नारियल बनाम जैतून तेल: दोनों में से किसका इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए है ज्यादा बेहतर?
क्या है खबर?
कई लोग खाना बनाते समय जैतून और नारियल तेल का इस्तेमाल करते हैं।
हालांकि, क्या आप इस बात को लेकर उलझन में रहते हैं कि नारियल और जैतून तेल में से किसका इस्तेमाल अधिक स्वास्थ्यवर्धक है? अगर हां तो आज का लेख आपके लिए है।
आज हम आपको इनके बीच के अंतर को समझने और यह निर्धारित करने में मदद करेंगे कि आपके स्वास्थ्य के लिए किसका सेवन करना स्वास्थ्यवर्धक है।
नारियल तेल
दो प्रकार के होते हैं नारियल तेल
नारियल तेल सूखे नारियल से बनाया जाता है और यह दो प्रकार का होता है।
खोपरा तेल (CO): इसे सूखे नारियल की गुठली को कुचलकर और रिफाइंड करके निकाला जाता है।
वर्जिन नारियल तेल (VCO): इसे कुचले हुए गीले नारियल की गुठली से दबाकर निकाला जाता है। यह विटामिन-E और फाइबर जैसे पोषक तत्वों और पॉलीफेनोल्स नामक बायोएक्टिव यौगिक होते हैं।
जैतून तेल
मुख्य रूप से चार प्रकार का होता है जैतून तेल
जैतून तेल उसके गूदे से निकाला जाता है और अमूमन इसका इस्तेमाल सलाद, पास्ता और अन्य इटैलियन व्यंजनों में ज्यादा किया जाता है।
जैतून तेल मुख्य रूप से चार तरह का होता है, जिसमें वर्जिन जैतून तेल, सामान्य जैतून तेल, पोमेस जैतून तेल और रिफाइंड जैतून तेल शामिल हैं।
वर्जिन जैतून तेल हरे रंग का होता है, जबकि अन्य किस्म के जैतून तेल पीले रंग के होते हैं।
फायदे
नारियल और जैतून तेल के फायदे
फैटी एसिड से भरपूर नारियल तेल और जैतून तेल हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।
नारियल तेल चेहरे को मॉइस्चराइज करने में भी सहायक हो सकता है और जैतून तेल में कई फेनोलिक यौगिक होते हैं, जो त्वचा को गहराई से पोषण दे सकते हैं।
नारियल तेल कई तरह के इंफेक्शन को दूर करने में मददगार हो सकता है, जबकि जैतून तेल ब्लड प्रेशर को नियंज्ञित करने में कारगर है।
चयन
नारियल और जैतून तेल में से कौनसा है स्वास्थ्य के लिए बेहतर?
अगर आपको पौष्टिकता और फायदे के लिहाज से नारियल तेल और जैतून तेल में से किसी एक को चुनना है तो दोनों ही स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं।
हालांकि, अगर आप कैलोरी को लेकर ज्यादा जागरूक हैं तो जैतून तेल या फिर वर्जिन नारियल तेल को चुनें। ये तेल हृदय रोग से सुरक्षित रखने में भी सहायक माने जाते हैं।
इसलिए आपको इनमें जो चुनना हो अपनी समझ से चुनें।