के बाद विदेश मंत्री ने दिया था बड़ा बयान
गत 6 फरवरी को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि दोनों देश बातचीत में थोड़ा आगे बढ़े हैं, लेकिन यह प्रगति ऐसी नहीं है कि इसका कुछ असर जमीन पर नजर आए। ऐसे में अभी तक गतिरोध का हल नहीं निकल सका है।
आदेश
सेना को ड्यूटी के दौरान अपनी जंगी तैयारी को देना होगा बढ़ावा- जिनपिंग
इंडिया टुडे के अनुसार चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने PLA वायु सेना इकाई के निरीक्षण के दौरान सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने की बात कही।
उन्होंने कहा, "बसंत महोत्सव के दौरान पूरी सेना को ड्यूटी के दौरान अपनी जंगी तैयारी को बढ़ाना होगा ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा, लोगों की खुशी और सद्भाव की रक्षा की जा सके।"
स्थानीय विशेषज्ञों के मुताबिक चीन ने यह बयान भारत और ताइवान के साथ चल रहे तनाव को देखते हुए दिया है।
निरीक्षण
राष्ट्रपति जिनपिंग ने की विशेष वायु सेना विमान की जांच
PLA के एयरफोर्स एविएशन डिविजन की जांच के दौरान राष्ट्रपति जिनपिंग ने एक विशेष विमान की जांच की जो खासतौर पर सूचना युद्धकौशल के लिए बना हुआ है।
चीन की सरकारी मीडिया ने कहा कि आधुनिक युद्धों में जीत हासिल करने के लिए सूचनाओं पर नियंत्रण जीत का प्रमुख हथियार हो सकता है।
इस दौरान उन्होंने सेना के पास मौजूद हथियारों की जानकारी ली और उन्हें और अधिक मजबूत तैयारी करने को भी कहा।
तैनाती
चीन ने भारतीय सीमा पर तैनात की अपनी सबसे घातक तोप
चीनी मीडिया ने कहा कि राष्ट्रपति जिनपिंग के संदेश अनुरूप चीनी सेना को 155mm की होवित्जर तोप मिली है।
इसके अलावा जंग में इस्तेमाल किए जाने वाले वाहन और टाइप 15 लाइट टैंक दिए गए हैं।
रक्षा मामलों के विशेषज्ञ क्रिस ऑसबॉर्न ने कहा कि इन टैंकों की मदद से चीन कठिन पहुंच वाली जगहों पर भी दुश्मन को चुनौती दे सकता है। चीन ने अपनी सबसे घातक तोप PCL-181 को भारत की सीमा पर तैनात किया है।
जानकारी
चीनी सेना के लिए सीमा पर भेजा राशन और गोला-बारूद
चीन की युद्ध की तैयारियों का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि सरकार ने सेना की तीनों विंगों के लिए सीमा पर भारी मात्रा में राशन और गोला-बारूद की आपूर्ति की है। प्रतिदिन राशन और हथियारों की क्षमता को बढ़ाने का काम जारी है।