सरसों के बीज को डाइट में करें शामिल, मिलेंगे स्वास्थ्य से जुड़े कई फायदे
आमतौर पर सरसों के बीज का इस्तेमाल मसाले के तौर पर किया जाता है और ये काले, पीले और भूरे रंग के होते हैं। इन छोटे-छोटे बीजों का वैज्ञानिक नाम ब्रेसिका कैंपेस्ट्रिस (Brassica campestris) है, जबकि अंग्रेजी में मस्टर्ड सीड के नाम से जाने जाते हैं। ये कई पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं इसलिए इसका सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। आइए जानते हैं कि सरसों के बीजों को डाइट में शामिल करने से क्या-क्या फायदे मिल सकते हैं।
कैंसर का खतरा कर सकते हैं कम
सरसों के बीजों का इस्तेमाल कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का खतरा कम करने में सहायक हो सकता है। इनमें मौजूद ग्लूकोसाइनोलेट्स और मिरोसिनेस जैसे यौगिक कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने के लिए जाने जाते हैं। इसलिए इन्हें अपनी डाइट का हिस्सा जरूर बनाएं। हालांकि, कैंसर रोगियों के लिए पहली प्राथमिकता डॉक्टरी जांच होनी चाहिए क्योंकि सरसों के बीज कैंसर का इलाज नहीं है।
रूमेटाइड अर्थराइटिस के जोखिम कम करने में हैं सहायक
रूमेटाइड अर्थराइटिस एक ऐसी बीमारी है जिससे ग्रस्त व्यक्ति के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने लगती है। इससे शरीर के जोड़ वाले हिस्सों में सूजन और तेज दर्द शुरू हो जाता है, लेकिन सरसों के बीज इसके जोखिम कम करने में सहायक हो सकते हैं। इनमें मौजूद सेलेनियम और मैग्नीशियम की मात्रा इस समस्या के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकते हैं।
माइग्रेन के दर्द से मिल सकती है राहत
माइग्रेन एक अहसनीय सिरदर्द है, जिसमें सिर के दोनों ओर या एक तरफ रुक-रुककर दर्द होता है। दरअसल, माइग्रेन के समय दिमाग में खून का संचार बढ़ जाता है और इस कारण तेज दर्द होता है। इससे राहत दिलाने में मेडिटेशन और दवाओं के साथ-साथ सरसों के बीज भी मदद कर सकते हैं। सरसों के बीज में मौजूद मैग्नीशियम सामग्री के कारण माइग्रेन का दर्द कम हो सकता है।
पाचन को बढ़ावा देने में है कारगर
डाइटरी फाइबर से भरपूर सरसों के बीज पाचन के स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक हैं और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल विकारों से बचाते हैं। इन बीजों का सीमित मात्रा में सेवन गैस, कब्ज, सूजन, गैस्ट्रिक और अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसी समस्याओं से सुरक्षित रखने में मदद कर सकता है। ये बीज विटामिन-बी, एंटी-बायोटिक और एंटी-माइक्रोबियल गुणों से भी भरपूर होते हैं, जो शरीर में एसिड रिफ्लक्स के जोखिम भी कम कर सकते हैं।
ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर करने में हैं सहायक
डाइट में सीमित मात्रा में सरसों के बीजों को शामिल करने से ब्लड सर्कुलेशन में भी काफी सुधार हो सकता है। कई अध्ययनों के मुताबिक, इनमें डाइटरी फाइबर, पौटेशियम, फास्फोरस, मैंगनीज, आयरन और जिंक जैसे आवश्यक पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देने का काम कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त इनके सेवन से बढ़ते वजन को नियंत्रित करने और इम्यूनिटी को मजबूती मिल सकती है।