'बिरयानी चाय' पीना पसंद करेंगे? जानिए इसकी रेसिपी और खासियत
क्या है खबर?
भारत के लोगों को चाय से अलग ही लगाव है। चाहे सुबह हो, दिन हो, शाम हो या रात, चाय को कोई मना नहीं करता।
वैसे चाय प्रेमियों ने अभी तक चाय की कई किस्में आजमाईं होंगी, जिनमें मसाला चाय और अदरक चाय आदि शामिल हैं, लेकिन क्या आपने कभी 'बिरयानी चाय' के बारे में सुना है।
चौंक गए न, लेकिन फिक्र मत करिए क्योंकि इसका नाम भले ही बिरयानी चाय हो, लेकिन इसमें बिरयानी की सामग्री नहीं होती है।
कारण
क्यों अनोखी है बिरयानी चाय?
बिरयानी चाय किसी भी अन्य प्रकार की चाय से एकदम अलग है।
कुछ लोगों को इसके नाम से ऐसा लग सकता है कि क्या इसका स्वाद बिरयानी जैसा होता है, लेकिन ऐसा नहीं है।
दरअसल, इस नाम को यह नाम इसलिए दिया गया है क्योंकि इसमें बिरयानी की तरह ही सामग्री की कई परतें होती हैं।
इससे बनाने के लिए साबुत मसालों का इस्तेमाल किया जाता है, इसलिए इसका स्वाद काफी हद तक मसाला चाय जैसा लग सकता है।
सामग्री
चाय बनाने के लिए इन चीजों की पड़ेगी जरूरत
बिरयानी चाय बनाने के लिए आपको कुछ सामग्रियों की जरूरत पड़ेगी। ये सभी चीजें नीचे लिखी हैं।
चाय की सामग्रियों के लिए आपको आधा लीटर पानी, 2 इंच दालचीनी की छड़ी, 1 चक्र फूल, 7-8 काली मिर्च, 3-4 इलायची, आधी चम्मच सौंफ और आधी चम्मच चाय की पत्ती चाहिए होगी।
इसके अलावा गिलास में सामग्री डालने के लिए आपको 1 बड़ा टुकड़ा अदरक, 2 चम्मच शहद, आधा नींबू का रस और 4-5 पुदीना की पत्तियां चाहिए होंगी।
तरीका
बिरयानी चाय बनाने की विधि
इसे बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में पानी गर्म करें, फिर उसमें काली मिर्च, इलायची, दालचीनी, चक्र फूल, सौंफ और चाय की पत्ती डालें। इन सभी मसालों को 7-8 मिनट तक पानी में अच्छे से उबलने दें।
इसके बाद एक गिलास लें, फिर इसमें सबसे पहले कुचला हुआ अदरक डालें। अब इसके ऊपर शहद, नींबू का रस और पुदीना की पत्तियों की परत लगाएं।
आखिर में गिलास में मसाले वाला पानी डालकर इसे गरमागरम परोसें।
अन्य चाय
घर पर इस तरह से मक्खन वाली चाय भी करें ट्राई
मक्खन चाय बनाने के लिए सबसे पहले पानी उबालें, फिर इसमें चाय की पत्तियां डालकर 5 मिनट तक उबालें।
अब चाय को छलनी से छान लें, और इस मिश्रण में नमक, फुल फैट दूध और मक्खन डालकर मथनी से मथ लें या फिर ब्लेंड कर लें।
यह चाय एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, इसलिए इसका सेवन हृदय को स्वस्थ और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में मददगार है।
इसके अलावा यह पाचन क्रिया को भी ठीक रखता है।