एसिड रिफ्लक्स को कम करने में मदद कर सकती हैं ये 5 हर्बल चाय
क्या है खबर?
एसिड रिफ्लक्स पाचन से जुड़ी समस्या है। यह तब होती है, जब पेट का एंट्री वॉल्व खाने के बाद पूरी तरह से बंद नहीं हो पाता।
इसके कारण पेट में बनने वाला एसिड भोजन नली में चला जाता है और इससे पेट दर्द और सीने में जलन सहित कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं।
आइए आज हम आपको कुछ ऐसी हर्बल चाय के बारे में बताते हैं, जो इस समस्या के प्रभाव को कम कर सकती हैं।
#1
अदरक की चाय
इस चाय में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शारीरिक सूजन और एसिड रिफ्लक्स के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।
लाभ के लिए गर्म पानी में कुटी हुई अदरक डालें और उबाल आने पर इसमें थोड़ी चायपत्ती डालकर इसे फिर से उबालें। इसके बाद चाय को छानकर कप में डालें, फिर इसमें शहद या गुड़ का पाउडर मिलाकर इसे पीएं।
यहां जानिए सर्दियों में अदरक की चाय पीने के फायदे।
#2
सौंफ की चाय
यह चाय पीने से भी एसिड रिफ्लक्स से राहत मिल सकती है। यह पाचन क्रिया में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में भी कारगर है।
कई अध्ययनों के मुताबिक, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं का इलाज करने में सौंफ की चाय मदद कर सकती है।
लाभ के लिए गर्म पानी में थोड़ी सौंफ और चायपत्ती डालकर इसे उबालें, फिर इसे छानकर कप में डालें। आप चाहें तो इसमें थोड़ा शहद भी मिला सकते हैं।
यहां जानिए सौंफ की चाय के फायदे।
#3
कैमोमाइल चाय
यह चाय एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण से भरपूर होती है।
यह गुण इम्यूनिटी को बढ़ाकर एसिड रिफ्लक्स, हे फीवर, सर्दी और फ्लू सहित विभिन्न समस्याओं का प्राकृतिक उपचार करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा यह चाय पेट की ऐंठन को भी कम कर सकती है।
लाभ के लिए पानी में कैमोमाइल के फूल डालकर इसे उबालें, फिर इसे बिना छाने कप में डालकर इसका सेवन करें।
यहां जानिए कैमोमाइल चाय के अन्य फायदे।
#4
हल्दी की चाय
हल्दी की चाय का सेवन भी एसिड रिफ्लक्स से छुटकारा दिला सकती है। इसके अतिरिक्त यह इम्यूनिटी को मजबूती देने में भी कारगर है।
लाभ के लिए गर्म पानी में थोड़ी हल्दी और काली मिर्च डालकर इसे उबालें। अब इसे एक कप में छानकर स्वाद के लिए इसमें नींबू का रस और शहद मिलाकर इस स्वास्थ्यवर्धक चाय का आनंद लें।
यहां जानिए हल्दी की चाय के सेवन से मिलने वाले फायदे।
#5
मुलेठी की चाय
आंतों और भोजन नली से जुड़े रोगों को गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोग कहते हैं। इन रोगों में एसिड रिफ्लक्स, ब्लोटिंग जैसे लक्षण सामने आते हैं।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संबंधित रोगों को दूर करने के लिए मुलेठी की चाय लाभकारी सिद्ध हो सकती है।
लाभ के लिए गर्म पानी में मुलेठी की छोटी डंडी को डालें, फिर इसमें चायपत्ती डालकर इसे उबालें। इसके बाद चाय को एक कप में डालकर पीएं।