चीन ने छोटी झड़पों की आशंका के बीच LAC पर सुविधाओं को किया मजबूत
क्या है खबर?
लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चल रहे तनाव के बीच चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने आगामी सर्दियों में भारतीय सैनिकों से छोटी-छोटी झड़पों की संभावना को देखते हुए सीमा पर अपनी सुविधाओं को और मजबूत कर लिया है।
इसमें सर्दियों के दौरान सैनिकों तक पर्याप्त मात्रा में रसद सामग्री की आपूर्ति के लिए कई रास्ते तैयार किए गए हैं। चीन का यह कदम भारत के लिए बड़ी चिंता का विषय है।
तैयारी
"PLA के लिए हर स्थिति के लिए तैयार रहना जरूरी"
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, PLA के एक पर्यवेक्षक ने सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स से कहा, "वैसे तो सर्दियों में बड़े पैमाने पर झड़पें होने की संभावना नहीं है, लेकिन समय-समय पर छोटी-छोटी झड़पों की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। ऐसे में PLA के लिए हर स्थिति के लिए तैयार रहना आवश्यक हो जाता है।"
उन्होंने कहा, "सर्दियों को देखते हुए PLA रसद आपूर्ति लाइनों को सुव्यवस्थित करने में जुटा हुआ है।"
रिपोर्ट
चीन ने सैनिकों की रहने की स्थिति में किया सुधार
बता दें कि हाल ही सामने आई कई रिपोर्टों में चीन के आधिकारिक सैन्य आउटलेट्स में LAC पर बने रहने की स्थिति में सुधार किए जाने की बात सामने आई है। इसके चलते चीनी सैनिक सर्दियों में अधिक ऊंचाई पर लंबे समय तक तैनात रह सकेंगे, विशेषकर तापमान के शून्य से नीचे आने पर।
PLA डेली ने पिछले सप्ताह बताया था कि PLA शिनजियांग सैन्य कमान के तहत सैनिकों ने 5,300 मीटर की ऊंचाई पर कठोर प्रशिक्षण लिया है।
पोशाक
सैनिकों को सर्दियों से बचाने के लिए तैयार की नई पोशाक
रिपोर्ट में कहा गया है कि PLA ने अपने सैनिकों को तेज ठंड से बचाने के लिए विशेष प्रकार की बनियान तैयार कराई है जो उनके शरीर को माइनस डिग्री में भी गर्म रख सकेगी।
इसी तरह एम्बेडेड क्विक-स्लिप डिवाइस सैनिकों को खतरों से जल्दी से बचने में सक्षम बनाएगी।
इसी तरह 4500 मीटर की ऊंचाई पर तैनात सैनिकों को रिचार्जेबल बनियान, घुटनों का सुरक्षा कवर और तारों से बनी विशेष जैकेट से लैस किया गया है।
थेरेपी
चीनी सैनिकों को दिया गया है ऑक्सीजन थेरेपी का प्रशिक्षण
PLA डेली की रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर के मध्य में PLA झिंजियांग मिलिट्री कमांड के होटन मिलिट्री सब-कमांड के तहत सैनिकों के लिए ऑक्सीजन थेरेपी के लिए एक प्रकार का बैलेंस्ड-एयर-प्रेशर चैंबर तैयार किया गया था।
इसमें एक समय में आठ सैनिकों को बैठाया जा सकता है। चैंबर में प्रवेश करते समय सामान्य वायुमंडलीय दबाव या थोड़ा अधिक दबाव ऑक्सीजन लेने में सक्षम बनाता है। इससे सैनिकों को ऊंची जगह पर सांस लेने में आसानी होती है।
जानकारी
अग्रिम पंक्ति के सैनिकों के लिए तैयार किए कई उपकरण
PLA ने फ्रंटलाइन सैनिकों के लिए चौकियों पर पोर्टेबल ऑक्सीजनेटर, ऑक्सीजन चैंबर और व्यक्तिगत ऑक्सीजन आपूर्ति उपकरण भी तैनात किए हैं। सैनिकों की ऑक्सीजन की आपूर्ति में दैनिक खपत और स्वास्थ्य देखभाल और युद्धकालीन आपातकालीन उपयोग शामिल हैं।
अन्य
अधिक ऊंचाई वाली चौकियों पर की गई है यह व्यवस्था
रिपोर्ट के अनुसार, अधिक ऊंचाई वाले पहाड़ों पर स्थित चौकियों को कोयला, बिजली और सौर ऊर्जा जैसे कई ऊर्जा स्रोतों से रोशन और गर्म किया जाता है। ऊंचाई वाली सभी चौकियां राज्य पावर ग्रिड से जुड़ी हैं।
सर्दियों की शुरुआत से पहले रेजिमेंट ने बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए समय का पूरा लाभ उठाया और इस तरह के चरम वातावरण में रहने की व्यावहारिक समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया है। यह सेना के लिए बड़ी राहत है।
अभ्यास
PLA ने ऊंचाई वाले क्षेत्रों में किया व्यापक क्रॉस-डे-नाइट अभ्यास
PLA शिनजियांग सैन्य कमान से संबद्ध एक आर्टिलरी रेजिमेंट ने हाल ही में एक उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्र में एक व्यापक क्रॉस-डे-नाइट अभ्यास आयोजित किया था। जिसमें PCL-181 155mm स्व-चालित हॉवित्जर और PHL-11 122mm मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर की लाइव-फायर शूटिंग शामिल थी।
चाइना सेंट्रल टेलीविजन ने शनिवार को बताया कि इस ड्रिल में ऊंचाई वाले पहाड़ों पर कड़ाके की ठंड में फायर स्ट्राइक दक्षता और लड़ाकू क्षमताओं का परीक्षण दिया गया था।
घोषणा
चीन ने सितंबर में की थी 30 हवाई अड्डों की घोषणा
बता दें कि चीनी आधिकारिक मीडिया ने सितंबर में घोषणा की कि भारत की सीमा से लगे शिनजियांग और तिब्बत दोनों में जल्द ही PLA कर्मियों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए पश्चिमी थिएटर कमांड (WTC) के निपटान में 30 हवाई अड्डे होंगे।
WTC सबसे बड़ी सैन्य कमान है और भारत के साथ विवादित सीमा की देखरेख करती है। इनमें से कुछ हवाईअड्डे बन चुके हैं और काम कर रहे हैं, बाकी निर्माणाधीन हैं।