यूक्रेन युद्ध: UNGA में रूस के खिलाफ प्रस्ताव पारित होने समेत पिछले घंटों में क्या-क्या हुआ?
यूक्रेन में रूस के आक्रमण का आज आठवां दिन है। आज सुबह से यूक्रेन की राजधानी कीव और आसपास के इलाकों में जोरदार धमाके सुने जा रहे हैं। कई शहरों में एयर रेड सायरन की आवाज सुनाई दी है, जिसके बाद लोगों को बंकरों में जाने की सलाह दी गई है। युद्ध की विभिषिका झेल रहे यूक्रेन के लोग देश छोड़ने पर मजबूर है और अब तक लगभग 10 लाख लोग दूसरे देशों में शरण ले चुके हैं।
UNGA में रूस के खिलाफ प्रस्ताव पारित
बुधवार को 193 सदस्यों वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में रूस के हमले की निंदा करने वाला प्रस्ताव पेश किया गया था। अमेरिका, इंग्लैंड समेत 141 देशों ने इसके पक्ष में मतदान किया, जबकि सीरिया, बेलारूस, एरिट्रिया, रूस और उत्तर कोरिया समेत पांच देश इसके खिलाफ रहे। भारत, चीन और पाकिस्तान समेत 35 देशों ने खुद को इस मतदान से दूर रखा। भारत ने पहले भी रूस के खिलाफ लाए गए प्रस्तावों पर खुद को वोटिंग से दूर रखा था।
रूस के खिलाफ युद्ध अपराधों की जांच शुरू
अपने 39 सदस्यों की मांग के बाद अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (ICC) ने यूक्रेन में रूस के युद्ध अपराधों की जांच शुरू करने का ऐलान किया है। ICC 21 नवंबर, 2013 से लेकर मौजूदा परिस्थितियों तक की जांच करेगा।
रूस पर बढ़ते जा रहे हैं प्रतिबंध
रूस पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों की मार बढ़ती जा रही है। विश्व बैंक ने रूस और युद्ध में उसका साथ देने वाले बेलारूस में अपने सभी प्रोजेक्ट्स बंद करने का ऐलान किया है। अमेरिका और इंग्लैंड भी रूस पर प्रतिबंध बढ़ाने का विचार कर रहे हैं। यूरोपीय संघ ने सात रूसी बैंकों को SWIFT सिस्टम से हटा दिया है। नेटफ्लिक्स ने भी रूस में अपने प्रोजेक्ट रोक दिए हैं, वहीं स्पॉटिफाई ने रूस स्थित ऑफिस बंद करने का ऐलान किया है।
कच्चे तेल और कोयले की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर
यूक्रेन युद्ध का असर कच्चे तेल की कीमतों पर भी पड़ रहा है और ये बढ़कर 117 डॉलर प्रति बैरल हो गई है। पिछले साल 1 नवंबर को एक बैरल कच्चे तेल की कीमत 68 डॉलर और 1 जनवरी, 2022 को 89 डॉलर थी। कच्चे तेल के दाम बढ़ने का मतलब है कि दुनियाभर में लोगों को अब ईंधन के लिए अधिक पैसा खर्च करना पड़ेगा। इसी तरह कोयले के दाम भी बढ़कर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए हैं।
10 लाख से अधिक लोगों ने छोड़ा यूक्रेन- संयुक्त राष्ट्र
शरणार्थियों के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी का कहना है कि युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक 10 लाख से अधिक लोग यूक्रेन छोड़कर पड़ोसी देशों में जा चुके हैं। एजेंसी ने युद्ध रोकने की अपील की है।
यूक्रेन को जारी है हथियारों की आपूर्ति
रूसी हमलों का सामना करने के लिए कई देश लगातार यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति कर रहे हैं। अमेरिका ने कहा है कि वह इस हफ्ते यूक्रेन को सैकड़ों एंटी-एयरक्राफ्ट स्टिंगर मिसाइल भेज चुका है। स्पेन ने भी ऐलान किया है कि वह यूक्रेन को 1,370 एंटी-टैंक ग्रेनेड लॉन्चर और सात लाख राइफल और गन राउंड भेजेगा। कई अन्य यूरोपीय देश भी लगातार यूक्रेन की हथियारों और दूसरे सैन्य उपकरण भेजकर मदद कर रहे हैं।
रूस ने स्वीकारी 498 सैनिकों की मौत की बात
रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि युद्ध में अब तक उसके 498 सैनिकों की मौत हुई है और 1,597 अन्य घायल हुए हैं। मंत्रालय के प्रवक्ता ने रूस को भारी नुकसान होने की खबरों का खंडन करते हुए इन्हें अफवाहें करार दिया है।
यूक्रेन के कई शहरों में भारी नुकसान
स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, ओखटिरका और खारकीव समेत कई शहरों में रूसी हमलों के कारण भारी नुकसान हुआ है। खारकीव में तीन स्कूलों और चर्च पर रूस ने हमला किया है वहीं ओखटिरका में दर्जनों रिहायशी इमारतों के नष्ट होने का दावा किया जा रहा है। बता दें कि बुधवार को रूस ने खेरसन शहर पर कब्जा कर लिया था और खारकीव पर उसके हमलों में तेजी आई है और कई जगहों पर धमाके हुए हैं।