युद्ध के बीच रूस का ऐलान- यूक्रेनी सेना के हथियार डालने पर बातचीत के लिए तैयार
क्या है खबर?
यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध में शुक्रवार को दूसरे दिन भी रूसी सेना ने हमले जारी रखते हुए राजधानी कीव के बाहरी इलाकों तक अपनी पहुंच बना ली है।
कीव के सरकारी दफ्तरों और अन्य इमारतों के पास गोलीबारी की खबरें आ रही हैं।
इस बीच रूस ने ऐलान किया है कि यदि यूक्रेन की सेना हथियार डाल देती है तो वह बातचीत के लिए तैयार है। हालांकि, इस प्रस्ताव पर यूक्रेन की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
ऐलान
रूस के विदेश मंत्री ने किया ऐलान
युद्ध के बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शाम को कहा कि वह उस समय यूक्रेन के साथ बातचीत करने के लिए तैयार होगा, जब एक बार उसकी सेना अपने हथियार डाल देगी।
उन्होंने यह भी कहा कि मास्को नहीं चाहता कि यूक्रेन पर नियो-नाजियों का शासन हो। ऐसे में रूस के इस ऐलान को बहुत अहम माना जा रहा है।
इधर, विशेषज्ञों का कहना है कि हथियार डालने के बाद रूस राजधानी कीव कर कब्जा कर लेगा।
समर्थन
रूस ने जताई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत से समर्थन की उम्मीद
रूस के यूक्रेन पर हमले के बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में शुक्रवार को अहम प्रस्ताव लाया जाएगा। भारत इसका अस्थायी सदस्य है और वर्तमान में वह इसकी अध्यक्षता कर रहा है।
इस बीच UN में रूस के अधिकारी रोमन बाबुश्किन ने कहा कि भारत में उन वजहों को लेकर गहरी समझ है कि जिसके कारण यूक्रेन में हालात पैदा हुए हैं। रूस दोनों देशों के बीच विशेष और रणनीतिक साझेदारी के चलते भारत से समर्थन की उम्मीद करता है।
दावा
रूस ने किया कीव के पश्चिम क्षेत्र को अवरुद्ध करने का दावा
रूस की सेना ने उत्तर और उत्तर-पश्चिम की ओर से राजधानी कीव की ओर बढ़ते हुए लगातार हमले किए हैं। इस दौरान कीव, लीव और खार्किव में कई जगह जमकर गोलीबारी और मिसाइलें दागी गई।
अब रूस का दावा है कि उसने कीव के पश्चिम क्षेत्र को पूरी तरह अवरुद्ध कर दिया है।
इधर, यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि उसकी सेना ने अब तक 1,000 से अधिक रूसी सैनिकों को मार गिराया है।
जानकारी
यूक्रेन ने कीव में लोगों को बांटी 18,000 असॉल्ट राइफलें
इधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के लोगों से देश की सुरक्षा के लिए लड़ने को तैयार रहने की अपील के बाद लोग सड़कों पर उतर आए हैं। ऐसे में शुक्रवार को कीव के 18,000 नागरिकों को मुकाबलें के लिए असॉल्ट राइफलें दी गई हैं।
सख्ती
राष्ट्रपति पुतिन की यूरोपीय संपत्तियां फ्रीज करेगा यूरोपीय संघ
इधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के पश्चिमी और यूरोपीय सहयोगियों से रूस पर गंभीर प्रतिबंध लगाने और रक्षा सहायता की अपील करने के बाद यूरोपीय संघ ने बड़ा कदम उठाया है।
यूरोपीय संघ की बैठक में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और विदेश मंत्री लावरोव से जुड़ी यूरोपीय संपत्तियों फ्रीज करने पर सहमति जताई है।
इसी तरह पोलैंड ने रूस के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया और एस्टोनिया ने यूक्रेन को हथियार-रोधी मिसाइलें और विमान-रोधी हथियार देने का ऐलान किया है।
तंज
यूक्रेन ने अमेरिका पर कसा तंज
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों पर आरोप लगाया कि रूस के साथ युद्ध में उन्हें अकेला छोड़ दिया गया।
उन्होंने कहा, "दुनिया अभी भी दूर से यूक्रेन का घटनाक्रम देख रही है। आज सुबह भी हम कल की तरह अपने देश को अकेले ही बचा रहे हैं। दुनिया का सबसे ताकतवर देश दूर से देख रहा है।"
बता दें कि यूक्रेन का इशारा अमेरिका की ओर था, जिसने यूक्रेन में अपनी सेना भेजने से इनकार कर दिया।
जानकारी
NATO की अहम बैठक जारी
रूस के खिलाफ एक्शन की तैयारी को लेकर नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (NATO) की अहम बैठक शुरू हो गई है। कहा जा रहा है कि इसमें यूक्रेन की मदद और रूस के खिलाफ बरती जाने वाली सख्ती पर कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।
वार्ता
राष्ट्रपति पुतिन ने की शी जिनपिंग से वार्ता
यूक्रेन सेना को हथियार डालने पर बातचीत का ऑफर देने के बाद राष्ट्रपति पुतिन ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर वार्ता की। इसमें राष्ट्रपति जिनपिंग ने यूक्रेन के संकट को बातचीत से सुलझाने का समर्थन किया है।
उन्होंने कहा, "पूर्वी यूक्रेन में तेजी से परिस्थितियां बदली हैं और चीन दोनों देशों की तरफ से इस मुद्दे को बातचीत से सुलझाने के पक्ष में है।" बता दें कि चीन हमेशा से रूस का निकट सहयोगी रहा है।
दावा
रूस ने नष्ट किए यूक्रेन के 118 सैन्य ठिकाने
रूस ने दावा किया है कि उसकी सेना ने यूक्रेन के 118 सैन्य ठिकाने नष्ट कर दिए हैं और उसके पैराट्रूपर ने चर्नोबिल परमाणु ठिकाने को अपने कब्जे में ले लिया है।
ऐसी भी जानकारी है कि रूसी सैनिकों ने यूक्रेनियन सेना की वर्दी पहनकर सैन्य वाहनों पर कब्जा किया है और उनमें सवार होकर कीव की तरफ बढ़ रहे हैं।
हालांकि, यूक्रेन ने दावा किया है कि उसकी सेना की वर्दी वाले रूसी सैनिकों को मार गिराया गया है।